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क्या दिल टूटने की वजह से हार्ट अटैक की समस्या हो सकती है? डॉक्टर से जानें

कई बार किसी परिवार के किसी खास प्रियजन से दूर होने या किसी खास मित्र से दूरी के कारण व्यक्ति को इमोशनल रूप से परेशानी होती है। इसे आप दिल टूटना भी कह सकते हैं। ऐसे में आगे जानते हैं कि क्या यह स्थिति हृदय समस्याओं जैसे कि हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ा सकती है?
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क्या दिल टूटने की वजह से हार्ट अटैक की समस्या हो सकती है? डॉक्टर से जानें


व्यक्ति के जीवन में कई तरह के पड़ाव आते हैं। इसमें कई बार कुछ परिस्थितियों के चलते लोगों को परिवार के किसी खास व्यक्ति या अपने प्रिय मित्र से दूर जाना पड़ता है। वहीं कई बार किसी से मिला धोखा भी दिल टूटने की वजह बन सकता है। यह एक भावनात्मक चोट की स्थिति होती है। इस दौरान व्यक्ति को स्ट्रेस, अवसाद और लगातार तनाव बना रहता है। कई बार व्यक्ति इतना डिप्रेश हो जाते हैं कि उनके मन में कई गलत तरह के (जीवन को समाप्त करने वाले) विचार आने लगते हैं। दिल टूटने की स्थिति में व्यक्ति को अचानक तीव्र तनाव महसूस होता है, यह स्थिति हृदय की मांसपेशियों को कमजोर कर सकती है। इस स्थिति में यदि पहले से किसी व्यक्ति को पहले से हार्ट से जुड़ी समस्या हो, तो हार्ट अटैक की तरह लक्षण महसूस हो सकते हैं। इस लेख में डॉ ब्रजेश कुंवर सीनियर कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी, स्ट्रक्चरल हार्ट डिजीज स्पेशलिस्ट एएचएनएम से जानेंगे कि क्या किसी इमोशनली हादसे (जैसे कि दिल टूटने) की वजह से व्यक्ति को हार्ट अटैक की समस्या हो सकती है?

क्या दिल टूटना और हार्ट अटैक के बीच कोई संंबंध होता है? - Connection Between Broken Heart Syndrome And Heart Attack In Hindi

भावनात्मक तनाव से उत्पन्न हृदय संबंधी स्थिति को “टाकोट्सुबो कार्डियोमायोपैथी” (Takotsubo Cardiomyopathy) या “ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम” (Broken Heart Syndrome) कहा जाता है। यह कुछ समय के लिए होने वाली हृदय की कमजोरी होती है, जिसमें हृदय की एक विशेष मांसपेशी (बाएं वेंट्रिकल का एक भाग) अचानक ठीक से काम करना बंद कर देती है। इस स्थिति के लक्षण हार्ट अटैक के लक्षणों से काफी हद तक मेल खाते हैं। इसमें व्यक्तिक को सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, कमजोरी और चक्कर आने की समस्या हो सकती है। लेकिन जब डॉक्टर ECG या एंजियोग्राफी करते हैं, तो ब्लॉकेज (जैसे हार्ट अटैक में होता है) नहीं मिलता।

भावनात्मक तनाव से हृदय को कैसे नुकसान होता है? - How Emotional Stress Affect Heart In Hindi

जब हम किसी तरह का गहरा भावनात्मक हादसा (जैसे कि जैसे ब्रेकअप, तलाक, नौकरी का नुकसान, किसी प्रिय की मृत्यु) झेलते हैं, तो शरीर एक स्ट्रेस रेस्पॉन्स ट्रिगर करता है। इसमें बड़ी मात्रा में स्ट्रेस हार्मोन जैसे एड्रेनालिन और कोर्टिसोल ब्लड में रिलीज होता है। ये हार्मोन्स दिल की धड़कन तेज करने, ब्लड प्रेशर को बढ़ाने, ब्लड वैसेल्स को कंप्रेस करने, हृदय की मांसपेशियों पर दबाव डालने का काम करते हैं। इन बदलावों से हृदय अस्थायी रूप से कमजोर हो सकता है और यही “ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम” है।

क्या ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम जानलेवा हो सकता है?

कई मामलों में यह स्थिति कुछ ही दिनों या हफ्तों में अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन अगर समय पर पहचान न हो और लक्षण गंभीर हों, तो यह जानलेवा भी हो सकती है। इसकी संभावित जटिलताओं में शामिल समस्याओं को आगे बताया गया है।

  • दिल की धड़कन अनियमित होना (Arrhythmia)
  • हृदय गति रुकना (Cardiac arrest)
  • हृदय की पंपिंग क्षमता में कमी, आदि।

इसे भी पढ़ें: दिल कमजोर होने का संकेत हैं ये 7 लक्षण

दिल का टूटना केवल एक स्थिति नहीं है, बल्कि एक मेडिकल रियलिटी है। जब भावनात्मक हादसा बहुत गहरा हो, तो यह आपको शारीरिक रूप से भी प्रभावित कर सकता है और ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम जैसी स्थिति को जन्म दे सकता है, जो हार्ट अटैक जैसी ही लगती है। हालांकि अधिकतर मामलों में यह स्थिति अस्थायी और ठीक हो जाने वाली होती है, लेकिन सतर्क रहना, भावनाओं कंट्रोल करना और समय पर डॉक्टर से संपर्क करना अत्यंत आवश्यक होता है।

FAQ

  • ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम से छुटकारा कैसे पाएं?

    ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम से निकलने के लिए आप लोगों के साथ मेलजोल बढ़ाएं। दोस्तों के साथ समय बिताएं और पसंदीदी चीजों में समय बिताएं।
  • हार्ट कमजोर होने के क्या लक्षण हैं?

    हार्ट कमजोर होने के कई लक्षण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं थकान, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, धड़कन तेज या अनियमित होना, पैरों में सूजन, और चक्कर आना।
  • हृदय को ताकतवर बनाने के लिए क्या खाएं?

    सब्जियां और फल, बीन्स या अन्य फलियां, मछली, कम फैट वाले डेयरी खाद्य पदार्थ, साबुत अनाज, हेल्दी फैट जैसे जैतून का तेल और एवोकाडो का सेवन कर सकते हैं। 

 

 

 

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