दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देश में तापमान की बढ़ोतरी के साथ मच्छरों का आतंक भी तेजी से बढ़ रहा है। मच्छरों के काटने की वजह से दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में डेंगू और मलेरिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। मलेरिया एक ऐसी गंभीर बीमारी है, जिसका इलाज सही समय पर न किया जाए तो इसकी वजह से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है, जो प्लाज्मोडियम परजीवी के काटने से होती है। मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों के अपेक्षा मलेरिया को ज्यादा खतरनाक माना जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की 2021 की वार्षिक विश्व मलेरिया रिपोर्ट से पता चलता है कि मलेरिया से होने वाली मौतों का आंकड़ा वक्त के साथ बढ़ता ही जा रहा है। 2020 में मलेरिया से होने वाली मौतों की संख्या 6, 27,000 थी। लोगों को मलेरिया जैसी गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। विश्व मलेरिया दिवस के मौके पर हम आपको 5 ऐसे ही सवालों के जवाब बताने जा रहे हैं, जो अक्सर लोग गूगल पर सर्च करते हैं। इन सवालों का जवाब जानने के लिए हमने दिल्ली नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के डिस्ट्रिक्ट इम्यूनाइजेशन ऑफिसर डॉ. पीयूष मिश्रा से बात की।
मलेरिया में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और उनके जवाब - Malaria Frequently Asked Questions and Answer
सवाल- मलेरिया का मच्छर किस समय काटता है?
जवाब- डॉ. पीयूष मिश्रा का कहना है कि मलेरिया एक ऐसी बीमारी है, जो संक्रमित मच्छर में मौजूद परजीवी रोगाणु की वजह से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इस बीमारी के रोगाणु इतने छोटे होते हैं, जो आंखों से देखे नहीं जा सकते हैं। डॉक्टर का कहना है कि मुख्य रूप से मलेरिया का मच्छर शाम के समय काटता है। आमतौर पर मलेरिया फैलाने वाला मच्छर शाम को 4 से 7 बजे के बीच काटता है।
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सवाल- मलेरिया कितने दिनों में ठीक होता है
जवाब- डॉ. पीयूष मिश्रा का कहना है कि मलेरिया होने के बाद मरीज को पूरी तरह के ठीक होने में 7 से 30 दिन का वक्त लगता है। अगर मरीज को सही इलाज और हेल्दी डाइट मिल जाए, तो मलेरिया के लक्षण जल्दी ठीक होने लगते हैं। अगर इलाज के दौरान, लापरवाही बरती गई, तो दोबारा मलेरिया होने की आशंका बनी रहती है। मलेरिया से पूरी तरह से ठीक होने में कितना वक्त लगेगा यह डाइट और देखभाल कैसे की जा रही है, इस पर निर्भर करता है।
सवाल- मलेरिया होने पर क्या खाएं?
जवाब- मलेरिया का बुखार होने पर खाने में पोषण की मात्रा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। डॉक्टर का कहना है कि मलेरिया होने पर खाने में ज्यादा से ज्यादा मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। ऐसे में ग्लूकोज का पानी, ताजे फलों का रस, नारियल का पानी, नींबू, नमक, चीनी और पानी से बना शरबत पीना फायदेमंद रहता है।
सवाल- मलेरिया होने पर क्या न खाएं
जवाब- डॉ. पीयूष मिश्रा की मानें तो मलेरिया होने पर मरीज को खट्टी चीजें खाने से परहेज करनी चाहिए। मलेरिया होने पर आम, अनार, लीची, अनानास, संतरा आदि नहीं खाना चाहिए। इस तरह की चीजों में अम्ल ज्यादा मात्रा में पाया जाता है, जो मलेरिया के बुखार में होने वाली परेशानी को बढ़ा सकता है। मलेरिया से जल्दी रिकवरी के लिए आप खाने में स्टू और खिचड़ी जैसी चीजों को डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।
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सवाल- मलेरिया में प्लेटलेट्स कैसे बढ़ाएं
जवाब- मलेरिया से ग्रसित व्यक्ति को अपने खाने में लौकी, कद्दू, गाजर और पालक जैसी फाइबर युक्त चीजों को शामिल करना चाहिए। इस तरह की सब्जियों और फलों में आयरन की भी प्रचुर मात्रा पाई जाती है, जो प्लेटलेट काउंट्स को बढ़ाने में मदद करती है।
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