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चारधाम यात्रा के दौरान हो सकती हैं ये 5 स्वास्थ्य समस्याएं, जानें कैसे करें अपना बचाव

चारधाम यात्रा के दौरान कई श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, आइए जानते हैं वे कौन-कौन सी समस्या हैं और उनके होने का क्या कारण है?
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चारधाम यात्रा के दौरान हो सकती हैं ये 5 स्वास्थ्य समस्याएं, जानें कैसे करें अपना बचाव


Common Health Issues During Chardham Yatra in Hindi: चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से श्रद्धालुओं में दर्शन को लेकर काफी उत्सुकता देखने को मिल रही है। यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ इन चारों धामों में हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। आज के समय में बच्चों से लेकर बड़े और बुजुर्ग हर उम्र के लोग दर्शन करने आते हैं। लेकिन, ये यात्रा काफी मुश्किल होती है, जिस कारण कई लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई लोगों को पहाड़ों पर होने वाली समस्याओं के बारे में पता भी नहीं होता है, जिस कारण वे उन परेशानियों से बाचव नहीं कर पाते हैं। ऐसे में आइए दिल्ली की जनरल फिजिशियन और एमबीबीएस डॉ. सुरिंदर कुमार से जानते हैं चारधाम यात्रा के दौरान आपको क्या-क्या स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं और उनसे बचाव के क्या उपाय हैं?

चारधाम यात्रा के दौरान होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं

1. ऊंचाई से होने वाली बीमारी

चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को 8 हजार फीट से ऊपर की ऊंताई पर जाना जोता है। इस कारण उन्हें ऊंचाई से होने वाली बीमारी ((High Altitude Sickness) को जोखिम बढ़ जाता है, क्योंकि शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिलता है, जिससे सिर में दर्द, चक्कर आना, उल्टी, थकावट और सांस फूलने जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। इसलिए, चारधाम यात्रा पर इस बीमारी से बचाव के लिए यात्रा शुरू करने से पहले कुछ दिन निचले स्थानों पर रुककर शरीर को ऊंचाई के अनुकूल बनाएं, धीरे-धीरे चढ़ाई करें और बीच-बीच में आराम करें, साथ ही हल्का और पौष्टिक भोजन करें।

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2. ऑक्सीजन की कमी

चारधाम यात्रा के दौरान ऊंचाई वाले स्थानों पर ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, जो आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में ऊंचाई पर ऑक्सीजन की मात्रा कम होने पर, बुजुर्गों और हार्ट की समस्याओं से जुड़ें मरीजों को ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, यात्रा के दौरान आप अपने साथ, पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर साथ रखें, भीड़भाड़ से दूर रहें और तेज चलने से बचें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह लें।

3. दिल से जुड़ी समस्याएं

चारधाम यात्रा के दौरान ऊंचाई, ठंड और थकावट के कारण व्यक्ति को दिल से जुड़ी समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है, क्योंकि इन स्थानों पर आपका ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है, जो हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा सकता है। इसलिए, पहाड़ों पर दिल से जुड़ी समस्याओं से बचाव के लिए जरूरी है कि आप कुछ बातों का खास ध्यान रखें। इसलिए, अगर आपको पहले से कोई दिल से जुड़ी बीमारी है तो यात्रा से पहले ECG और मेडिकल चेकअप करवाएं, लगातार BP मॉनिटर करें और जरूरी दवाएं साथ रखें और समय पर खाएं।

Common health issues During Chardham

4. ड्राई स्किन और सर्दी जुकाम

चारधाम यात्रा के दौरान बार-बार बदलने वाला मौसम, तापमान, थकान और नमी की कमी के कारण आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। ऊंचाई पर नमी की कमी होने के कारण स्किन ड्राई हो सकती है। इसके साथ ही सर्दी-जुकाम और खांसी की समस्या भी बढ़ सकती है। इसलिए, अपने स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए आप थर्मल इनर, गर्म जैकेट, दस्ताने, मफलर और वॉटरप्रूफ जूते साथ रखें। होंठों और स्किन पर मॉइश्चराइजर का नियमित उपयोग करें और अपने शरीर को ठंड से बचाकर रखने की कोशिश करें।

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5. डिहाइड्रेशन

चारधाम यात्रा के दौरान हमारा ध्यान पानी पीने की ओर बहुत कम जाता है। इतना ही नहीं ठंडा मौसम होने के कारण लोगों को प्यास कम लगती है, जिससे वे पानी भी कम पीते हैं और इस कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जो डिहाइड्रेशन का कारण बनती है। इसलिए, डिहाइड्रेशन और इसके लक्षणों से बचाव के लिए आप हर 1-2 घंटे में थोड़ा-थोड़ा पानी पिएं, चाहे फिर आपको प्यास न लगे, अपने पानी में इलेक्ट्रोलाइट मिलाएं और चाय या कॉफी का सेवन बिल्कुल न करें।

निष्कर्ष

चारधाम यात्रा के दौरान भक्ति में डूबे श्रद्धालुओं के लिए जरूरी है कि वे अपने स्वास्थ्य का भी खास ध्यान रखें। इसलिए आप अपने साथ सारी तैयारी करके जाएं। और अगर आपको कोई स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या है तो डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करें।

Image Credit: Freepik

FAQ

  • पहाड़ पर चढ़ते समय सांस क्यों फूलती है?

    पहाड़ों पर यात्रा करने के दौरान अक्सर लोगों की सांस फूलने का कारण ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी है। दरअसल, जैसे-जैसे आप ऊंचाई पर जाते हैं हवा का घनत्व कम होने लगता है, जिससे ऑक्सीजन की कमी होने लगती है।
  • पहाड़ पर चढ़ते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

    पहाड़ों पर यात्रा करने जाने से पहले आपको कुछ खास बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, जैसे खुद को हाइड्रेटेड रखना, सांस फूलने से बचाने के लिए रुक-रुककर आराम करना, सही कपड़े और जूसे पहनना और जरूरी दवाइयां साथ रखना।
  • ऊंचाई की बीमारी के लिए सबसे अच्छा पेय कौन सा है?

    ऊंचाई यानी पहाड़ों पर यात्रा के दौरान होने वाली समस्याओं से बचाव के लिए सबसे अच्छा ड्रिंक पानी माना जाता है, क्योंकि हाइड्रेटेड रहने से आप कई समस्या से राहत पा सकते हैं। इसलिए, आप हाइड्रेटेड रहने के लिए पानी पीते रहे और नारियल पानी जैसे हेल्दी ड्रिंक का भी सेवन करें।

 

 

 

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