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World Asthma Day 2025: मेट्रो सिटीज में क्यों बढ़ रही है अस्थमा की समस्या? एक्सपर्ट ने बताए बड़े कारण

मेट्रो सिटीज में धूल-मिट्टी और प्रदूषण जैसे कई कारणों से बहुत से लोगों को सांस से जुड़ी अस्थमा जैसी समस्याएं होती हैं। जिसके कारण लोगों को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानें -
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World Asthma Day 2025: मेट्रो सिटीज में क्यों बढ़ रही है अस्थमा की समस्या? एक्सपर्ट ने बताए बड़े कारण


Asthma Problem Increasing In Metro Cities In Hindi: मेट्रो सिटीज में ज्यादातर लोग स्वास्थ्य से जुड़ी किसी न किसी समस्या से परेशान रहते हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक है अस्थमा की समस्या इस समस्या में लोगों को सांस लेने में परेशानी, सांस खिंचना, घरघराहट होने, खांसी और सीने में जकड़न जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह समस्या मेट्रो सिटीज में अधिक बढ़ रही है। इसके कई कारण हो सकते हैं। ऐसे में आइए बेंगलुरु के एस्टर सीएमआई अस्पताल के लीड कंसल्टेंट - इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजी डॉ. सुनील कुमार और बेंगलुरु के अकादमिक निदेशक, आंतरिक चिकित्सा और पल्मोनोलॉजी विभाग और नारायण स्वास्थ्य, मजूमदार शॉ मेडिकल सेंटर के वरिष्ठ सलाहकार चिकित्सक और पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. बी.वी. मुरली मोहन से जानें मेट्रो सिटीज में क्यों बढ़ रही है अस्थमा की समस्या?

मेट्रो सिटीज में अस्थमा के कारण - Causes of Asthma in Metro Cities In Hindi

एक्सपर्ट के अनुसार, शहरों में लाइफस्टाइल में हो रहे बदलावों और अधिक प्रदूषण जैसी कई समस्याओं के कारण लोगों को ब्रोंकाइटिस या एलर्जी जैसी कई समस्याएं बढ़ने लगती है। इसके कारण लोगों की इम्यूनिटी के कमजोर होने और अस्थमा जैसी श्वसन तंत्र से जुड़ी समस्या के लक्षण बढ़ सकते हैं। 

वायु प्रदषण के कारण

मेट्रो सिटीज में अधिक वाहन होने के कारण हवा में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और पार्टिकुलेट मैटर बढ़ जाती है, जिसके कारण हवा में प्रदूषण बढ़ जाता है। जिसके कारण लोगों को श्वसन तंत्र से जुड़ी समस्या हो सकती है। इसके अलावा, शहरों में औद्योगिक उत्सर्जन और अधिक कंस्ट्रक्शन के कारण भी हवा की गुणवत्ता खराब होने, प्रदूषण बढ़ने और हरियाली के कम होने के कारण लोगों को सांस से जुड़ी अस्थमा जैसी समस्याएं हो सकती हैं। 

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अधिक भीड़ के कारण

मेट्रो सिटीज या बड़े शहरों में अधिक भीड़ होने और हरियाली की कमी के कारण हवा के ठीक से साफ हो पाने के कारण प्रदूषण बढ़ने लगता है। इसके कारण भी हवा की गुणवत्ता के खराब होने लगती है। इसके अलावा, अधिक वाहनों के कारण लोगों को अस्थमा, श्वसन तंत्र से जुड़ी इंफेक्शन और अन्य गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ता है। 

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स्ट्रेस से भरा लाइफस्टाइल

मेट्रो सिटीज में ज्यादातर लोग काम की भागदौड़ में रहते हैं। जिसके कारण लोगों में स्ट्रेस बढ़ने लगता है। इसके कारण लोगों की इम्यूनिटी के कमजोर होने और अस्थमा के लक्षणों के ट्रिगर होने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, आलस में रहने, फिजिकल एक्टिविटीज न करने के कारण भी फेफड़ों की क्षमता पर बुरा असर होता है, जिसके कारण अस्थमा जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ता है। इसके अलावा, मेट्रो सिटीज में ज्यादातर लोग फास्ट फूड खाना पसंद करते हैं, जिसके कारण इम्यूनिटी के कमजोर होने, पाचन से जुड़ी समस्या होने की समस्या होने और सूजन आने की समस्या होती है, साथ ही, अन्य गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ता है। 

घर में हवा की कमी

मेट्रो सिटीज में एयर फ्रेशनर, सफाई वाले स्प्रे और अन्य कैमिकल्स से युक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल ज्यादा होता है। इसके अलावा, शहरी घरों में हवा और सूर्य की रोशनी की कमी होती है, जिसके कारण लोगों को ताजा हवा ठीक से नहीं मिल पाती है, साथ ही, कारण लोगों को ताजा हवा ठीक से नहीं मिल पाती है। इसके कारण लोगों को अस्थमा के लक्षणों को बढ़ावा मिल सकता है।

मौसम में बदलाव के कारण

मेट्रो सिटीज में ज्यादातर लोग एयर कंडीशनिंग का इस्तेमाल ज्यादा होता है। इसके कारण तापमान बढ़ने लगता है, साथ ही, लोगों को तापमान से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, साथ ही, इससे अस्थमा की समस्या को भी बढ़ावा मिलता है। इसके अलावा, देखभाल और साफ-सफाई की कमी के कारण भी लोगों में अस्थमा की समस्या के लक्षण बढ़ सकते हैं।

निष्कर्ष

मेट्रो सिटीज में हो रहे लाइफस्टाइल में बदलाव, लोगों के अधिक स्ट्रेस में रहने, अनहेल्दी खानपान, घर के अंदर हवा की कमी, मौसम में बदलाव, वायु प्रदूषण, अधिक भीड़, वाहनों और कंस्ट्रक्शन के कारण प्रदूषण के कारण भी लोगों को अस्थमा की समस्या होने और इनके लक्षणों के बढ़ने की समस्या हो सकती है।

ध्यान रहे अस्थमा के लक्षणों के बढ़ने और इससे जुड़ी अधिक समस्या महसूस होने पर डॉक्टर से तुरंत सलाह लें।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • अस्थमा की शुरुआत कैसे होती है?

    अस्थमा की शुरुआत वायुमार्ग में सूजन आने से शुरु होती है। इस दौरान वायुमार्ग की मांसपेशियों के सख्त होने, सांस लेने में परेशानी, सांस फूलने, खांसी और सीने में जकड़न की समस्या होती है।
  • अस्थमा के मरीज को क्या नहीं खाना चाहिए?

    अस्थमा की समस्या में लोगों को फास्ट फूड्स, कोल्ड ड्रिंक, अधिक नमक और ठंडे पानी के सेवन से बचना चाहिए। इससे अस्थमा के लक्षणों को बढ़ावा मिलता है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है। ऐसे में अनहेल्दी फूड्स के सेवन से बचना चाहिए। 
  • अस्थमा होने का मुख्य कारण क्या है?

    अस्थमा की समस्या होने लोगों को जेनेटिक्स, श्वसन तंत्र में संक्रमण, मौसम में बदलावों के कारण और एलर्जी की समस्या के कारण हो सकती है। इस दौरान आस-पास साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए। 

 

 

 

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