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माइग्रेन के दौरान क्यों आती या महसूस होती है उल्टी? जानें डॉक्टर से

Why Do Migraines Cause Vomiting: क्या माइग्रेन के कारण व्यक्ति को उल्टी की समस्या हो सकती है? आइए इस सवाल का जवाब डॉक्टर से जान लेते हैं।  
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माइग्रेन के दौरान क्यों आती या महसूस होती है उल्टी? जानें डॉक्टर से

Why Do Migraines Cause Vomiting: माइग्रेन की समस्या बिगड़े हुए लाइफस्टाइल और खराब डाइट के कारण बहुत आम होती जा रही है। माइग्रेन एक तरह का सिरदर्द होता है, जो आमतौर पर सिर के एक तरफ शुरू होता है। इससे  व्यक्ति को धड़कता हुआ दर्द महसूस हो सकता है। साथ ही, मतली, उल्टी, प्रकाश और ध्वनि के प्रति सेंसिटिविटी जैसे लक्षण भी शामिल हो सकते हैं। यह दिमाग में तंत्रिका तंत्र (Nervous System) के विकारों के कारण हो सकता है। माइग्रेन का दर्द कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक भी रह सकता है। बता दें कि कई लोग माइग्रेन के दौरान वोमिटिंग यानी उल्टी आने की समस्या का सामना करते हैं। अगर आपको भी सिरदर्द के साथ उल्टी आती है, तो आज के यह आर्टिकल आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। आइए इस बारे में डॉ. नीरज कुमार, सीनियर कंसल्टेंट - न्यूरोलॉजी, मेट्रो हॉस्पिटल, नोएडा (Dr. Neeraj Kumar, Sr. Consultant - Neurology, Metro Hospital, Noida) से जान लेते हैं।

माइग्रेन क्या है?- What is Migraine

migraine vomit

माइग्रेन सिर्फ सिरदर्द नहीं है। यह एक जटिल न्यूरोलॉजिकल स्थिति है, जो कई लक्षणों के साथ जीवन पर बुरा असर डाल सकती है। यह दर्द व्यक्ति को पूरे सिर में नहीं, बल्कि किसी एक हिस्से में ही महसूस होता है। बता दें कि माइग्रेन के दौरान सबसे आम और परेशान करने वाले लक्षणों में मतली और उल्टी शामिल हैं। ऐसे में जान लेते हैं कि माइग्रेन के दौरान पेट क्यों खराब होता है या उल्टी क्यों आती है?

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दिमाग और पेट का संबंध (Brain-Gut Connection)

माइग्रेन के दौरान मतली का मुख्य कारण ब्रेन-गट एक्सिस यानी दिमाग और पाचन तंत्र के बीच संपर्क होता है। जब माइग्रेन शुरू होता है, तो दिमाग का एक हिस्सा, जिसे ब्रेन स्टेम कहते हैं, सक्रिय हो जाता है। यह हिस्सा उल्टी और मतली को कंट्रोल करता है। न्यूक्लियस ट्रैक्टस सोलिटेरियस (NTS) और एरिया पोस्टरेमा नामक ब्रेन के हिस्से विशेष रूप से माइग्रेन के दौरान सक्रिय हो जाते हैं और व्यक्ति को मतली की अनुभूति हो सकती है।

सेरोटोनिन और डोपामाइन की भूमिका

माइग्रेन के समय सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर का स्तर भी बदलता है। सेरोटोनिन का असंतुलन पाचन-तंत्र की गति को धीमा कर देता है, जिससे गैस्ट्रिक स्टेसिस यानी खाना लंबे समय तक पेट में रुका रहता है। इससे पेट भारी लगता है और व्यक्ति को मतली या उल्टी की समस्या हो सकती है। वहीं, डोपामिन की सक्रियता भी कुछ मरीजों में बढ़ जाती है, जिससे उल्टी की संभावना बढ़ सकती है।

संवेदनशीलता और गति का असर

माइग्रेन के दौरान रोशनी, आवाज और हलचल के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है, जिससे मोशन सिकनेस जैसे लक्षण महसूस होते हैं। इससे मतली और उल्टी की भावना और ज्यादा बढ़ सकती है।

उल्टी से क्यों मिलता है कभी-कभी आराम?-Why Does Vomiting Sometimes Provide Relief

कुछ मरीज बताते हैं कि माइग्रेन के दौरान उल्टी करने के बाद, उन्हें राहत मिलती है। यह इसलिए होता है, क्योंकि उल्टी करने से ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम में बदलाव आता है, जो ब्रेन की ज्यादा सक्रियता को कम कर सकता है।

डॉक्टरी इलाज क्या है?- What is the Medical Treatment

  • एंटी-नॉजिया दवाइयां जैसे ओन्देनसेट्रोन, मेटोक्लोप्रामाइड
  • माइग्रेन की विशेष दवाइयां जैसे ट्रिप्टन्स
  • हाइड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट थेरेपी, खासकर गंभीर लक्षणों में
  • ट्रिगर से बचाव, पर्याप्त नींद, और तनाव प्रबंधन

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कुल मिलाकर, माइग्रेन के दौरान उल्टी और मतली कोई सामान्य गैस्ट्रिक समस्या नहीं, बल्कि यह मस्तिष्क और पाचन प्रणाली के बीच गहरे संबंध का परिणाम होती  है। अगर माइग्रेन के साथ मतली बार-बार होती है, तो किसी न्यूरोलॉजिस्ट या माइग्रेन विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें। आपको इस स्थिति को आम समझ कर नजरअंदाज करने की गलती नहीं करनी चाहिए।

FAQ

  • उल्टी और सिर दर्द किसका लक्षण है?

    माइग्रेन एक प्रकार का सिरदर्द है। यह मतली, उल्टी या प्रकाश और ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता जैसे लक्षणों के साथ हो सकता है। ज्यादातर लोगों में, धड़कता हुआ दर्द सिर के सिर्फ एक तरफ महसूस होता है।
  • बार-बार उल्टी होने पर कौन सी जांच की जाती है?

    अगर आपको बार-बार उल्टी आती है या उल्टी होती है, तो डॉक्टर से मिलना जरूरी हो जाता है। वे उल्टी का कारण जानने के लिए जांच करेंगे। कभी-कभी उल्टी होने का कारण पता लगाना मुश्किल हो सकता है। इस स्थिति में डॉक्टर एंडोस्कोपी या सीटी स्कैन जैसी जांच का सुझाव देते हैं।
  • लगातार उल्टी का कारण क्या है?

    पाचन तंत्र को प्रभावित करने वाली स्थितियां, जैसे गैस्ट्राइटिस , पेप्टिक अल्सर, गैस्ट्रोएंटेराइटिस, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) और गैस्ट्रोपैरेसिस, बार-बार या लगातार मतली और उल्टी का कारण बन सकती हैं।

 

 

 

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