नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ के मुताबिक, पैनिक अटैक (Panic Attack) का मतलब है अचानक बहुत तेज डर या घबराहट का दौरा पड़ना, जब कोई असली खतरा नहीं होता लेकिन शरीर और दिमाग दोनों में ऐसा महसूस होता है जैसे कुछ बुरा होने वाला है। इसमें दिल बहुत तेज धड़कने लगता है, सांस फूलने लगती है, चक्कर या कमजोरी महसूस होती है और व्यक्ति को लगता है कि वह बेहोश हो जाएगा या उसकी मौत करीब है। Dr. Dilip Gude, Senior Consultant Physician at Yashoda Hospitals, Hyderabad ने बताया कि जिन लोगों को पैनिक अटैक आता है, उनके लिए यह स्थिति बहुत तकलीफ देती है। समय पर इनके लक्षण पहचानना, खासकर जब ये भीड़ में हों, व्यक्ति और आसपास के लोगों, दोनों को सुरक्षित और समझदारी से स्थिति संभालने में मदद करता है। अक्सर लोग पैनिक अटैक को हार्ट प्रॉब्लम समझ लेते हैं क्योंकि मरीज सीने को पकड़ सकता है या धड़कन तेज होने की शिकायत करता है। भीड़ में ये अटैक और भी मुश्किल हो जाते हैं क्योंकि मरीज को डर रहता है कि लोग उसे गलत समझेंगे। याद रखें कि पैनिक अटैक डरावने और शारीरिक रूप से असर डालने वाले होते हैं लेकिन जानलेवा नहीं। इस लेख में हम जानेंगे कि भीड़ में किसी को पैनिक अटैक आने पर पहचान कैसे की जाती है और आप उसकी मदद कैसे कर सकते हैं।
भीड़ में किसी को पैनिक अटैक आने पर पहचान कैसे करें?- Panic Attack Ko Kaise Pahchane
पैनिक अटैक के शारीरिक लक्षण:
- पैनिक अटैक में अचानक तेज डर या घबराहट महसूस होती है जो कुछ मिनटों में तेज हो जाती है।
- ऐसे समय में व्यक्ति बेचैन महसूस करता है।
- व्यक्ति पसीने से तर हो जाता है।
- चक्कर आते हैं।
- व्यक्ति हाथ कांपते हुए या सीने में दबाव महसूस करता दिखाई दे सकता है।
पैनिक अटैक के व्यवहारिक लक्षण:
- व्यक्ति अचानक बातचीत रोक सकता है।
- नजरें चुरा सकता है या खुद के बारे में अजनबी सा महसूस करने लगता है।
- कुछ लोगों को अपने शरीर से अलगाव सा महसूस होता है।
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पब्लिक में पैनिक अटैक आने पर क्या करें?- How To Deal With Panic Attack
- Dr. Dilip Gude ने बताया कि किसी को पब्लिक में पैनिक अटैक आए, तो शांत रहकर उसकी मदद करें, भीड़ न करें।
- गहरी सांस लेने को कहें या सिर्फ पास रहकर सहारा दें।
- अगर आप खुद पैनिक अटैक का सामना कर रहे हैं, तो याद रखें ये लक्षण थोड़े समय के होते हैं और गुजर जाते हैं।
- अपने पैरों के नीचे जमीन को महसूस करना या पांच चीजें गिनना जैसी ग्राउंडिंग एक्सरसाइज मदद कर सकती हैं।
अंत में, सबसे जरूरी हैं जागरूकता और संवेदनशीलता। सही समय पर लक्षण पहचानकर हम लोगों को अकेला महसूस होने से बचा सकते हैं।
निष्कर्ष:
अचानक सांस फूलना, दिल की धड़कन तेज होना, चक्कर आना या भीड़ से बाहर जाने की इच्छा पब्लिक में पैनिक अटैक के संकेत हो सकते हैं। ये लक्षण थोड़े समय के होते हैं, इस दौरान शांत रहें और सुरक्षित जगह ढूंढें।
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