
टीबी एक ऐसी बीमारी है जिसका अगर समय से और सही इलाज न हो तो मरीज की जान भी जा सकती है। टीबी का इलाज किसी शॉर्टकट की तरह नहीं है, यह एक अनुशासन है। कई लोग शुरुआती हफ्तों में ही बेहतर महसूस करने लगते हैं, खांसी कम होने लगती है, बुखार घट जाता है, भूख लौट आती है और यही वह वक्त होता है जब लोग सबसे बड़ी गलती कर बैठते हैं। उन्हें लगता है कि अब दवाओं की जरूरत नहीं है, लेकिन सच तो यह है कि असली लड़ाई तो अभी चल रही होती है। इसलिए डॉक्टर दवाएं रोजाना, तय समय पर और महीनों तक लेने की सलाह देते हैं। इस लेख में यशोदा हॉस्पिटल्स, हैदराबाद के कंसल्टेंट इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट, डॉ. प्रणय साई चंद्रगिरी (Dr. Pranay Sai Chandragiri, Consultant Interventional Pulmonologist, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से जानिए, टीबी की दवाएं समय पर क्यों लेनी चाहिए?
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टीबी की दवाएं समय पर क्यों लेनी चाहिए? - Why TB Medicines Should Be Taken On Time
डॉ. प्रणय साई चंद्रगिरि बताते हैं, ''टीबी बैक्टीरिया शरीर में अलग-अलग गति से बढ़ते और एक्टिव होते हैं। कुछ तेजी से बढ़ते हैं, जबकि कुछ धीमे रहते हैं और समय-समय पर एक्टिव होते हैं। इसलिए टीबी का इलाज कई महीनों तक चलता है और दवाएं रोज ली जानी चाहिए। जब दवाएं समय पर ली जाती हैं, तो शरीर में दवा का लेवल पूरे दिन लगातार बना रहता है। यह स्थिर दवा-स्तर उन सभी चरणों के बैक्टीरिया को मारने में मदद करता है, चाहे वे तेजी से बढ़ रहे हों या धीरे। यही वजह है कि समय पर दवा लेने से रिकवरी तेज होती है और लक्षण जल्दी कम होते हैं।''
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टीबी की दवा छोड़ने के नुकसान - What happens if you skip TB medicine
- अगर मरीज दवाएं भूल जाए या बीच में ही छोड़ दे, तो शरीर में दवा की मात्रा कम हो जाती है।
- इससे कुछ बैक्टीरिया बच जाते हैं और दोबारा एक्टिव होकर बढ़ने लगते हैं।
- ये बैक्टीरिया फिर से फेफड़ों में इंफेक्शन बढ़ाते हैं, जिससे बीमारी की वापसी हो जाती है।
- कई बार मरीज को लगता है कि वह ठीक हो गया है, इसलिए दवा लेना बंद कर देता है, लेकिन ऐसा करना खतरनाक साबित होता है क्योंकि इंफेक्शन अंदरूनी रूप से पूरी तरह खत्म नहीं हुआ होता।
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डॉक्टर की सलाह
टीबी ऐसा संक्रमण है जिसे अधूरा इलाज कभी ठीक नहीं कर सकता। चाहे लक्षण गायब हो जाएं, बुखार खत्म हो जाए या खांसी कम हो जाए, शरीर के अंदर मौजूद बैक्टीरिया को पूरी तरह खत्म करने के लिए पूरे कोर्स का पूरा होना जरूरी है। इसीलिए टीबी का मरीज चाहे कैसा भी महसूस करे, दवाएं रोज, तय समय पर और जितने महीनों के लिए डॉक्टर ने बताया है उतनी अवधि तक लगातार लेते रहना चाहिए।
निष्कर्ष
टीबी की दवाओं को समय पर लेने से रिकवरी तेज होती है, दोबारा बीमारी लौटने का खतरा कम होता है और ड्रग-रेसिस्टेंट टीबी की संभावना घटती है। टीबी का इलाज कठिन नहीं है, बस नियम और अनुशासन जरूरी है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार हर खुराक समय पर लें और पूरा कोर्स पूरा करें।
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FAQ
टीबी कैसे फैलती है?
टीबी हवा के माध्यम से फैलती है। जब संक्रमित व्यक्ति खांसता, छींकता, बात करता या हंसता है, तो हवा में फैलने वाले कणों से दूसरों को इंफेक्शन हो सकता है।क्या टीबी का पूरी तरह इलाज हो सकता है?
टीबी पूरी तरह ठीक हो सकती है, लेकिन तभी जब दवाएं नियमित, रोज और पूरे कोर्स तक ली जाएं। इलाज बीच में छोड़ने से बीमारी वापस आ सकती है।टीबी की दवाएं कितने समय तक लेनी पड़ती हैं?
आमतौर पर टीबी का इलाज 6 महीने चलता है। कुछ मामलों में इलाज 9-20 महीने या उससे अधिक समय तक भी चल सकता है।
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Nov 21, 2025 10:29 IST
Published By : Akanksha Tiwari