Happy Heart Syndrome: आपने कई बार सुना होगा कि दिल का टूटना या अधिक गम किसी की जान ले सकता है। जिसे ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम (Broken Heart Syndrome) कहा जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, ज्यादा खुशी भी आपके दिल को नुकसान पहुंचा सकती है? इसे हैप्पी हार्ट सिंड्रोम (Happy Heart Syndrome) कहते हैं। यह एक ऐसी अवस्था है। जिसमें व्यक्ति बहुत अधिक खुश होता है, तो हार्ट अटैक भी आ सकता है। इस स्थिति को ताकोत्सुबो कार्डियोमायोपैथी (Takotsubo Cardiomyopathy) कहते हैं। हमने इस विषय पर आर्टेमिस हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अमित कुमार चौरसिया(Dr. Amit Kumar Chaurasia, Cardiologist, Interventional Cardiology, Artemis Hospitals) से विस्तार में बात की। आइए जानते हैं।
क्या है हैप्पी हार्ट सिंड्रोम-What is Happy Heart Syndrome?
हैप्पी हार्ट सिंड्रोम या ताकोत्सुबो कार्डियोमायोपैथी एक ऐसी स्थिति है जो अचानक खुशी से दिल में अस्थायी रूप से परिवर्तन लाती है, यानी कि इसमें दिल के बाएं ओर निचली हिस्से की दीवार असामान्य रूप से फूल जाती है, जिससे दिल की पंप करने की क्षमता प्रभावित होती है। जब कोई व्यक्ति बहुत अधिक खुश होता है, जैसे लॉटरी लगना, बच्चे का जन्म, सपने की नौकरी लगना या किसी से बहुत समय बाद मिलना, ये सब अचानक खुशी दिल पर जोर डालती हैं, जिससे हृदय की मांसपेशियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और हार्ट अटैक जैसे लक्षण पैदा हो सकते हैं।
हालांकि, हैप्पी हार्ट सिंड्रोम और दिल का दौरा एक समान नहीं होते। दोनों के कुछ लक्षण समान हो सकते हैं। हार्ट अटैक में आमतौर पर धमनियों में रुकावट आती है, जबकि हैप्पी हार्ट सिंड्रोम में ब्लॉकेज नहीं होता, बल्कि दिल की मांसपेशियां कुछ समय के लिए कमजोर हो जाती हैं। दरअसल, हैप्पी हार्ट सिंड्रोम ज्यादा खुशी, तनाव या अन्य भावनाओं के कारण होता है।
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हैप्पी हार्ट सिंड्रोम के लक्षण-Symptoms of Happy Heart Syndrome
हैप्पी हार्ट सिंड्रोम, जिसके कुछ लक्षण हार्ट अटैक जैसे होते हैं, जैसे सीने में दर्द, सांस लेने में दिक्कत आदि।
- अचानक सीने में बहुत तेज दर्द होना
- सांस लेने में दिक्कत
- कुछ लोगों को चक्कर भी आ सकते हैं या बेहोशी
- कुछ लोगों के गर्दन, गले या पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द हो सकता है
- बैचेनी या घबराहट होना
- पसीना आना या सांस फूलना

हैप्पी हार्ट सिंड्रोम के कारण-Causes of Happy Heart Syndrome
- अचानक कोई बड़ी खुशी मिलना
- कोई तनावपूर्ण स्थिति होना
- कोई गंभीर चोट लग जाए
- हाइपरटेंशन, बीपी हाई होना
- पहले से हृदय संबंधी रोग होना
- एंग्जायटी या पैनिक डिसऑर्डर होना
- हार्मोनल बदलाव (जैसे मेनोपॉज)
इससे कैसे बचाव करें-How to prevent this?
यह सिंड्रोम बहुत रेयर है। आमतौर पर जानलेवा नहीं होता। हालांकि, कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए।
1.भावनात्मक बैलेंस बनाए रखना जरूरी है।
तनावपूर्ण स्थितियों से बचना चाहिए। साथ ही ज्यादा खुशी या दुख किसी भी स्थिति में खुद को स्थिर रखना चाहिए।
2.चेकअप कराते रहें।
अगर आपको कोई हार्ट से जुड़ी समस्या है या बीपी हाई रहता है, तो समय-समय पर अपना चेकअप कराते रहें।
3.डॉक्टर से सलाह लें।
अगर ज्यादा खुशी मिलने पर आपके सीने में दर्द होता है या घबराहट होती है, तो डॉक्टर की सलाह लें।
4.सही डाइट और व्यायाम
फल, सब्जियां और अनाज जैसे स्वस्थ भोजन को अपनी डाइट में शामिल करें। नियमित रूप से व्यायाम करते रहें, इससे आपके हृदय को स्वस्थ रखने में मदद मिलेगी।
निष्कर्ष
तनाव या गम में ही जान जाने का खतरा नहीं होता। जब आप बहुत खुश होते हैं, तब भी आपके दिल को नुकसान पहुंच सकता है। बहुत ज्यादा खुशी अच्छी होती है, लेकिन अगर आप इस खुशी को संभाल न पाएं तो दिल के लिए खतरनाक हो सकती है। दरअसल, चाहे खुशी हो या गम, दोनों ही दिल पर दबाव डाल सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि हमें अपने भावनात्मक उतार-चढ़ाव को समझना चाहिए और उन्हें स्थिर रखने पर काम करना चाहिए। अगर ज्यादा खुश हैं तो खुशी मनाएं, लेकिन स्थिरता के साथ।
FAQ
क्या ज्यादा सोचने से हार्ट अटैक आता है?
हां, ज्यादा स्ट्रेस लेने से हार्ट अटैक आ सकता है।क्या खुशी से दिल का दौरा पड़ सकता है?
जब आप ज्यादा खुश होते हैं तो इससे हार्ट में अस्थायी परिवर्तन आता है, जिससे हार्ट अटैक जैसे लक्षण हो सकते हैं। हालांकि यह हार्ट अटैक नहीं होता।क्या हैप्पी हार्ट सिंड्रोम जानलेवा है?
यह बहुत कम मामलों में जानलेवा होता है, लेकिन इसका सही समय पर इलाज न हो तो यह जानलेवा हो सकता है, खासतौर पर उन लोगों के लिए जो हृदय रोगी हैं।