Why Parents Should Avoid Using Perfume Around Baby's : परफ्यूम या डियोड्रेंट आज हमारी लाइफस्टाइल का एक बड़ा हिस्सा बन चुके हैं। ऑफिस जाना हो, किसी पार्टी को अटेंड करना हो या फिर दोस्तों से मिलने जाना हो, खुशबू के लिए परफ्यूम का इस्तेमाल करना आम बात हो चुकी है। परफ्यूम की धीमी-धीमी खुशबू आपको बेशक अच्छी लगे, लेकिन यह आपके बच्चों की सेहत को बिगाड़ सकता है। लखनऊ के आनंद केयर क्लीनिक के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरुण आनंद का कहना है कि परफ्यूम को बनाने के लिए कई तरह के केमिकल और आर्टिफिशियल कलर्स का इस्तेमाल किया जाता है। इस तरह की चीजें छोटे बच्चों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए वीडियो में डॉ. तरुण आनंद ने बताया है कि परफ्यूम लगाकर बच्चों के पास जाने से उन्हें कौन सी परेशानियां हो सकती हैं।
पेरेंट्स के परफ्यूम लगाने से बच्चों को हो सकती हैं ये 5 समस्याएं
डॉ. तरुण आनंद के अनुसार, माता-पिता के रूप में, हम सभी अपने नन्हे-मुन्नों के लिए सबसे सुरक्षित और स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा वातावरण चाहते हैं। परफ्यूम की महक अच्छी हो सकती है, लेकिन वे आपके शिशु के स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं।
1. सांस लेने में परेशानी- Respiratory distress due to perfume
परफ्यूम की तेज खुशबू छोटे बच्चों के सांस लेने की प्रक्रिया पर असर डाल सकती है। छोटे बच्चों के श्वसन तंत्र नाजुक और विकसित अवस्था में होते हैं। ऐसे में परफ्यूम के रसायन उनके छोटे वायुमार्ग को परेशान कर सकते हैं, जिससे उन्हें सांस लेने में परेशानी महसूस हो सकती है। इसके साथ ही परफ्यूम के छोटे कण वायुमार्ग में फंसकर अस्थमा का कारण भी बन सकते हैं।
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2. एलर्जी का कारण- Allergy caused by perfume
छोटे बच्चों की त्वचा नाजुक व संवेदनशील होती है। पेरेंट्स के परफ्यूम का इस्तेमाल करने से छोटे बच्चों को एलर्जी की समस्या हो सकती है। परफ्यूम की खुशबू के कारण बच्चों की त्वचा पर चकत्ते, खुजली का कारण बन सकते हैं। इतना ही नहीं परफ्यूम के छोटे कण नाक के जरिए शरीर में प्रवेश करके छींक आने का कारण भी बनते हैं।
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3. हार्मोन असंतुलन- Hormonal imbalance due to perfume
सुनने में हैरानी हो सकती है, लेकिन परफ्यूम का इस्तेमाल हार्मोन असंतुलन का कारण भी बनते हैं। परफ्यूम में मौजूद फथैलेट्स (Phthalates) छोटे बच्चों के शारीरिक हार्मोन बैलेंस को बिगाड़ सकते हैं। कम उम्र में हार्मोन असंतुलन बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास पर पड़ सकता है। इसकी वजह से बच्चों की हाइट कम होना, भ्रम की स्थिति और खाद्य पदार्थों की एलर्जी हो सकती है।
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4. आंखों में जलन- Eye irritation due to perfume
परफ्यूम में ऐसे छोटे-छोटे कण होते हैं, जिन्हें खुली आंखों से देखना बहुत मुश्किल काम होता है। ये कण अगर बच्चों की आंखों में चले जाए, तो इससे आंखों में जलन, खुजली और पानी आने की समस्या हो सकती है। गंभीर मामलों में परफ्यूम के कण आंखों में सूजन का कारण भी बनते हैं।
5. इंद्रियों का खराब होना
एक बच्चे की गंध की भावना अत्यधिक संवेदनशील होती है और यह किसी भी व्यक्ति से संबंध बनाने के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। लेकिन परफ्यूम की तेज गंध बच्चों की इंद्रियों को खराब कर सकती है। इसके कारण बच्चों को लोगों से संबंध बनाने और दूसरों को जानने में मुश्किल आ सकती है।
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पेरेंट्स परफ्यूम के लिए अपनाएं ये विकल्प
- पेरेंट्स कोशिश करें कि बच्चों के पास जाने से पहले प्राकृतिक और बिना केमिकल वाले परफ्यूम या एसेंशियल ऑयल्स का इस्तेमाल करें।
- जब आप परफ्यूम लगाएं तो सुनिश्चित करें कि बच्चे पास न हों।
- परफ्यूम का उपयोग सीमित मात्रा में करें ताकि इसके कण बच्चों के संपर्क में कम आएं।
- परफ्यूम का इस्तेमाल करने की बजाय फ्रेश व साफ कपड़े पहनें, ताकि प्राकृतिक खुशबू का एहसास किया जा सके।
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निष्कर्ष
परफ्यूम, डियो या इत्र की खुशबू आपको अच्छी लग सकती है, लेकिन स्वास्थ्य के लिहाज से यह बच्चों के लिए नुकसानदायक होती है। छोटे बच्चों के फेफड़े काफी छोटे और नाजुक होते हैं,जो परफ्यूम की खुशबू और केमिकल्स को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। इसलिए बच्चों के पास परफ्यूम लगाकर जाने से बचें। ताकि उसे संक्रमण और बीमारियों से बचाया जा सके।
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