Dust Mite Allergy in Hindi: एलर्जी एक सामान्य समस्या है और हर किसी को कभी न कभी इसका सामना करना पड़ता है। तमाम तरह की चीजों, फूड्स, पर्यावरण में मौजूद चीजों के प्रति संवेदनशीलता के कारण एलर्जी होती है। जब शरीर का इम्यून सिस्टम किसी सामान्य चीज को खतरनाक समझकर उसके खिलाफ प्रतिक्रिया करता है, तो आपको एलर्जी जैसी समस्या होती है। आसान भाषा में कहें तो किसी भी चीज के खतरे को लेकर प्रतिरक्षा तंत्र द्वारा की गई प्रतिक्रिया को ही एलर्जी कहते हैं। धूल-मिट्टी से भी तमाम लोगों को एलर्जी की समस्या होती है। आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं, धूल से एलर्जी क्यों होती है? इसके लक्षण, कारण और बचाव।
डस्ट माइट एलर्जी क्यों होती है?- What Causes Dust Mite Allergy in Hindi
धूल-मिट्टी से होने वाली एलर्जी के कई कारण होते हैं। घरों में मौजूद धूल में सूक्ष्म जीव रहते हैं। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, "धूल-मिट्टी में मौजूद सूक्ष्म जीव डेड स्किन सेल्स और फफूंद के बीजाणुओं को खाकर जीवित रहते हैं। ये डेड स्किन सेल्स और बीजाणु हमारे घरों में मौजूद रहते हैं। धूल के कण खुद एलर्जी नहीं करते हैं, लेकिन धूल में मौजूद डेड माइट और उनके मल में मौजूद प्रोटीन हवा में मिलकर सांस के जरिए शरीर में जाते हैं। इनके शरीर में जाने पर हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली इन्हें हानिकारक समझकर प्रतिक्रिया करती है, जिससे एलर्जी होती है।"
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डस्ट माइट एलर्जी तब होती है जब हम धूल की माइट के मृत शरीर के टुकड़ों और उनके मल में मौजूद प्रोटीनों को सांस के रास्ते शरीर में ले लेते हैं। हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली इन प्रोटीनों को हानिकारक पदार्थ समझकर हिस्टामाइन (Histamine) नामक केमिकल का उत्पादन करती है। हिस्टामाइन की वजह से शरीर में एलर्जी की प्रतिक्रिया होती है, जिसकी वजह से समस्याएं होती हैं।
डस्ट माइट एलर्जी के अन्य कारण इस तरह से हैं-
- आनुवंशिकी: यदि आपके परिवार में किसी को धूल या अन्य एलर्जी की समस्या है, तो आपको भी धूल की माइट से एलर्जी होने का खतरा बढ़ जाता है।
- उम्र: शिशुओं और छोटे बच्चों में धूल की माइट एलर्जी विकसित होने का खतरा अधिक होता है।
- घर की स्थिति: गर्म, आर्द्र वातावरण धूल के माइट के पनपने के लिए अनुकूल होता है।
- पालतू जानवर: पालतू जानवरों की रूसी पर धूल के माइट चिपक सकते हैं और हवा में फैल सकते हैं।
डस्ट माइट एलर्जी के लक्षण- Symptoms of Dust Mite Allergy in Hindi
डस्ट माइट एलर्जी के लक्षण अक्सर जुकाम या साइनस संक्रमण के जैसे होते हैं। धूल से होने वाली एलर्जी के कुछ लक्षण इस तरह से हैं-
- छींक आना
- बहती नाक
- जुकाम
- लाल, खुजली या पानी वाली आंखें
- खांसी
- चेहरे, गले या आंखों में खुजली
- नाक बंद होना
- थकान
गंभीर मामलों में, डस्ट माइट एलर्जी से अस्थमा अटैक (Asthma Attack) भी पड़ सकता है। अस्थमा के दौरे के लक्षणों में सांस लेने में तकलीफ, सीने में जकड़न और घरघराहट शामिल हैं।
डस्ट माइट एलर्जी से बचाव- Prevention of Dust Mite Allergy in Hindi
हालांकि धूल या डस्ट माइट से होने वाली एलर्जी को पूरी तरह से खत्म करना संभव नहीं है। इसे कंट्रोल करने के लिए नीचे बताई गई बातों का ध्यान रखना चाहिए-
बिस्तर पर ध्यान दें: डस्ट माइट गर्म, आर्द्र वातावरण में पनपते हैं, और आपका बिस्तर उनके लिए एक सही जगह होती है। अपने गद्दे और तकियों को एलर्जी-रोधी आवरणों (allergy-proof encasements) से ढकें। बिस्तर की चादरें नियमित रूप से धोएं: अपनी चादरें, तकिया कवर और डुवेट कवर को गर्म पानी (कम से कम 55°C या 130°F) में हर हफ्ते धोएं। गर्म पानी धूल के माइट को मार देता है।
सोने के कमरे को साफ रखें: धूल के माइट धूल भरे वातावरण में पनपते हैं। अपने सोने के कमरे को साफ रखने के लिए आप ये उपाय कर सकते हैं:
हफ्ते में कम से कम एक बार वैक्यूम करें: अपने सोने के कमरे को हाई-एफ़िशिएंसी पार्टिकुलेट एयर (HEPA) फ़िल्टर वाले वैक्यूम क्लीनर से साफ करें। कालीन, गद्दे, और असबाब वाले फर्नीचर की सफाई पर विशेष ध्यान दें।
धूल साफ करने के लिए गीले कपड़े का प्रयोग करें: फर्नीचर और अन्य सतहों से धूल साफ करने के लिए सूखे कपड़े की बजाय गीले कपड़े का उपयोग करें। सूखे कपड़े से धूल हवा में उड़ सकती है, जबकि गीला कपड़ा धूल को फंसा लेता है।
नियमित रूप से झाड़ें पोंछें: नियमित रूप से दीवारों, फर्शबोर्ड और छत के पंखों पर जमी धूल को साफ करें।
हवादार रखें: नियमित रूप से खिड़कियां खोलकर अपने घर में हवा का संचार बनाए रखें। ताजी हवा नमी को कम करने और धूल के कणों को बाहर निकालने में मदद करती है।
इसके अलावा डस्ट माइट एलर्जी से बचने के लिए पालतू जानवरों को सोने के कमरे से बाहर रखना चाहिए। रात के समय विशेष रूप से उन्हें बाहर रखें। इसके अलावा अपने एयर कंडीशनर और एयर प्यूरीफायर के फिल्टर को नियमित रूप से बदलें। ये फिल्टर हवा से धूल के कणों को फंसा लेते हैं। अगर आपको डस्ट माइट एलर्जी के लक्षण दिख रहे हैं, तो सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लें।
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