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डायबिटीज विश्व स्तर पर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है। बड़े-बुजुर्गों से लेकर बच्चों में भी डायबिटीज के मामले देखने को मिल रहे हैं। डायबिटीज में आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, जिसे कंट्रोल करना काफी मुश्किल होता है। यह शरीर में इंसुलिन नाम के हार्मोन के कमी के कारण होता है या फिर जब शरीर इंसुलिन को सही तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाता है। इससे ब्लड में शुगर का सही से इस्तेमाल नहीं हो पाता है और हाई ब्लड शुगर की समस्या हो जाती है। ऐसे में डायबिटीज की गंभीरता को समझते हुए और लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 14 नवंबर को विश्व डायबिटीज दिवस मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस साल वर्ल्ड डायबिटीज डे की थीम क्या है और इस दिन का इतिहास क्या है?
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विश्व डायबिटीज दिवस 2025 की थीम
वर्ल्ड डायबिटीज डे 2025 के लिए “मधुमेह और कल्याण” (Diabetes and Well-Being) थीम को चुना गया है। इस थीम का उद्देश्य लोगों तक यह बात पहुंचाना है कि डायबिटीज सिर्फ ब्लड शुगर का मुद्दा नहीं है, बल्कि लाइफ क्वालिटी, शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक मेल से जुड़ा विषय है। यह थीम इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि डायबिटीज के साथ रहने वाले की जिंदगी सिर्फ दवाइयां लेने या ब्लड शुगर लेवल को जांचने तक सीमित नहीं होती है, बल्कि उन्हें रोज-रोज की चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है, जिसमें सामाजिक भेदभाव, मानसिक थकान आदि समस्याएं शामिल हैं।
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विश्व डायबिटीज दिवस का इतिहास
वर्ल्ड डायबिटीज डे की शुरुआत साल 1991 में अंतरराष्ट्रीय मधुमेह महासंघ (आईडीएफ) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक साथ मिलकर की थी। इस दिन की शुरुआत विश्व स्तर पर डायबिटीज के बढ़ते मामलों और इसकी गंभीरता को समझते हुए लोगों तक सही जानकारी पहुंचाने के लिए की गई थी। इस दिन को मनाने का उद्देश्य डायबिटीज से पीड़ित लोगों के सामने आने वाली स्वास्थ्य और लाइफ से जुड़ी चुनौतियों का समाधान करना और जागरूकता बढ़ाने पर फोकस करना था। 2006 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा आधिकारिक तौर पर विश्व डायबिटीज दिवस को एक के रूप में मनाने का फैसला किया और इसके बाद हर साल 14 नवंबर को विश्व डायबिटीज दिवस मनाए जाने लगा। इस दिन को मनाने के लिए 14 नवंबर का दिन इसलिए चुना गया क्योंकि इस दिन सर फ्रेडरिक बैटिंग का जन्मदिन है, जिन्होंने 1922 में चार्ल्स बेस्ट के साथ मिलकर इंसुलिन की खोज की थी।
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विश्व डायबिटीज दिवस का महत्व
डायबिटीज, विश्व स्तर पर एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या है। ऐसे में वर्ल्ड डायबिटीज डे सरकारों, डॉक्टर, मरीज और कई NGO को एक साथ लाने और इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने पर जोर देता है। इस दिन डायबिटीज के प्रभाव को समझने, इसे गंभीरता से लेने और सही इलाज के लिए लोगों को प्रेरित करना है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य उन नीतियों का समर्थन करना है, जो हमारे जीवन में बदलाव लाएं और डायबिटीज से पीड़ित लोगों की मदद करें। यह दिन लोगों को डायबिटीज की समस्या को समय पर पहचानने, लोगों को इसे लेकर शिक्षित करने और इससे जुड़े मिथकों को दूर करने पर जोर देना है, ताकि लोगों को एक हेल्दी जीवन मिल सके।
निष्कर्ष
विश्व डायबिटीज दिवस 2025 के लिए “मधुमेह और कल्याण” विषय हमें यह याद दिलाता है कि डायबिटीज सिर्फ एक स्वास्थ्य बीमारी नहीं है, बल्कि ये लाइफस्टाइल, समाज, खुद की देखभाल से भी जुड़ा है।
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Nov 13, 2025 16:11 IST
Published By : Katyayani Tiwari