
PCOS cause Diabetes: आजकल PCOS यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम महिलाओं में बहुत ही आम हो गया है। इस बीमारी में महिलाओं को हार्मोनल बैलेंस बिगड़ जाता है और इससे सिर्फ फर्टिलिटी ही नहीं बल्कि कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। PCOS के मामले में सबसे बड़ी परेशानी यह है कि महिलाओं को समय पर पता ही नहीं चलता कि उन्हें PCOS की परेशानी है। WHO की रिपोर्ट की मानें, तो दुनियाभर में करीब 70 फीसदी मामलों में PCOS प्रभावित महिलाएं डायग्नोज नहीं हो पाती है। यह आंकड़ें दिखाते हैं कि PCOS को लेकर महिलाएं ज्यादा गंभीर नहीं है और इसी वजह से न सिर्फ उनके पीरियड्स में बदलाव होता रहता है, बल्कि शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस भी हो सकता है। PCOS से डायबिटीज का रिस्क क्यों बढ़ता है और इसे कैसे मैनेज किया जाए, जानने के लिए हमने नवी मुंबई के क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी विभाग के कंसल्टेंट डॉ. सुकृति जैन (Dr Sukirti Jain, Consultant, Obstetrics and Gynaecology, Cloudnine Group of Hospitals, Navi Mumbai, Vashi) से बात की।
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क्या PCOS से टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क बढ़ सकता है?
डॉ. सुकृति कहती हैं, “हां, बिल्कल PCOS से टाइप 2 डायबिटीज हो सकती है। दरअसल, लंबे समय तक PCOS रहने से शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस होना बहुत ही आम है और यह इंसुलिन हार्मोन ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। अगर शरीर इंसुलिन रेजिस्टेंस हो जाता है, तो शरीर को शुगर मैनेज करने के लिए ज्यादा इंसुलिन बनाना पड़ता है और लंबे समय तक इस प्रोसेस से शरीर का एक्स्ट्रा इंसुलनि बनाने का असर भी खत्म होने लगता है। इस वजह से ब्लड शुगर धीरे-धीरे बढ़ने लगता है, जो आगे चलकर महिलाओं को टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क बढ़ा सकता है।”

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PCOS की वजह से डायबिटीज होने का रिस्क किन महिलाओं को ज्यादा है?
डॉ. सुकृति कहती हैं, “यह जानना भी जरूरी है कि हर महिला को PCOS के साथ डायबिटीज का रिस्क एक जैसा नहीं होता। हर महिला को PCOS कितना है और उसका इलाज कैसे चल रहा है, इस पर बहुत निर्भर करता है, लेकिन जिन महिलाओं को ये परेशानी होती है, उन्हें डायबिटीज का रिस्क ज्यादा रहता है।”
- वजन या मोटापा बढ़ना, खासतौर पर पेट की चर्बी
- फिजिकली काम न करना
- जंक, प्रोसेस्ड या मीठा बहुत ज्यादा खाना
- परिवार में किसी को PCOS या डायबिटीज की समस्या होने पर
- कंट्रासेप्टिव पिल्स दवाइयों को लंबे समय तक लेना
PCOS के कारण डायबिटीज होने के लक्षण
डॉ. सुकृति कहती हैं, “जब PCOS की वजह से इंसुलिन का स्तर बढ़ता है, तो धीरे-धीरे ब्लड शुगर भी बढ़ने लगता है। इससे भी डायबिटीज होने का रिस्क बढ़ सकता है। अगर PCOS पीड़ित महिलाओं को ये लक्षण नजर आते हैं, तो उन्हें डॉक्टर से ब्लड शुगर, इंसुलिन और कोलेस्ट्रॉल चेक कराना चाहिए।”
- लगातार थकान या कमजोरी महसूस होना
- वजन तेजी से बढ़ना
- महिलाओं को वजन कम करने में मुश्किल होना
- भूख और प्यास ज्यादा लगना
- चेहरे या गर्दन की स्किन का काला होना
- पीरियड्स रेगुलर न होना
- मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन या स्ट्रेस बढ़ना
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PCOS महिलाएं डायबिटीज कैसे करें मैनेज?
इस बारे में डॉ. सुकृति कहती हैं, “जिन महिलाओं को PCOS है, उन्हें अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करके डायबिटीज की समस्या को कंट्रोल कर सकती है।”
- PCOS से पीड़ित महिलाओं को साबुत अनाज, ताजी सब्जियां, फल और प्रोटीन से युक्त डाइट लेनी चाहिए।
- सफेद चीजें जैसे ब्रेड, चीनी, मैदा जैसी चीजों से परहेज करना चाहिए और साथ ही जंक और मीठे से भी बचना चाहिए।
- रोजाना कम से कम 30 से 40 मिनट की वॉक करनी चाहिए। अगर महिलाएं योग और कार्डियो से जुड़ी एक्सरसाइज करनी चाहिए।
- PCOS महिलाओं को अपना वजन मैनेज करना चाहिए।
- स्ट्रेस की वजह से भी हार्मोन बैलेंस बिगड़ जाता है, इसलिए मेडिटेशन और नींद का ध्यान रखना चाहिए।
- PCOS महिलाओं को हर 6 महीने में ब्लड शुगर, इंसुलिन और लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराना चाहिए ताकि डायबिटीज का शुरुआती स्टेज में पता चल जाता है।
निष्कर्ष
डॉ. सुकृति ने बताया कि PCOS पीड़ित महिलाएं सिर्फ इसे फर्टिलिटी और पीरियड्स से जुड़ा हुआ न मानें, बल्कि इससे टाइप 2 डायबिटीज होने का रिस्क भी रहता है। इसलिए महिलाओं को खुद से दवाई नहीं लेनी चाहिए और न ही किसी तरह के सप्लीमेंट्स लेने चाहिए। अगर PCOS महिलाओं को समय पर सही इलाज मिल जाए, तो न सिर्फ डायबिटीज बल्कि हार्ट और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।
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Nov 13, 2025 07:05 IST
Modified By : Aneesh RawatNov 13, 2025 07:05 IST
Published By : Aneesh Rawat