गर्भावस्था के दौरान महिला की इम्यूनिटी सामान्य दिनों के मुकाबले थोड़ी कम हो जाती है, जिससे वो वायरल इंफेक्शन के प्रति ज्यादा सेंसिटिव हो जाती हैं। ऐसे में मच्छरों से फैलने वाले रोग जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया या जीका वायरस गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। खासकर जीका वायरस, जो कि शिशु के दिमागी को प्रभावित कर सकता है, गर्भवती महिलाओं के लिए गंभीर चिंता का कारण है। सामान्य केमिकल युक्त मॉस्किटो रिपेलेंट या कॉइल्स में मौजूद तत्वों से मां और बच्चे को नुकसान हो सकता है। ऐसे में आयुर्वेदिक उपाय अपनाना न सिर्फ सुरक्षित है बल्कि शरीर के लिए हेल्दी भी होता है। आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों, तेलों और घरेलू तरीकों की मदद से आप मच्छरों को दूर रख सकती हैं और बिना किसी केमिकल के अपनी प्रेग्नेंसी को सुरक्षित बना सकती हैं। आइए, विश्व मच्छर दिवस (World Mosquito Day 2025), जो कि मच्छरों से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं पर प्रकाश डालता है, जानते हैं कुछ ऐसे 7 आयुर्वेदिक और नेचुरल नुस्खे जो मच्छरों से बचाव में बेहद कारगर माने जाते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
1. नीम का तेल लगाएं- Apply Neem Oil for Natural Protection
नीम का तेल मच्छरों को दूर रखने का एक प्रभावी और आयुर्वेदिक उपाय है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं जो स्किन पर लगाने से न सिर्फ मच्छरों को भगाते हैं बल्कि स्किन इंफेक्शन से भी बचाते हैं। हल्के नारियल तेल के साथ मिलाकर नीम ऑयल को हाथ, पैर और गर्दन पर लगाएं।
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2. तुलसी का पौधा घर में रखें- Keep Tulsi Plant at Home
तुलसी को आयुर्वेद में बहुत पवित्र और औषधीय माना गया है। इसका तेज सुगंध मच्छरों को पास नहीं आने देती। घर की खिड़कियों या बालकनी में तुलसी का पौधा रखने से वातावरण शुद्ध रहता है और मच्छर भागते हैं।
3. कपूर और लौंग जलाएं- Burn Camphor and Clove for Mosquito Repellent Smoke
कपूर (Camphor) और लौंग (Clove) को एक साथ जलाने से एक नेचुरल धुआं बनता है जो मच्छरों को दूर भगाने में असरदार होता है। रात में सोने से पहले कमरे में कुछ देर ये उपाय करें, लेकिन गर्भवती महिला को धुएं से दूर रखें, सिर्फ कमरे को सुरक्षित बनाएं।
4. पुदीना और अजवाइन का धुआं- Use Mint and Carom Seeds Smoke for Mosquito Control
पुदीना और अजवाइन को तवे पर हल्का सेंककर उसका धुआं घर में फैलाएं। इसकी तेज गंध, मच्छरों को भागने पर मजबूर कर देती है। यह उपाय नेचुरल है और प्रेग्नेंसी के दौरान बिना किसी साइड इफेक्ट के किया जा सकता है।
5. लेमनग्रास ऑयल स्प्रे करें- Spray Lemongrass Oil as a Herbal Mosquito Repellent
लेमनग्रास ऑयल में सिट्रोनेला नामक तत्व होता है जो मच्छरों को दूर रखने में मदद करता है। इसे पानी में मिलाकर एक स्प्रे बॉटल में भर लें और कमरे या पर्दों पर छिड़कें। यह न सिर्फ मच्छरों को भगाता है बल्कि फ्रेश सुगंध भी देता है।
6. प्राकृतिक मच्छरदानी का इस्तेमाल करें- Use Herbal Mosquito Net for Safe Sleep
मच्छरदानी हमेशा केमिकल-फ्री सुरक्षा का सबसे अच्छा उपाय मानी जाती है। आजकल बाजार में हर्बल मच्छरदानी भी उपलब्ध हैं जिनमें नीम या तुलसी के अर्क का इस्तेमाल किया जाता है। ये सुरक्षित और आरामदायक नींद में मदद करती हैं और अनिद्रा की समस्या भी दूर करती हैं।
7. लहसुन के रस का इस्तेमाल करें- Use Garlic Juice to Repel Mosquitoes Naturally
लहसुन में मौजूद सल्फर कंपाउंड्स की गंध, मच्छरों को पसंद नहीं आती। गर्भवती महिलाएं अपने कमरे में लहसुन के जूस को एक बाउल में रखें या जहां से मच्छर आते हों, उस जगह पर लहसुन का जूस रखें, ताकि उसकी सुगंध से मच्छर भाग जाएं।
मच्छरों से फैलने वाली बीमारियां गर्भवती महिलाओं के लिए कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकती हैं। ऐसे में इन आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर आप खुद को और अपने बच्चे को सुरक्षित रख सकती हैं।
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FAQ
कौन से रोग मच्छरों द्वारा फैलते हैं?
मच्छरों के कारण मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, ज़ीका वायरस और जापानी इंसेफेलाइटिस जैसे खतरनाक वायरल व परजीवी रोग फैलते हैं।मच्छरों को रोकने के लिए क्या करना चाहिए?
पानी जमा न होने दें, नीम-लेमनग्रास का धुआं करें, खिड़कियों पर जाली लगाएं और सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।मच्छर के काटने के कितने दिन बाद मलेरिया होता है?
मलेरिया के लक्षण आमतौर पर मच्छर के काटने के 10 से 15 दिनों के भीतर दिखाई देते हैं, लेकिन यह समय व्यक्ति की इम्यूनिटी पर भी निर्भर करता है।