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World Mental Health Day: 2 तरह के होते हैं पैनिक अटैक, इनके लक्षणों पर जरूर दें ध्यान

पैनिक अटैक आने पर व्यक्ति खुद पर से काबू खो देता है, इसके आमतौर पर दो प्रकार होते हैं अपेक्षित और अप्रत्याक्षित।
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World Mental Health Day: 2 तरह के होते हैं पैनिक अटैक, इनके लक्षणों पर जरूर दें ध्यान


World Mental Health Day: आपने अक्सर कुछ लोगों को कहते हुए सुना होगा कि मुझे पैनिक अटैक आ गया। ये भी हो सकता है कि आपने कई बार खुद में पैनिक अटैक का अनुभव किया होगा। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आप न खुद पर काबू कर पाते हैं और सामने वाले के लिए भी आपको कंट्रोल करना मुश्किल हो सकता है। पैनिक अटैक आने पर आपके दिल की धड़कन बहुत तेज हो जाती है और आपके मन में एक अजीब तरह का डर बैठ जाता है। पैनिक अटैक का कनेक्शन आपके मेंटल हेल्थ से होता है। बता दें कि दुनियाभर में हर साल 10 अक्टूबर को वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे मनाया जाता है। इस दिन लोगों में मेंटल हेल्थ को बेहतर रखने के प्रति जागरूकता फैलाई जाती है। ऐसे में आइए फरीदाबाद के एशियन अस्पताल की एसोसिएट डायरेक्टर, साइकेट्रिस्ट डॉ. मीनाक्षी मनचंदा से जानते हैं कि पैनिक अटैक क्या होता है और यह कितने प्रकार का होता है? इसके साथ यह भी जानेंगे कि पैनिक अटैक कंट्रोल करने के लिए क्या करना चाहिए। 

पैनिक अटैक क्या होता है?

पैनिक अटैक एक तरह का मेंटल डिसऑर्डर होता है, जिसमें आपको किसी बात को लेकर डर या बेचैनी होना लगती है या फिर बिना किसी कारण खुद पर से काबू खोना की समस्या होने लगती है। पैनिक अटैक के लक्षण कई बार आपको हार्ट अटैक जैसे महसूस हो सकते हैं। इसके अलावा, आप अपने शरीर पर काबू नहीं कर पाते हैं, हाथ पैरों में झुनझुनी और दिल की धड़कन असामान्य होने लगती है। पैनिक अटैक आपको किसी भी समय आ सकता है, जिसका अनुभव आप कुछ सालों या दिन तक कर सकते हैं। 

इसे भी पढ़ें: एक जैसे लग सकते हैं पैनिक अटैक और पैनिक डिसऑर्डर के लक्षण, जानें इन दोनों के बीच के अंतर 

पैनिक अटैक के प्रकार

1. अपेक्षित पैनिक अटैक 

अपेक्षित पैनिक अटैक में व्यक्ति को अपने ट्रिगर्स के बारे में पता होता है। जैसे अगर किसी व्यक्ति को पता है कि उसे अंधेरे से डर लगता है, ऊंचाई से डर लगता है या बंद जगहों से डर लगता है तो ऐसी स्थिति में उसे पैनिक अटैक आना आम है। इस तरह के पैनिक अटैक को एक्सपेक्टेड पैनिक अटैक कहा जाता है, जिसे कंट्रोल करना या होने से रोकना व्यक्ति के हाथ में होता है। 

2. अप्रत्याशित पैनिक अटैक

अप्रत्याशित पैनिक अटैक लोगों को अचानक आ सकते हैं। अप्रत्याशित पैनिक अटैक, अचानक और बिना किसी कारण मन में डर या बेचैनी की समस्या बढ़ जाती है, जिससे उन्हें पैनिक अटैक आ जाता है। अप्रत्याशित पैनिक अटैक के लक्षण नजर आने से पहले व्यक्ति पूरी तरह से शांत रह सकता है। इसके अंदरुनी या बाहरी संकेत या ट्रिगर नजर नहीं आ सकते हैं। 

Panic Attack

पैनिक अटैक को जल्दी कैसे ठीक करें?

  • ब्रीदिंग एक्सरसाइज का अभ्यास करें
  • अपने तनाव का कारण जानने और उसका समाधान ढूंढने की कोशिश करें
  • रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज, योग और वॉक करें 
  • हेल्दी और संतुलित डाइट फॉलो करें 

इसे भी पढ़ें: साइलेंट पैनिक अटैक आने पर महसूस होते हैं ये 5 संकेत, न करें नजरअंदाज 

  • 8 से10 घंटे की पर्याप्त और अच्छी नींद लें
  • शराब और स्मोकिंग जैसी आदतों से बचें 

पैनिक अटैक की समस्या को नजरअंदाज करना आपके मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर बुरा असर डाल सकती है। ऐसे में जरूरी है कि आप इस समस्या को अनदेखा किए बिना साइकेट्रिस्ट से कंसल्ट करें और अपनी स्थिति में सुधार की कोशिश करें। 

Image Credit: Freepik 

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