गर्मियों से लेकर बरसात कर का समय वो समय होता है जब मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसे मच्छर जनित रोगों का खतरा तेजी से बढ़ने लगता है। खासकर प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए यह मौसम और भी ज्यादा परेशान करने वाला होता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी थोड़ी कमजोर हो जाती है और उनके शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलाव भी कई इंफेक्शन के प्रति संवेदनशील बना देते हैं। ऐसे में प्रेग्नेंट महिलाओं के मन में यह सवाल उठना लाजमी है क्या मच्छर भगाने वाले स्प्रे का उपयोग गर्भावस्था में सुरक्षित है? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने दिल्ली के आनंद निकेतन में स्थित गायनिका: एवरी वुमन मैटर की सीनियर कंसल्टेंट, ऑब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. (कर्नल) गुंजन मल्होत्रा सरीन से बात की-
क्या प्रेग्नेंसी में मच्छर स्प्रे करना सुरक्षित है? - Is Mosquito Repellent Spray Safe During Pregnancy
गर्भावस्था के दौरान मच्छर भगाने वाले स्प्रे का उपयोग सुरक्षित माना जाता है, बशर्ते आप सही प्रकार के प्रोडक्ट का चयन करें और उसे उचित तरीके से उपयोग करें। मच्छरों से बचाव के लिए महिलाओं को घर में मच्छरदानी का उपयोग करना चाहिए या नेचुरल विकल्पों जैसे कि नीम का तेल, लेमनग्रास, तुलसी और नीलगिरी जैसी चीजों का उपयोग करना चाहिए। हालांकि, इनकी प्रभावशीलता DEET जैसे रासायनों से थोड़ी कम हो सकती है और बार-बार लगाने की जरूरत होती है।
अमेरिकी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) दोनों ही गर्भवती महिलाओं को DEET युक्त रिपेलेंट्स के सीमित और सावधानीपूर्वक उपयोग की अनुमति देते हैं। हालांकि, 30% से कम DEET की मात्रा वाले प्रोडक्ट्स को प्राथमिकता दी जाती है।
इसे भी पढ़ें: मच्छर भगाने के लिए नींबू और नीलगिरी तेल से बनाएं ये नेचुरल मॉस्किटो रिपेलेंट, जानें इस्तेमाल का तरीका
हर प्रेग्नेंसी अलग होती है और हर महिला की शरीर की प्रतिक्रिया भी भिन्न हो सकती है। इसलिए किसी भी प्रकार का मच्छर भगाने वाला प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। विशेषकर यदि महिला को स्किन एलर्जी, अस्थमा या अन्य कोई एलर्जिक रिएक्शन होते हैं, तो यह जरूरी है।
इसे भी पढ़ें: छोटे बच्चों को मच्छरों से बचाने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय, जानें कैसे दूर भगाएं मच्छर
- मच्छर भगाने के स्प्रे को शरीर पर बिलकुल न लगाएं
- स्प्रे करने के बाद कमरे में कुछ समय तक न जाएं
- आंख, नाक और मुंह के आसपास प्रयोग से बचें।
- स्प्रे लगाने के बाद हाथ धोना न भूलें।
- स्प्रे में DEET की मात्रा 30% से अधिक न हो।
- सोते समय स्प्रे करने से बेहतर है कि मच्छरदानी का उपयोग करें।
प्रेग्नेंसी के दौरान मच्छरों से बचाव बेहद जरूरी है। ऐसा इसलिए, क्योंकि मच्छर कई गंभीर बीमारियां जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और जीका वायरस फैला सकते हैं, जो गर्भवती महिला और उसके भ्रूण दोनों के लिए खतरनाक हो सकते हैं। मच्छर भगाने वाले प्रोडक्ट्स पर निर्भरता कम करने के लिए यह जरूरी है कि घर और आस-पास के इलाके को मच्छर मुक्त बनाया जाए। रुके हुए पानी को हटाएं, खिड़कियों में जाली लगाएं और मच्छरदानी का नियमित उपयोग करें।
निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी के दौरान मच्छरों से बचाव आवश्यक है, लेकिन उससे भी जरूरी है कि सुरक्षा उपाय सावधानीपूर्वक अपनाए जाएं। यदि मच्छर भगाने वाला स्प्रे उपयोग करना हो तो केवल सीमित मात्रा में, सही प्रोडक्ट और डॉक्टर की सलाह के साथ ही करें। प्राकृतिक विकल्पों और घरेलू उपायों को प्राथमिकता देना एक सुरक्षित कदम हो सकता है।
All Images Credit- Freepik
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version