Do you ever fully recover from asthma: अस्थमा सांस से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है। इस स्वास्थ्य समस्या में सांस लेने में तकलीफ, सांस फूलना, सीने में दर्द और जकड़न जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अस्थमा फेफड़ों से जुड़ी ऐसी समस्या है, जो लंबे समय तक रहती है। इस समस्या में श्वसन नली में सूजन और संकुचन हो सकता है। इसके साथ ही, सांस फूलने और सांस लेने में परेशानी हो सकती है। अस्थमा का अटैक आते ही तुरंत पंप लेने की जरूरत होती है। यह समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। साथ ही, इसके लक्षणों की गंभीरता अस्थमा के चरणों के आधार पर दिखाई दे सकती है। अक्सर लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि क्या यह बीमारी पूरी तरह ठीक हो सकती है? इसका जवाब जानने के लिए हमने गुरुग्राम स्थित मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल की पल्मोनोलॉजी और स्लिप मेडिसिन डिपार्टमेंट की सीनियर कंसलटेंट डॉ प्रतिभा डोगरा से बात की। आइए लेख में एक्सपर्ट से जानें इसका जवाब।
क्या अस्थमा की बीमारी पूरी तरह ठीक हो सकती है? Can Asthma Go Away Permanently
अस्थमा की बीमारी एक क्रोनिक रेस्पिरेटरी कंडीशन है, जो कभी भी पूरी तरह ठीक नहीं हो सकती है। लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखकर इसे मैनेज जरूर किया जा सकता है। कुछ लोगों में, खासकर बच्चों में इसके लक्षण बहुत कम होते हैं, जो समय के साथ कम भी हो सकते हैं। कई मामलों में, वायुमार्ग में सूजन बनी रहती है। इसका मतलब होता है कि भविष्य में अस्थमा दुबारा हो सकता है या लाइफ में फिर से ट्रिगर कर सकता है।
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दोबारा अस्थमा होने का खतरा कैसे बढ़ सकता है?
कई बार लोगों को लगता है कि अगर कुछ सालों से सांस से जुड़ी कोई परेशानी नहीं हुई है, तो इसका मतलब है अस्थमा पूरी तरह ठीक हो चुका है। जबकि अस्थमा की समस्या बाद में दोबारा ट्रिगर हो सकती है। यह समस्या पॉल्यूशन, एलर्जेंस और रेस्पिरेटरी इंफेक्शंस के कारण दोबारा शुरू हो सकती है। इसलिए रेगुलर चेकअप्स करवाने बहुत जरूरी है। इससे लंबे समय में भी अस्थमा को कंट्रोल रखना आसान हो सकता है।
अस्थमा को कंट्रोल कैसे रखा जा सकता है? How To Control Asthma
लाइफस्टाइल में कुछ हेल्दी आदतों को अपनाकर अस्थमा को कंट्रोल रखा जा सकता है। जानें अस्थमा को कंट्रोल रखने के लिए क्या करें-
- अस्थमा को कंट्रोल रखने अपने पास इनहेलर हमेशा रखें। चाहे आप घर पर हो या बाहर आपके पास इनहेलर हमेशा होना चाहिए। इससे अस्थमा में राहत मिलती है और बढ़ते खतरे को रोका जा सकता है।
- दवाओं के जरिए अस्थमा को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है। दवाएं खाने से फेफड़े स्वस्थ रहते हैं और अस्थमा अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है।
- हेल्दी लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतों जैसे समय से सोना और उठना, स्ट्रेस मैनेज करने और हेल्दी डाइट लेने से अस्थमा को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है।
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निष्कर्ष
डॉक्टर के मुताबिक, अस्थमा एक क्रोनिक रेस्पिरेटरी कंडीशन है जिसे केवल मैनेज करके रखा जा सकता है। लेकिन इस बीमारी को कभी भी पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता है। अगर किसी व्यक्ति को पहले अस्थमा था और कई सालों से उसे परेशानी नहीं हुई है, तो ऐसा नहीं है कि उसे अस्थमा दोबारा ट्रिगर नहीं हो सकता है। यह समस्या पॉल्यूशन, एलर्जेंस और रेस्पिरेटरी इंफेक्शंस के कारण दोबारा शुरू हो सकती है। इसलिए रेगुलर चेकअप्स करवाने बहुत जरूरी है। इससे लंबे समय में भी अस्थमा को कंट्रोल रखना आसान हो सकता है। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो इसे शेयर करना न भूलें।
FAQ
क्या बिना दवा के अस्थमा ठीक हो सकता है?
डॉक्टर के मुताबिक, दवा के बिना अस्थमा का पूरी तरह इलाज संभव नहीं है। यह क्रोनिक रेस्पिरेटरी कंडीशन है। इसलिए इसे दवाओं और लाइफस्टाइल चेंजेस से केवल कंट्रोल रखा जा सकता है।क्या अस्थमा ठीक हो सकता है?
नहीं, अस्थमा कभी-भी पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकता है। हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल फॉलो करके इसे मैनेज किया जा सकता है। अस्थमा कंट्रोल रखने के लिए दवाएं लेना और स्ट्रेस मैनेज करना बहुत जरूरी है।क्या अस्थमा जीवन भर की बीमारी है?
डॉक्टर के मुताबिक, अस्थमा को दवाओं और लाइफस्टाइल से कंट्रोल रखा जा सकता है। लेकिन इस समस्या को कभी-भी पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता है। यह एक बार ठीक होकर जीवन में दोबारा भी हो सकता है।अस्थमा कंट्रोल करने के तरीके
लाइफस्टाइल में कुछ हेल्दी आदतों को अपनाकर अस्थमा को कंट्रोल रखा जा सकता है। हेल्दी लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतों जैसे समय से सोना और उठना, स्ट्रेस मैनेज करने और हेल्दी डाइट लेने से अस्थमा को कंट्रोल रखने में मदद मिल सकती है। दवाओं के जरिए भी अस्थमा को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है। दवाएं खाने से फेफड़े स्वस्थ रहते हैं और अस्थमा अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है।