Safe Ways to Protect baby from Mosquito Bites: मानसून के मौसम में मच्छर और मक्खियों का प्रकोप ज्यादा देखने को मिलता है। दरअसल, मानसून में बारिश के कारण हवा में नमी के कारण ज्यादा बैक्टीरिया पनपते हैं। वहीं, जगह-जगह पानी जमा होने के कारण मच्छर ज्यादा पैदा होते हैं और डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा फैलाते हैं। ऐसे में मच्छरों से बचाव करना जरूरी है। वयस्कों के मुकाबले घर के छोटे बच्चों को मच्छरों से बचाने की ज्यादा जरूरत होती है। विश्व मच्छर दिवस के मौके पर ओनलीमॉयहेल्थ एक स्पेशल कैंपेन मच्छर मुक्त इंडिया चला रहा है। इस कैंपेन में आज हम आपको बताने जा रहे हैं छोटे बच्चों को मच्छर से बचाने के 5 उपायों के बारे में। इस विषय पर ज्यादा जानकार के लिए हमने गुरुग्राम स्थित मदरहुड हॉस्पिटल्स के नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ और बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय वजीर से बात की।
छोटे बच्चों को मच्छरों से बचाने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय- Safe Ways to Protect baby from Mosquito Bites
डॉ. संजय वजीर के अनुसार, वयस्कों के मुकाबले छोटे बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। ऐसे में उन्हें बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है।
1. हल्के रंग के कपड़े पहनाएं
डॉक्टर की मानें तो भारतीय घरों में ज्यादातर बच्चों को लाल, पीले और नारंगी रंग के कपड़े पहनाए जाते हैं। मच्छर गहरे रंगों की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं। जो पेरेंट्स मच्छरों को बच्चों से दूर रखना चाहते हैं, उन्हें हमेशा ढीले और हल्के रंग के कपड़े ही पहनना चाहिए। एक्सपर्ट के अनुसार, पेरेंट्स को बच्चों के लिए हमेशा सफेद, स्काई ब्लू और लाइट क्रीम कलर के कपड़े ही पहनाने चाहिए। हल्के रंगों के प्रति मच्छर कम आकर्षित होते हैं, जिससे बीमारियों का खतरा कम करने में मदद मिल सकती है।
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2. खिड़की पर जाली लगवा
डॉ. संजय का कहना है कि कमरे में ज्यादा हवा आए इसके लिए लोग खिड़कियों को खुला रखते हैं। जिसके कारण हवा के साथ-साथ मच्छर भी कमरे में घुस जाते हैं और डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया जैसी बीमारियां फैलाते हैं। कमरे में हवा आए और बीमारियों का खतरा भी न हो इसके लिए खिड़की पर जाली लगवाएं। जाली का फायदा यह होता है कि यह कमरे में हवा तो आ जाती है, लेकिन मच्छर दूर रहते हैं। साथ ही, जहां तक संभव हो शाम के समय घर के दरवाजों को भी बंद करके ही रखें।
3. पानी जमा न होने दें
बच्चों को मच्छर से काटने से बचाने के लिए घर के आसपास पानी जमा होने न दें। गमले, घड़े और बाल्टियों में ज्यादा लंबे समय तक पानी जमा होने न दें। अगर आपके घर में कूलर हैं, तो उसमें फिनाइल की गोली या मिट्टी का तेल डालकर रखें। अगर आपके घर के सामने कोई नाली है जिसमें लंबे समय से पानी है, तो उसमें कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें, ताकि मच्छरों की पैदावार पर रोक लगाई जा सके।
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4. मस्कीटो रेप्लेंट का इस्तेमाल करें
मच्छर शाम के समय ज्यादा काटते हैं। अगर आपका बच्चा शाम के समय पार्क या घर के बाहर खेलता है, तो मच्छरों से बचाव करने के लिए मस्कीटो रेप्लेंट का इस्तेमाल करें। डॉक्टर का कहना है कि अगर बच्चा 1 से 5 साल के बीच का है और बाहर खेलता-कूदता है, तो उसे ओवर-द-काउंटर मस्कीटो रेप्लेंट न लगाएं। दरअसल, 5 साल तक की उम्र बच्चों की त्वचा बहुत नाजुक होती है। नाजुक त्वचा पर मच्छर डंक मारता है, तो इसकी वजह से खुजली और जलन की समस्या हो सकती है। इस उम्र के बच्चों को मच्छरों से बचाने के लिए डॉक्टर द्वारा सुझाए गए मस्कीटो रेप्लेंट का ही इस्तेमाल करें।
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5. मच्छर भगाने वाले पौधे लगाएं
घर के अंदर लेमन ग्रास, तुलसी और नीम के पौधे लगाएं। इन पौधे के घर में रहने से मच्छरों को दूर भगाने में मदद मिलती है।
मच्छरों के काटने पर अगर आपके बच्चे के शरीर पर किसी तरह का लाल निशान नजर आता है, तो तुरंत इस विषय पर डॉक्टर से सलाह लें।
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