World Cancer Day 2024: कैंसर एक जानलेवा और गंभीर बीमारी है। इस बीमारी की वजह से हर साल लाखों लोगों की जान चली जाती है। कैंसर की बीमारी के प्रति लोगों में जानकारी और जागरूकता की कमी है, इसकी वजह से ही मरीजों की मौत हो जाती है। कैंसर की बीमारी के शुरुआती लक्षणों को सही समय पर पहचान कर उचित इलाज लेने से मरीज जल्दी ठीक हो सकता है। कैंसर की बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए दुनियाभर में 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं वर्ल्ड कैंसर डे का इतिहास और महत्व।
क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड कैंसर डे?- World Cancer Day Significance in Hindi
दुनियाभर में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए 4 फरवरी के दिन वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है। कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने और इस बीमारी के इलाज को लोगों तक पहुंचाने के लिए इस दिन की शुरुआत हुई थी। इस दिन का उद्देश्य कैंसर के मरीजों की पहचान कर उनको उचित और सटीक इलाज मुहैया कराना है। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ने से इसके इलाज में आसानी होती है।
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वर्ल्ड कैंसर डे का इतिहास- World Cancer Day History in Hindi
वर्ल्ड कैंसर डे को मनाने की शुरुआत साल 1999 में वर्ल्ड सम्मिट एगेन्स्ट कैंसर, पेरिस में हुई थी। इस प्रस्ताव के बाद साल 2000 से 4 फरवरी के दिन को वर्ल्ड कैंसर डे के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन का मकसद दुनिया के सभी देशों को कैंसर के खिलाफ एकजुट करना और इलाज व कैंसर की पहचान को आसान बनाना है। दुनियाभर में कैंसर से जुड़े शोध और अध्ययन को बढ़ावा देना भी इस दिन को मनाने का उद्देश्य है।
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साल 2024 में वर्ल्ड कैंसर डे की थीम- World Cancer Day Theme 2024 in Hindi
इस साल वर्ल्ड कैंसर डे की थीम "क्लोज द केयर गैप: एवरीवन डिजर्व्स एक्सेस टू कैंसर केयर" है। इस थीम का उद्देश्य कैंसर के सभी मरीजों को आसानी से सही इलाज मुहैया कराना है। विशेष रूप से पिछड़े और कमजोर देशों में कैंसर का सही इलाज मौजूद नहीं है। कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाले संसाधनों की कमी के कारण हर साल लाखों मरीज जान गवां देते हैं। इस साल के वर्ल्ड कैंसर डे की सब थीम "टूगेदर वी चैलेंज दोज इन पावर" है। इस थीम की मदद से वैश्विक लीडर्स को संसाधनों की पूर्ति के लिए जवाबदेह बनाने पर भी जोर दिया जाएगा।
कैंसर जैसी गंभीर और जानलेवा बीमारी के प्रति जागरूकता और जानकारी बढ़ने पर कैंसर की पहचान में मदद मिलेगी। भारत जैसे देश में कैंसर के मरीज हर साल तेजी से बढ़ रहे हैं। खानपान और लाइफस्टाइल से जुड़ी गड़बड़ी के कारण इस बीमारी का खतरा और बढ़ रहा है। भारत में महिलाओं को ब्रेस्ट, कोलोरेक्टल, फेफड़े, सर्वाइकल और थायरॉयड कैंसर वहीं पुरुषों को फेफड़े, प्रोस्टेट, कोलोरेक्टल, पेट और लिवर के कैंसर का खतरा ज्यादा है।
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