पीले कनेर के फूल, छाल, जड़ और पत्ते सभी होते हैं सेहत के लिए उपयोगी, जानें इसके 5 फायदे, प्रयोग और कुछ नुकसान

पीली कनेर के उपयोग से सेहत को कई फायदे हो सकते हैं। जानते हैं इसके फायदे, नुकसान और उपयोग करने का सही तरीका।
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पीले कनेर के फूल, छाल, जड़ और पत्ते सभी होते हैं सेहत के लिए उपयोगी, जानें इसके 5 फायदे, प्रयोग और कुछ नुकसान


जरूरी नहीं कि शरीर की छोटी-मोटी बीमारियों को दूर करने के लिए मोटी-मोटी गोलियां ही खाई जाएं। आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी बूटियां मौजूद है जो शरीर से कई समस्या को दूर करने में उपयोगी हैं। वहीं पीला कनेर भी आयुर्वेद में कई समस्याओं को दूर करने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। आमतौर पर कनेर के फूल के कई कलर होते हैं। लेकिन हम बात कर रहे हैं पीले कनेर की। घाव भरना हो या त्वचा की समस्या को दूर करना हो, पीला कनेर आपकी सभी समस्याओं को दूर करने में सहायक है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे की पीले कनेर के उपयोग से सेहत को क्या-क्या फायदे होते हैं। साथ ही इसके नुकसान के बारे में भी जानेंगे। इसके लिए हमने आयुर्वेद संजीवनी हर्बल क्लिनिक शकरपुर, लक्ष्मी नगर के आयुर्वेदाचार्य डॉ एम मुफिक (Ayurvedacharya Dr. M Mufik) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे...

1 - बुखार की समस्या होगी दूर

आपने देखा होगा कुछ लोगों को रुक रुक कर बुखार आता है। वे इस समस्या को कम करने के लिए पीले कनेर का इस्तेमाल कर सकते हैं। वे लोग पीले कनेर के पत्तों और छाल से बनाए काढ़े का सेवन करें। ऐसा करने से रुक रुक आने वाला बुखार हमेशा के लिए दूर हो जाएगा।

2 - कब्ज की समस्या हो दूर

आज के समय में लोग कब्ज की परेशानी से बेहद परेशान हैं। इस परेशानी को दूर करने में पीला कनेर आपके काम आ सकता है। ऐसे में पीले कनेर के पत्तों और छाल का काढ़ा बनाएं और उसका सेवन करें। ऐसा करने से कब्ज की समस्या दूर होगी

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3 - त्वचा संबंधी समस्या को करें दूर

त्वचा संबंधित कई समस्या को दूर करने में पीला कनेर बेहद उपयोगी है। बता दें कि जो लोग मस्से या दाग धब्बों से परेशान हैं वे पीले कनेर की छाल से बना पेस्ट अपनी त्वचा का पर लगा सकते हैं। बता दें कि यह पेस्ट दाद की समस्या से भी छुटकारा दिला सकता है।

4 - मासिक धर्म की परेशानी से दिलाए छुटकारा

मासिक धर्म की परेशानी को दूर करने में भी पीले कनेर का उपयोग किया जा सकता है। बता दें कि मासिक धर्म के दौरान उठने वाले दर्द और बेचैनी से राहत दिलाने के लिए आप पीले कनेर के फूलों का इस्तेमाल काढ़े के रूप में कर सकते हैं।

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5 - मलेरिया की समस्या

जिन लोगों को मलेरिया हो गया है वे पीले कनेर के उपयोग से अपनी समस्या को दूर कर सकते हैं। इसके अलावा मिर्गी से परेशान लोग भी पीले कनेर से अपनी समस्या में राहत पहुंचा सकते हैं। लेकिन हर शरीर की तासीर अलग होती है ऐसे में ये लोग इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें। 

पीले कनेर के नुकसान

पीले कनेर का सेवन करने से पहले इसकी सही खुराक का पता होना जरूरी है। अगर इसकी अधिकता ज्यादा हो जाए तो व्यक्ति को उल्टी, डायरिया, सिर में दर्द, पेट में दर्द, जी मचलाने की समस्या, गंभीर दिल की समस्या, कमजोरी आदि समस्या हो सकती है। ऐसे में सही मात्रा का ज्ञान होना जरूरी है।

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पीले कनेर का उपयोग

पीली कनेर का उपयोग फूल के अलावा छाल और जड़ के रूप में भी किया जाता है। ऐसे में आप फूल के अलावा छाल और जड़ों को पीसकर भी इसका उपयोग त्वचा, घाव आदि पर लगा सकते हैं। इसके लावा इसका उपयोग काढ़े के रूप में किया जाता है। 

नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि आयुर्वेद में पीले कनेर का उपयोग कई समस्या को दूर करने में किया जाता है लेकिन इसे अपनी डाइट में जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। वहीं बच्चों को या गर्भवती महिलाओं को इसे देने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। सबसे पहले पीले कनेर की सही खुराक का पता होना जरूरी है। उसके बाद इसका उपयोग किया जा सकता है।

इस लेख में इस्तेमाल की जानें वाली फोटोज़ shutterstock से ली गई हैं।

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