Tips To Manage Panic Attack In Hindi: हाल ही में एक घटना सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में रही। मुंबई से कोलकाता जा रही इंडिगो फ्लाइट के टेक ऑफ करने के कुछ देर बाद ही हुसैन अहमद मजूमदार नाम के शख्स को पैनिक अटैक आ गया। मगर अचानक ही कुछ देर बाद एक सज्जन अपनी सीट से उठे और पीड़ित व्यक्ति को थप्पड़ जड़ दिया। हालांकि, तुंरत ही केबिन क्रू ने आकर स्थिति को संभाला और कई आसपास के लोगों ने भी अपनी आवाज बुलंद करते हुए ऐसा करने से मना किया। साथ ही, केबिन क्रू ने पीड़ित को इमर्जेंसी हेल्प मुहैया करवाई। लेकिन, इस वाकया को देखते हुए यह सवाल जरूर उठता है कि क्या वाकई पैनिक अटैक आने पर इस तरह मरीज को थप्पड़ मारा जाना सही है? या इसका मरीज की मेंटल हेल्थ पर नेगेटिव असर पड़ सकता है? आइए, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट और सुकून साइकोथैरेपी सेंटर की फाउंडर दीपाली बेदी से जानते हैं कि पैनिक अटैक आने पर क्या किया जाना चाहिए?
क्या पैनिक अटैक आने पर थप्पड़ मारना सही है?
विशेषज्ञों स्पष्ट रूप से समझाते हैं कि अगर किसी को पैनिक अटैक आया है,तो थप्पड़ मारा जाना समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। यह बहुत गलत है और इससे मरीज का मन आहत हो सकता है। यहां तक कि थप्पड़ मारे जाने के कारण मरीज अपनी स्थिति को संभाल नहीं पाता और कंडीशन बिगड़ सकती है। आपको बता दें कि अगर पैनिक अटैक आने पर किसी को थप्पड़ मारा जाए, तो यह न सिर्फ गलत होगा, बल्कि इसे असॉल्ट भी माना जाता है। यह एक तरह का वायलेंस है। इस तरह की एक्टिविटी नहीं की जानी चाहिए। इसके बजाय, जिन्हें पैनिक अटैक आया है, उनकी केयर की जानी चाहिए, ताकि उनकी स्थिति को संभाला जा सके।
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पैनिक अटैक आने पर क्या करें?- How To Stop Panic Attack In Hindi
मन को शांत रखें
अगर किसी को अचानक पैनिक अटैक आ रहा है, तो बौखलाए नहीं और न ही घबराएं। कुछ देर के लिए आंखें बंद करके बैठ जाएं और अपनी सांस की गति पर ध्यान दें। इससे आपका मन शांत होगा और धीरे-धीरे स्थिरता आ जाएगी। इसके अलावा, अगर आपको अक्सर ऐसा होता है, तो बेहतर है कि आपको किस बात को लेकर एंग्जाइटी है, उसे समझने की कोशिश करें।
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समाधान पर ध्यान दें
यूं तो व्यक्ति अचानक पैनिक हो जाता, जिसके लिए पहले से तैयारी नहीं की जा सकती है। लेकिन, आपको यह बात जाननी होगी कि पैनिक करने से शारीरिक स्वास्थ्य भी खराब हो सकता है। इसलिए, अगर कोई बात अचानक परेशान करने लगे, तो खुद को शांत रखें। समस्या जानकर समाधान पर फोकस करें।
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शांत जगह पर बैठें
कई बार पैनिक अटैक से निपटने के लिए शांत जगह पर बैठना भी फायदेमंद होता है। इसलिए, जैसे ही पैनिक होने लगे, ऐसी जगह पर चुपचाप कुछ देर के लिए बैठ जाएं, जो पूरी तरह शांत है। इस तरह के एन्वायरमेंट में बैठने से पैनिक अटैक से बचने में मदद मिलती है।
प्रोफेशनल की मदद लें
अगर आपको अक्सर पैनिक अटैक्स आते हैं, तो इसकी अनदेखी न करें। यह सही नहीं होगा। कई बार इस तरह की परेशानी का हल खुद से नहीं निकाला जा सकता है। आपको चाहिए कि जैसे ही मन शांत होता है और थोड़ा ठीक फील करते हैं। इसके बाद तुरंत प्रोफेशनल की मदद लें। वे आपके ट्रिगर प्वाइंट को समझेंगे और पैनिक अटैक्स से किस तरह बचा जा सकता है, इस बारे में बताएंगे।