हम में से अधिकांश लोग सिर दर्द को हल्के में लेकर नजरअंदाज कर देते हैं। कई बार यह अन्य बीमारियां या फिर माइग्रेन का संकेत भी हो सकता है। इसलिए सिर में तेज दर्द होने पर चिकित्सक से सलाह जरूर लेनी चाहिए। ऐसा ही एक मामला मैंगलूरू से सामने आया है, जहां एक 24 वर्षीय डेंटिस्ट डॉ. स्वाती शेट्टी को रात में सिर में तेज दर्द हुआ। इसके बाद रात में सोते समय नींद में ही उसकी मौत हो गई। स्वाती की शरीर ठंडी पड़ गई थी, जिसके बाद आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया और उसकी मौत हो गई। आइये गुरुग्राम स्थित पारस हॉस्पिटल के कंसल्टेंट न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. नितीशा गोयल से जानते हैं क्या माइग्रेन से मौत हो सकती है।
क्या माइग्रेन से हो सकती है मौत?
डॉ. नितीशा के मुताबिक अगर आपको भयंकर माइग्रेन है तो कुछ मामलों में यह गंभीर समस्याओं जैसे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का कारण बन सकता है, जिसके चलते मरीज की मौत तक हो सकती है। स्ट्रोक या फिर माइग्रेन से ब्रेन में होने वाली ब्लड सप्लाई बाधित हो सकती है, जिस कारण नसों पर प्रभाव पड़ता है, हालांकि इसके असर लंबे समय बाद देखने को मिलता है। अमेरिकन माइग्रेन फाउंडेशन के मुताबिक स्ट्रोक आमतौर पर ब्लड क्लॉटिंग, सूजन या फिर आर्रीज में किसी प्रकार की समस्या आने से हो सकता है।
माइग्रेन को न करें नजरअंदाज
अगर आप माइग्रेन से पीड़ित हैं और सिर दर्द के साथ आंखों में धुंधलापन, चेहरे के एक तरफ झनझनाहट होना या फिर बोलने और कंधा हिलाने में कठिनाई हो रही है तो ऐसे में इसे नजरअंदाज करने से बचें। अगर आपका माइग्रेन पेन 72 घंटो तक ठीक या कम नहीं होता तो ऐसे में बिना देर किए चिकित्सक को दिखाएं। अगर लेटने पर आपको ज्यादा तेज दर्द हो रहा है या फिर थेरेपी और दवाएं भी काम नहीं कर रही हैं तो ऐसे में कई बार मेडिकल इमरजेंसी भी हो सकती है।
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माइग्रेन के लक्षण
- माइग्रेन होने पर आपको मांसपेशियों में कमजोरी, देखने में कठिनाई और मांसपेशियों को मूव करने में कठिनाई हो सकती है।
- ऐसे में बोलने में कठिनाई, नींद न आना, भूख बढ़ने और बार-बार पेशाब जाने जैसी समस्या हो सकती है।
- ऐसे में शरीर में झनझनाहट होने के साथ ही खांसी और छींक भी आ सकती है।