Medically Reviewed by Praveen Gautam

हिप्स की अकड़न को नेचुरली दूर करने के लिए योगासन, एक्सपर्ट से जानें

कई बार लोगों को हिप्स में अकड़न होने की समस्या होती है, जिसके कारण कई तरह की समस्याएं होती हैं। ऐसे में इससे राहत के लिए कुछ योगासनों को किया जा सकता है। आइए लेख में जानें -
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हिप्स की अकड़न को नेचुरली दूर करने के लिए योगासन, एक्सपर्ट से जानें

Yoga Poses To Release Hip Stiffness Naturally In Hindi: कई बार लोगों को हिप्स की मांसपेशियों की ऐंठन या दर्द होने की समस्या होती है, जिसके कारण लोगों को चलने-फिरने में परेशानी होती है, साथ ही, इसके कारण लोगों को पोश्चर के खराब होने, लोअर बैक और घुटनों में दर्द होता है। ऐसे में कूल्हों की मांसपेशियों में दर्द या ऐंठन होने की समस्या होती है। ऐसे में अक्सर लोगों को नियमित एक्सरसाइज करने या योग करने की सलाह दी जाती है। हिप्स की मांसपेशियों को रिलैक्स करने और इसको स्वस्थ रखने के लिए कुछ योगासनों को किया जा सकता है। ऐसे में आइए उत्तम नगर में स्थित योग जंक्शन के योग थेरेपिस्ट प्रवीण गौतम (Praveen Gautam, Yoga Therapist at Yoga Junction, Uttam Nagar) से जानें हिप्स की अकड़न को नेचुरली दूर करने के लिए कौन से योगासन करें?


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हिप्स की अकड़न को नेचुरली दूर करने के लिए कौन से योगासन करें? - Which Yoga Asanas Should Be Done To Naturally Relieve Stiffness In The Hips?

योग थेरेपिस्ट प्रवीण गौतम के अनुसार, हिप्स की अकड़न को कम करने के लिए कुछ योगासनों को किया जा सकता है। ध्यान रहे, इन योगासनों को एक्सपर्ट की निगरानी में करें, जिससे किसी पर परेशानी से बचा जा सके।

बद्ध कोणासन करें

कूल्हों की अकड़न को कम करने के लिए बद्ध कोणासन यानी तितली आसन (Baddha Konasana Or Butterfly Pose) को करना फायदेमंद होता है। इससे थाइ के अंदर के हिस्से और कमर को धीरे-धीरे खोलती है। इससे मांसपेशियां रिलैक्स होती हैं।

बद्ध कोणासन कैसे करें? - How to do Baddha Konasana?

इसके लिए रीढ़ की हड्डी को सीधा करके जमीन पर बैठ जाएं। घुटनों को मोड़ें और पैरों के तलवों को आपस में मिलाएं। इसके बाद हाथों से पैरों को पकड़ों और घुटनों को जमीन की ओर ऊपर नीचे ले जाएं। जिससे कूल्हों और थाइ के पैरों की मांसपेशियों को रिलैक्स करने में मदद मिलती है।

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बालासन करें

बालासन (Balasana Or Child Pose) को करना शरीर के निचले हिस्से के लिए फायदेमंद होता है। इससे कूल्हों, जांघों और पीठ के निचले हिस्से को धीरे-धीरे आराम मिलता है। इससे शरीर के इन हिस्सों की मांसपेशियों को रिलैक्स करने और स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद मिलती है।

बालासन कैसे करें? - How to do Balasana?

इसको करने के लिए मैट पर पैरों को मोड़कर बैठ जाएं। इसके लिए पैरों को पीछे की ओर जोड़ लें और तलवों को ऊपर की ओर रखें। इसके बाद कुल्हों को एड़ियों पर टिका दें और बैठ जाएं और हाथों को घुटनों पर टिका लें। इससे शरीर के निचले हिस्से की मांसपेशियों को रिलैक्स करने में मदद मिलती है।

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मलासन करें

कूल्हों की अकड़न या ऐंठन को कम करने के लिए मलासन (Malasana Or Garland Pose) करना फायदेमंद होता है। इससे जांघों और कूल्हों की मांसपेशियों को रिलैक्स करने और इन हिस्सों में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। इससे कूल्हों के दर्द को कम करने में भी मदद मिलती है।

मलासन कैसे करें? - How to do Malasana?

इसके लिए पैरों को कूल्हों की जौड़ाई से थोड़ा अधिक फैला लें और बैठ जाएं। इसके बाद बाद हाथों की कोहनियों को पैरों के ऊपर से लाए और हाथों को जोड़ लें और इस स्थिति में 10-15 सेकंड के लिए बैठें। इससे कूल्हों की मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने, ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने और पाचन से जुड़ी समस्याओं से राहत देने में भी मदद मिलती है।

कूल्हों की ऐंठन को कम करने के लिए अन्य आसन - Other Asanas To Reduce Hip Cramps In Hindi

योग थेरेपिस्ट प्रवीण गौतम बताते हैं कि पश्चिमोत्तानासन (paschimotan asana), पादहस्तासन (padhastan asna), राजकपोतासन (rajkapot asna) और पद्मासन (padmasna) को भी किया जा सकता है। इन योगासनों को करने से मांसपेशियों को रिलैक्स करने, ऐंठन को कम करने और इनसे जुड़ी अन्य समस्याओं से राहत देने में मदद मिलती है।

निष्कर्ष

हिप्स की ऐंठन को कम करने और कूल्हों की मांसपेशियों को रिलैक्स करने के लिए नियमित रूप से बद्ध कोणासन, बालासन, मलासन, पश्चिमोत्तानासन, पादहस्तासन और राजकपोतासन और पद्मासन को किया जा सकता है। इससे शरीर के निचले हिस्से की मांसपेशियों को रिलैक्स करने, ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने और इनसे जुड़ी समस्याओं से राहत देने में मदद मिलती है। ध्यान रहे, चोट लगने, कूल्हों से जुड़ी मेडिकल कंडीशन होने, सर्जरी की स्थिति होने और कोई भी अधिक समस्या होने पर डॉक्टर की सलाह के साथ और योग एक्सपर्ट की निगरानी में ही योग करें, जिससे किसी भी गंभीर स्थिति से बचा जा सके।

All Images Credit- Freepik

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FAQ

  • प्रतिदिन योग करने से क्या लाभ होता है?

    नियमित रूप से योग करने से स्ट्रेस को कम करने, नींद को बेहतर करने, हार्ट को हेल्दी रखने, श्वसन तंत्र से जुड़ी समस्याओं से राहत देने, एकाग्रता को बढ़ावा देने, याददाश्त को बेहतर करने, पाचन में सुधार करने, वजन कम करने, इम्यूनिटी को बूस्ट करने और शरीर को एनर्जी देने में मदद मिलती है।
  • कूल्हे की अकड़न के लिए मुझे कितनी बार हल्का योग करना चाहिए?

    कूल्हों की अकड़न को कम करने के लिए हफ्ते में 4-5 बार किया जा सकता है। इससे मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने में मदद मिलती है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
  • मांसपेशियों में ऐंठन को जल्दी कैसे रोकें?

    मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने के लिए मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्वों से युक्त फूड्स को डाइट में शामिल करें, पर्याप्त पानी पिएं, गर्म पानी से सिकाई करें, हल्दी वाला दूध पिएं और नारियल तेल से मालिश करें। इससे मांसपेशयों को रिलैक्स करने में मदद मिलती है।
  • मांसपेशियों के लिए क्या खाना चाहिए?

    मांसपेशियों को हेल्दी रखने और इसकी कमजोरी को दूर करने के लिए डाइट में अंडे, दालें, पनीर, दही, टोफू, नट्स, सीड्स, मछली, चिकन, हरी सब्जियों, फलो, ओट्स और क्विनोआ जैसे फूड्स को डाइट में शामिल करें। इससे मांसपेशियों के स्वास्थ्य में सुधार करने और हेल्दी बनाने में मदद मिलती है।

 

 

 

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  • Current Version

  • Dec 31, 2025 14:04 IST

    Published By : Priyanka Sharma

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