World COPD Awareness Day 2025: हर साल क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड COPD अवेयरनेस डे, जानें इस साल की थीम

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज फेफड़ों से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है, जिसे लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल नवंबर के तीसरे बुधवार को इस वर्ल्ड COPD अवेयरनेस डे मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस साल की थीम, महत्व और इतिहास के बारे में-
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World COPD Awareness Day 2025: हर साल क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड COPD अवेयरनेस डे, जानें इस साल की थीम

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज COPD) एक दीर्घकालिक और बढ़ने वाली फेफड़ों की बीमारी है, जिसमें पीड़ित व्यक्ति का वायुमार्ग सिकुड़ जाता है और सांस लेने की क्रिया प्रभावित होती है। इस बीमारी में सांस लेने में मुश्किल, लगातार खांसी और बलगम जैसी समस्याएं हो सकती हैं। COPD दुनियाभर में कई गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है, फिर भी अक्सर लोगों को इस बीमारी की समय पर पहचान नहीं हो पाती है, जिस कारण ये गंभीर रूप ले सकता है। ऐसे में लोगों में क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज की गंभीरता को बताने के लिए हर साल वर्ल्ड COPD अवेयरनेस डे मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस दिन के इतिहास और महत्व के बारे में, साथ ही इस साल की थीम के बारे में।


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वर्ल्ड COPD अवेयरनेस डे 2025 की थीम

वर्ल्ड COPD अवेयरनेस डे 2025 की थीम “Short of Breath, Think COPD” यानी “सांस फूल रही है, तो COPD के बारे में सोचें” रखी गई है। यह थीम सीधे और साफ तरीके से लोगों और हेल्थ एक्सपर्ट्स दोनों को प्रेरित करता है कि अगर किसी को बार-बार सांस लेने में तकलीफ हो रही है, खासकर 35 साल से ज्यादा उम्र के लोग, स्मोकिंग करते हुए या प्रदूषण के संपर्क में ज्यादा रहने वाले लोगों में COPD होने की संभावना ज्यादा होती है। यह थीम COPD के शुरुआती संकेत के रूप में लगातार सांस फूलने की समस्या को पहचानने पर जोर देता है और समय पर इसकी पहचान करके समय पर निदान और सही देखभाल को बढ़ावा  देना है। बहुत से लोग COPD की शुरुआती लक्षणों को सामान्य उम्र बढ़ने के संकेत समझकर नजरअंदाज कर देते हैं।

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वर्ल्ड COPD अवेयरनेस डे का इतिहास

वर्ल्ड COPD अवेयरनेस डे हर साल नवंबर के तीसरे बुधवार को मनाया जाता है। यह दिन स्वास्थ्य सेवन संगठनों, अस्पतालों और लोगों को फेफड़ों के स्वास्थ्य और COPD को मैनेज करने पर जोर दिया जाता है। इस दिन कई तरह के कार्यक्रमों, जागरूकता अभियानों, फ्री हेल्थ चेकअप आदि चीजों को आयोजित किया जाता है। बता दें कि वर्ल्ड COPD अवेयरनेस डे की शुरुआत साल 2002 में हुई थी। यह दिन Global Initiative for Chronic Obstructive Lung Disease (GOLD) द्वारा आयोजित किया जाता है, जिसकी स्थापना विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अमेरिकी नेशनल हार्ट, लंग, और ब्लड इंस्टीट्यूट ने मिलकर की थी। GOLD और FIRS ने इस दिन के जरिए अलग-अलग विषयों पर फोकस किया है जिसमें बचाव, शुरुआती निदान, जीवन-प्रबंधन और शिक्षा शामिल है।

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वर्ल्ड COPD अवेयरनेस डे का महत्व

वर्ल्ड COPD अवेयरनेस डे की शुरुआत क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज के वैश्विक स्वास्थ्य बोझ के समाधान के लिए किया गया था, जो दुनिया में मौत होने के प्रमुख कारणों में से एक है। इस अंतर्राष्ट्रीय पहल का उद्देश्य दुनिया भर के व्यक्तियों और स्वास्थ्य संगठनों को COPD के खिलाफ लड़ाई से जोड़ना और इसकी रोकथाम करना है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों में जागरूकता बढ़ाना, COPD से जुड़ी जानकारी शेयर करना और दुनिया भर में इस फेफड़ों की बीमारी की बेहतर रोकथाम, जल्द इलाज और मैनेजमेंट को बढ़ावा देना है। यह दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सीओपीडी विश्व स्तर पर मौत के प्रमुख कारणों में से एक है। इसके बावजूद भी बहुत से लोग इस बीमारी के बारे में जान नहीं पाते हैं। इस दिन जागरूकता अभियानों की मदद से जनता को इस बीमारी, लक्षणों और जोखिम कारकों के बारे में शिक्षित करने पर जोर दिया जाता है।

निष्कर्ष

वर्ल्ड COPD अवेयरनेस डे लोगों में क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज की गंभीरता को बताने और इस बीमारी को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाना है, जो कई मौतों का कारण बनता है।  

Image Credit: Freepik 

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  • Nov 19, 2025 09:40 IST

    Published By : Katyayani Tiwari

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