क्या कभी आपने अचानक बहुत ज्यादा देर तक घबराहट, बेचैनी और डर का अनुभव किया है? इतना ही नहीं, इन समस्याओं के दौरान दिल की धड़कने अचानक तेज होना और- सांस लेने में मुश्किल का भी अनुभव किया है? अगर हां, तो ये पैनिक अटैक का लक्षण है। पैनिक अटैक अक्सर व्यक्ति के किसी बात को लेकर बहुत ज्यादा सोचने, तनाव ज्यादा लेने या डिप्रेशन के कारण कई बार आ सकता है। पैनिक अटैक कई तरह के होते हैं, जिसमें साइलेंट पैनिक अटैक भी शामिल है। पैनिक अटैक के कुछ लक्षण आपको नजर आ सकते हैं, लेकिन साइलेंट अटैक के ज्यादातर लक्षण अंदरुनी होते हैं, जो आपको सिर्फ महसूस हो सकते हैं। ऐसे में आइए साइकोलॉजिकल थेरेपिस्ट एकता खुराना से जानते हैं कि साइलेंट पैनिक अटैक के क्या लक्षण हैं?
साइलेंट पैनिक अटैक के क्या संकेत है?
दिल की धड़कन तेज होना
साइलेंट अटैक आने के कारण आपके दिल की धड़कने बहुत तेज धड़क सकती हैं, जिससे आपको महसूस हो सकता है कि आपका दिल धड़कना बंद होने वाला है।
चक्कर आना
हल्का चक्कर आने की समस्या भी कई बार साइलेंट पैनिक अटैक का संकेत हो सकता है, जिसके कारण आपको धबराहट भी महसूस हो सकती है।
शरीर का तापमान बदलना
साइलेंट पैनिक अटैक के कारण आपके शरीर का तापमान बदल सकता है, जिससे बहुत ज्यादा गर्मी या ठंड महसूस हो सकती है और पसीना आ सकता है।
डीरियलाइजेशन
पैनिक अटैक होने के कारण आपको आस-पास से अलग सा महसूस हो सकता है, जिसे डिपर्सनलाइजेशन या डीरियलाइजेशन भी कहा जाता है।
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सांस लेने में समस्या
पैनिक अटैक आने के कारण छाती में जकड़न और सांस लेने में समस्या हो सकती है, जिससे आपको सीने पर दबाव पड़ना और सांस लेने में मेहनत करने या हार्ट अटैक आने जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।
पैनिक अटैक कैसे कंट्रोल करें?
- कोई तेज खुशबूदार चीज सूंघे
- एक गिलास बहुत ठंडा पानी पिएं
- अपनी गर्दन के चारों ओर गीला कपड़ा लपेटें
- अपने चेहरे पर ठंडे पानी के छींटे मारें
- ठंडे पानी के बाउल में अपने हाथ डालकर बैठे
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साइलेंट पैनिक अटैक के ये लक्षण आपको नजर नहीं आते हैं, बल्कि महसूस हो सकते हैं। इसलिए ऐसे संकेत मिलने पर तुरंत कोई उपचार करें या डॉक्टर के पास जाएं।
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