वर्तमान समय में खराब खानपान और लाइफस्टाइल के कारण हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा और डायबिटीज जैसी कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। सेहतमंद रहने के लिए जरूरी है कि आप एक अच्छी हेल्दी एक्टिव लाइफस्टाइल को मेंटेन करें और खानपान का खास ख्याल रखें। इसके साथ ही रोजाना योग और प्राणायाम का अभ्यास करना भी फिट रहने के लिए जरूरी है। आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियों और औषधियों के बारे में बताया गया है जो आपको हेल्दी रखने में मदद कर सकती हैं। जैसे कि अपराजिता, जिसे अंग्रेजी में Clitoria ternatea के नाम से जाना जाता है, एक औषधीय पौधा है जो आयुर्वेद में विशेष स्थान रखता है। इसके फूलों और पत्तियों के साथ-साथ इसकी छाल भी औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) सेहत के लिए अपराजिता की छाल के फायदे और उपयोग के तरीके बता रहे हैं।
अपराजिता की छाल के फायदे
1. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक
अपराजिता की छाल का उपयोग शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। इसके सेवन से शरीर में एनर्जी का लेवल बढ़ता है, यह शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और शरीर को बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाता है। खासकर बदलते मौसम में होने वाले वायरल इंफेक्शन से बचाव के लिए इसका सेवन लाभकारी होता है।
उपयोग
अपराजिता की छाल को पानी में उबालकर उसका काढ़ा बनाएं और इसे दिन में एक बार सेवन करें। इसके अलावा, आप इसे किसी अन्य हर्बल चाय के साथ मिलाकर भी पी सकते हैं। ध्यान रखें कि अगर आप किसी खास बीमारी से जूझ रहे हैं तो इसका सेवन डॉक्टर की सलाह अनुसार ही करें।
इसे भी पढ़ें: मिश्री या गुड़: सेहत के लिए क्या होता है ज्यादा फायदेमंद? आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानें किसे क्या खाना चाहिए
2. मानसिक स्वास्थ्य में सुधार
अपराजिता की छाल का सेवन मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी साबित होता है। अपराजिता की छाल मानसिक तनाव को कम करने, मैमोरी पावर बढ़ाने और चिंता व अवसाद को दूर करने में सहायक होती है। अपराजिता की छाल का नियमित सेवन मस्तिष्क को शांत करता है और व्यक्ति की ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को बढ़ाता है। इसके सेवन से अनिद्रा की समस्या भी दूर होती है और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार आता है। ऐसे में जिन लोगों को अनिद्रा की शिकायत रहती है उन्हें अपराजिता की छाल का सेवन करने से लाभ मिल सकता है।
उपयोग
अपराजिता की छाल का चूर्ण या काढ़ा तैयार कर उसका सेवन किया जा सकता है। इसे रोजाना सुबह और शाम एक गिलास गर्म पानी के साथ ले सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: आयुर्वेद में बताए गए हैं खाने के ये 6 नियम, फॉलो करने पर नहीं होंगी बीमारियां
3. डायबिटीज में लाभकारी
अपराजिता की छाल का उपयोग मधुमेह (डायबिटीज) के उपचार में भी किया जाता है। यह शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है और शरीर में इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाती है।
उपयोग
अपराजिता की छाल का काढ़ा रोजाना सुबह पीने से ब्लड शुगर का स्तर कंट्रोल हो सकता है। इस काढ़े का लंबे समय तक सेवन करने से लाभ मिलता है। लेकिन इसका सेवन आयुर्वेदाचार्य की सलाह अनुसार ही करें।
निष्कर्ष
अपराजिता की छाल आयुर्वेद में एक औषधि है जिसका उपयोग कई स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के लिए किया जा सकता है। इसके सेवन से न केवल मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। आयुर्वेदाचार्य की सलाह के अनुसार इसका सेवन करें।
All Images Credit- Freepik