
यह सच है कि सर्दियों की सुबह हमारे शरीर के लिए सबसे चुनौतीभरी होती है। बिस्तर से उठते ही अकड़न, पीठ में खिंचाव, घुटनों में जकड़न और पूरे शरीर में भारीपन, ये सब आम समस्याएं हैं। दिलचस्प बात यह है कि लोग अक्सर इसका कारण ठंडा मौसम, विटामिन D की कमी या कम पानी पीने को मानते हैं, लेकिन सुबह नहाने के गलत तरीके भी इसके पीछे जिम्मेदार हो सकते हैं। अधिकतर लोग सोचते हैं कि गर्म पानी से नहाना सर्दियों का सबसे बड़ा आराम है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बहुत गर्म पानी आपकी त्वचा और मांसपेशियों के लिए नुकसानदायक हो सकता है? इस लेख में हैदराबाद के यशोदा हॉस्पिटल्स के कंसल्टेंट फिजिशियन और डायबेटोलॉजिस्ट डॉ. एम. शीतल कुमार (Dr. M. Sheetal Kumar, Consultant Physician & Diabetologist, Yashoda Hospitals, Yashoda Hospitals) से जानिए, सर्दियों में नहाते समय कौन-सी गलतियां समस्याएं बढ़ाती हैं?
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सर्दियों में सुबह नहाने की गलतियां - Winter morning bathing mistakes
डॉ. एम. शीतल कुमार कहते हैं कि बहुत गर्म पानी स्किन के नेचुरल ऑयल्स को हटा देता है, जिससे त्वचा सूखी और खुरदुरी हो जाती है। जब प्राकृतिक तेल निकल जाते हैं, तो त्वचा ही नहीं, मांसपेशियां भी ड्राई महसूस करती हैं। इसके अलावा गर्म पानी शरीर की रक्त वाहिकाओं (blood vessels) को अचानक तेजी से फैलाता है। यह ब्लड फ्लो में एक अनियमित बदलाव पैदा करता है, जिससे मसल्स कुछ समय के लिए रिलैक्स तो होती हैं, लेकिन बाद में स्टिफनेस बढ़ सकती है। यही वजह है कि कई लोगों को गर्म पानी से नहाने के बाद भी शरीर भारी महसूस होता है।
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वहीं कुछ लोग मानते हैं कि ठंडे पानी से नहाना इम्यूनिटी बढ़ाता है, लेकिन सर्दियों की सुबह इसका उल्टा असर हो सकता है। डॉ. एम. शीतल कुमार के अनुसार, ठंडा पानी ब्लड वैसल्स को सिकोड़ देता है, जिससे मांसपेशियों और जोड़ों तक पहुंचने वाला ब्लड कम हो जाता है।
- इससे मांसपेशियां तुरंत टाइट हो जाती हैं
- जोड़ों में जकड़न बढ़ती है
- शरीर तनावग्रस्त (tense) महसूस होता है
- अचानक ठंड लगने से मसल क्रैंम्प भी हो सकता है
- इसलिए ठंडे पानी से स्नान सर्दियों में स्टिफनेस बढ़ाने का बड़ा कारण बन सकता है।
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सर्दियों में नहाने का सबसे सही तरीका क्या है? - How to take a bath during winter
डॉ. एम. शीतल कुमार के अनुसार, सर्दियों की सुबह नहाने का सबसे सुरक्षित और हेल्दी तरीका है, हल्के गुनगुने पानी (lukewarm water) से नहाना।
- स्किन के नेचुरल ऑयल्स सुरक्षित रहते हैं
- ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है
- मसल्स रिलैक्स होती हैं
- अचानक गर्म या ठंडे पानी का झटका नहीं लगता
- स्टिफनेस कम होती है और दिनभर शरीर हल्का महसूस होता है
- गुनगुने पानी से नहाना ज्वाइंट और मसल्स फ्लेक्सिबिलिटी दोनों के लिए फायदेमंद है।
निष्कर्ष
सर्दियों की सुबह नहाने की गलत आदतें जैसे बहुत गर्म पानी, ठंडा पानी शरीर में स्टिफनेस बढ़ा सकती हैं। डॉ. एम. शीतल कुमार के अनुसार, गुनगुना पानी और शरीर को हाइड्रेटेड रखना स्टिफनेस को रोकने और मसल फंक्शन को बेहतर बनाने के सबसे आसान उपाय हैं। सही बाथिंग रूटीन अपनाकर आप सर्दियों में भी शरीर को हल्का, एक्टिव और कंफर्टेबल रख सकते हैं।
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FAQ
सर्दियों में स्टिफनेस क्यों बढ़ जाती है?
ठंड में ब्लड फ्लो धीमा होता है और मांसपेशियां सिकुड़ने लगती हैं। इससे मूवमेंट घटता है और स्टिफनेस बढ़ जाती है। साथ ही लोग पानी कम पीते हैं, जो मांसपेशियों को और कठोर बनाता है।Body Stiffness से तुरंत राहत कैसे मिले?
हल्की स्ट्रेचिंग, गुनगुने पानी से नहाना, हल्की मसाज, गर्म सेक (hot compress) और सही हाइड्रेशन तुरंत राहत देते हैं।सर्दियों में अकड़न क्यों महसूस होती है?
ठंड में मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं, ब्लड फ्लो कम होता है और जोड़ों के लुब्रिकेटिंग फ्लूइड की गति धीमी पड़ती है। यही कारण है कि सर्दियों की सुबह स्टिफनेस सबसे ज्यादा महसूस होती है।
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Nov 26, 2025 11:49 IST
Published By : Akanksha Tiwari