World Asthma Day 2025: बढ़ते प्रदूषण और कैमिकल युक्त वातावरण में रहने से लोगों को फेफड़ों से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है। दूषित हवा फेफड़ों की कार्यक्षमता को प्रभावित करती है। जिससे व्यक्ति को अस्थमा होने का जोखिम बढ़ जाता है। दिल्ली एनसीआर सहित कई बढ़े शहरों में प्रदूषण का स्तर ज्यादातर समय खतरे के निशान से ऊपर रहता है। ऐसे में लोगों को सांस से जुड़ी कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। डॉक्टर्स बताते हैं कि कुछ लोगों को फेफड़ों से जुड़ी क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) और अस्थमा दोनों के लक्षण देखने को मिलते हैं। इस स्थिति को मेडिकल भाषा में अस्थमा सीओपीडी ओवरलैप सिंड्रोम (एसीओएस) कहा जाता है। इस समस्या के पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं। इस लेख में अपोलो अस्पताल नवी मुंबई के सीनियर कंसल्टेंट पल्मोनोलॉजी डॉक्टर जयालक्षमी टीके से जानतें हैं कि अस्थमा सीओपीडी ओवरलैप सिंड्रोम (एसीओएस) के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय क्या होते हैं?
सीओपीडी अस्थमा ओवरलैप सिंड्रोम क्या है? - What Is Asthma Copd Overlap Syndrome In Hindi
अस्थमा-सीओपीडी ओवरलैप सिंड्रोम के लक्षण और कारणों पर कई तरह की रिसर्च चल रही है। एनसीबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक ACOS एक ऐसी स्थिति है जिसमें अस्थमा और सीओपीडी दोनों के लक्षण एक साथ मौजूद होते हैं। इन दोनों स्थितियों में सांस लेना मुश्किल हो जाता है। ACOS एक अलग स्थिति या रोग नहीं है, बल्कि एक व्यापक शब्द है जिसका उपयोग डॉक्टर तब करते हैं जब अस्थमा और COPD दोनों मौजूद होते हैं। अस्थमा ज्यादातर मामलों में बचपन या युवावस्था में शुरु होता है। यह एलर्जिक रोग है, जिसमें सांस की नलिकाएं सिकुड़ जाती है। जबकि, सीओपीडी वयस्कों में देखने को मिलती है। इसका मुख्य कारण धूम्रपान और प्रदूषण होता है। जिससे लंग्स डैमेज होते हैं।
सीओपीडी अस्थमा ओवरलैप सिंड्रोम (ACOS) के लक्षण - Symptoms Of Asthma Copd Overlap Syndrome in Hindi
ACOS के लक्षण अस्थमा और सीओपीडी दोनों से मिलते-जुलते होते हैं, इनमें आगे बताए लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
- लगातार खांसी आना (विशेष रूप से सुबह के समय अधिक होती है)
- सांस लेने में तकलीफ होना और थकावट के समय सांस फूलना।
- सांस लेते समय घरघराहट की आवाज आना (व्हीजिंग)।
- सीने में जकड़न और भारीपन महसूस होना।
- सीओपीडी में व्यक्ति को बलगम की समस्या होती है।
- बार-बार सांस संबंधी संक्रमण, जैसे ब्रोंकाइटिस या निमोनिया।
अस्थमा-सीओपीडी ओवरलैप सिंड्रोम के कारण - Causes Of Asthma Copd Overlap Syndrome in Hindi
ACOS का स्पष्ट कारण एक जैसा नहीं होता, लेकिन कई जोखिम कारक इस स्थिति को जन्म दे सकते हैं:
- धूम्रपान: सीओपीडी का सबसे प्रमुख कारण। अस्थमा वाले मरीजों में अगर धूम्रपान की आदत हो, तो ACOS का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
- वायु प्रदूषण: धूल, धुआं, रसायन और कारखानों से निकलने वाले हानिकारक कण।
- अनुवांशिक कारक: परिवार में अस्थमा या सीओपीडी के मामलों का होना।
- एलर्जी: लंबे समय तक किसी एलर्जन के संपर्क में रहना।
- समय पर इलाज न करना: अस्थमा या सीओपीडी का सही समय पर उपचार न होना।
अस्थमा-सीओपीडी ओवरलैप सिंड्रोम की पहचान कैसे की जाती है?
ACOS का निदान करना आसान नहीं होता क्योंकि इसमें अस्थमा और सीओपीडी दोनों के लक्षण मिलते हैं। इसकी पहचान के लिए डॉक्टर आगे बताई जांच कराने की सलाह देते हैं।
- फेफड़ों की कार्यक्षमता जांचने के लिए स्पाइरोमेट्री टेस्ट
- फेफड़ों की बनावट के लिए एक्स-रे या सीटी स्कैन
- शरीर में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर की जांच के लिए ब्लड गैस एनालिसिस
- अस्थमा की संभावना की पुष्टि के लिए एलर्जी टेस्ट, आदि किए जाते हैं।
अस्थमा-सीओपीडी ओवरलैप सिंड्रोम से बचाव के उपाय - Prevention Tips Of Asthma Copd Overlap Syndrome in Hindi
हालांकि ACOS पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन कुछ सावधानियां बरतकर इसके जोखिम को कम किया जा सकता है।
- धूम्रपान से दूरी बनाएं: अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो इस आदत को तुरंत छोड़ दें।
- प्रदूषण से बचाव: घर से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करें, विशेष रूप से प्रदूषित क्षेत्रों में।
- संतुलित आहार और हाइड्रेशन: स्वस्थ फेफड़ों के लिए पर्याप्त पोषण और पानी जरूरी है।
- नियमित एक्सरसाइज: रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट को मजबूत बनाए रखने में मदद करती है।
- वैक्सीनेशन: फ्लू और निमोनिया जैसे इंफेक्शन से बचने के लिए वैक्सीनेशन करवाएं।
- समय पर दवाएं लें: डॉक्टर द्वारा बताई गई इनहेलर या अन्य दवाएं नियमित रूप से लें।
इसे भी पढ़ें: अस्थमा अटैक आने पर क्या करना चाहिए? जानें कैसे करें मरीज की मदद
Asthma Copd Overlap Syndrome In Hindi: अस्थमा-सीओपीडी ओवरलैप सिंड्रोम एक जटिल समस्या है, जिसकी समय पर पहचान करना और सही उपचार बेहद जरूरी है। यदि आपको लंबे समय से खांसी, सांस की तकलीफ या सीने में जकड़न जैसी समस्याएं हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। जल्द से जल्द किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करें। प्रदूषण और धूम्रपान, एलर्जी से बचाव के जरिए आप इस बीमारी के जोखिम को कम कर सकते हैं।
FAQ
गंभीर अस्थमा के क्या लक्षण हैं?
अस्थमा के सामान्य लक्षणों में वीजिंग, खांसी, सांस फूलना और छाती में जकड़न शामिल हैं। यह लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं, लेकिन जब यह बढ़ जाते हैं तो व्यक्ति को 'अस्थमा का अटैक' पड़ सकता है और आपको अस्पताल में देखभाल की आवश्यकता हो सकती है।दमा का दौरा कब और कैसे शुरू होता है?
दमे का दौरा, जिसे अस्थमा अटैक भी कहते हैं, अस्थमा के लक्षणों का अचानक या धीरे-धीरे बिगड़ने पर आता है। इसमें सांस लेने में मुश्किल होती है। साथ ही, सीने में जकड़न, और खांसी के रूप में प्रकट होता है।दमा के मरीज को क्या नहीं करना चाहिए?
दमा (अस्थमा) के मरीज को कुछ खास चीजों से बचना चाहिए, जिनमें मुख्य रूप से प्रदूषण, धूल, धुएं, ठंडी हवा और कुछ खाद्य पदार्थ शामिल हैं। इसके अलावा, उन्हें कुछ गतिविधियों से भी परहेज करना चाहिए, जैसे कि हैवी व्यायाम करना या एलर्जी वाले पदार्थों के संपर्क में आना।