वर्ल्ड लंग कैंसर डे हर साल 1 अगस्त को मनाया जाता है। वर्ल्ड लंग कैंसर डे को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों में फेफड़ों के कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने, कैंसर की समय पर पहचान और इलाज के लिए प्रोत्साहित करना है। पिछले एक दशक में जब विभिन्न कारणों से लोगों के बीच कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, तब वर्ल्ड लंग कैंसर डे जैसे का महत्व और भी ज्यादा बढ़ रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार, लंग कैंसर विश्व स्तर पर सबसे अधिक मौतों वाला कैंसर है। 2020 में लंग कैंसर के 2.2 मिलियन नए मामले दर्ज किए गए थे। जबकि इस घातक बीमारी से 1.8 मिलियन लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। 2035 तक ये संख्या करीब 3 मिलियन तक पहुंचने की आशंका है।
वर्ल्ड लंग कैंसर डे का इतिहास- World Lung Cancer day History
वर्ल्ड लंग कैंसर डे को मनाने की शुरुआत 2012 में हुई थी। पहली बार वर्ल्ड लंग कैंसर डे को मनाने का आयोजन फोरम ऑफ इंटरनेशनल रेस्पिरेटरी सोसाइटीज ने इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ लंग कैंसर और अमेरिकन कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन के सहयोग से किया था। वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस ऑन लंग कैंसर (WCLC) दुनिया का सबसे प्रमुख संगठन है जो पूरी तरह से फेफड़ों के कैंसर से जुड़ी समस्याओं के बारे में जागरूक करता है। 2012 के बाद से ही वर्ल्ड कैंसर डे हर साल 1 अगस्त को एक खास थीम के साथ मनाया जाता है।
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वर्ल्ड कैंसर डे की थीम
हर साल एक खास थीम के साथ वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है। साल 2025 में विश्व लंग दिवस के लिए बनाई गई थीम "United by Unique - यूनाइटेड बाय यूनिक" है। जिसका अर्थ है कि हर लंग कैंसर के रोगी के इलाज की जर्नी अलग और महत्वपूर्ण होती है।
वर्ल्ड लंग कैंसर डे का उद्देश्य- Objective of World Lung Cancer Day
इस खास दिन के उद्देश्य की बात करें, तो ये दिन फेफड़ों के कैंसर के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन का एक प्रमुख मकसद यह भी है कि लोग समय रहते लंग कैंसर की जांच करवाएं ताकि शुरुआती अवस्था में पहचान कर इलाज संभव हो सके। यह दिन धूम्रपान छोड़ने, वायु प्रदूषण से बचाव और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संदेश भी देता है।
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वर्ल्ड लंग कैंसर डे का महत्व- World Lung Cancer day Importance
वर्ल्ड लंग कैंसर डे कई मायनों में महत्वपूर्ण है।
- धूम्रपान छोड़ना, वायु प्रदूषण को कम करने पर जोर देना है। इससे लंग कैंसर की शुरुआत को रोका जा सकता है।
- कई बार धूम्रपान ना करने वालों को भी लंग कैंसर हो जाता है। इससे जुड़ी गलत धारणाओं और लंग कैंसर से जुड़े मिथकों को भी ये दिन दूर करने में मदद करता है।
- लंग कैंसर के सबसे बड़े कारणों में से एक तंबाकू और धूम्रपान है। यह दिन लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रेरित करता है।
- लंग कैंसर से प्रभावित लोगों को भावनात्मक, सामाजिक और मेडिकल सपोर्ट मिले, ये दिन इस बात पर भी जोर देता है।
- शुरुआती चरण में लंग कैंसर का पता चलने से इलाज की सफलता की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। यह दिन स्क्रीनिंग और जांच को प्रोत्साहित करता है।
लंग कैंसर क्या होता है?
अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार, लंग कैंसर, जिसे फेफड़ों का कैंसर कहा जाता है, एक प्रकार का कैंसर है जो फेफड़ों की कोशिकाओं में होने वाली अनियंत्रित बढ़ोतरी के कारण होता है। जब फेफड़ों में कोशिकाएं सामान्य से ज्यादा बढ़ने लगती हैं, तो व्यक्ति को लंग कैंसर होता है। फेफड़े हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से हैं, जिनका मुख्य कार्य ऑक्सीजन को शरीर में पहुंचाना और कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालना है। इसलिए कैंसर जैसी घातक बीमारी से फेफड़ों को बचाना बहुत ही जरूरी है।
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लंग कैंसर के लक्षण क्या हैं
लंग कैंसर के शुरुआती लक्षण काफी सामान्य होते हैं। इसलिए इनकी पहचान थोड़ी मुश्किल होती है। आइए जानते हैं लंग कैंसर के प्रमुख लक्षण क्या हैंः
लगातार खांसी (जो समय के साथ ठीक न हो)
खांसी में खून आना
खांसी के साथ जंग जैसा बलगम आना
सीने में दर्द, खासकर गहरी सांस लेने पर
अचानक वजन घटना और भूख में कमी
फेफड़ों में बार-बार संक्रमण जैसे निमोनिया या ब्रोंकाइटिस
अगर आपको इस तरह के लक्षण स्वयं में नजर आते हैं तो इस बारे में अपने डॉक्टर को बताएं और इलाज करवाएं।
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लंग कैंसर से बचाव के लिए क्या करें
कोलकाता स्थित सीएमआरआई अस्पताल के पल्मोनोलॉजी निदेशक, डॉ. राजा धर का कहना है कि रोजमर्रा के कामों में किए गए छोटे-छोटे बदलाव और शरीर पर होने वाले प्रदूषण के इफेक्ट को कम करके लंग कैंसर से बचाव किया जा सकता है। लंग कैंसर से बचाव के लिए आप नीचे बताई गई चीजों को अपना सकते हैं।
- तंबाकू और सिगरेट से दूरी बनाकर रखें।
- जहां तक संभव है, प्रदूषण के संपर्क में न आए।
- अगर स्मोकिंग करते हैं, तो नियमित जांच करवाएं।
निष्कर्ष
1 अगस्त को मनाया जाने वाला वर्ल्ड लंग कैंसर डे सिर्फ एक जागरुकता दिवस नहीं है, बल्कि एक आंदोलन है। हम समाज और सरकार मिलकर इस दिन का सही उपयोग करें, तो हम न सिर्फ धूम्रपान को घटा सकते हैं, बल्कि लंग कैंसर का इलाज भी समय पर करवा सकते हैं।
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