Why Thalassemia Test Is Necessary Before Marriage In Hindi: शादी जीवन का एक अहम फैसला है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इससे आपकी सेहत भी जुड़ी है। ऐसे में शादी से पहले स्वास्थ्य से जुड़े कुछ टेस्ट को कराना बेहद जरूरी है, जिनमें से एक है थैलेसीमिया, जो एक जेनेटिक बीमारी है। थैलेसीमिया की जांच कराने से भविष्य से जुड़ी कई समस्याओं को रोकने में मदद मिल सकती है। ऐसे में शादी से पहले यह जांच दोनों पार्टनर्स को करानी चाहिए, जिससे बेहतर निर्णय लिए जा सकते हैं। ऐसे में आइए फेलिक्स अस्पताल की जनरल फिजिशियन डॉ. अंशुमाला सिन्हा (Dr. Anshumala Sinha, General Physician, Felix Hospital) से जानें शादी से पहले थैलेसीमिया का टेस्ट क्यों करना चाहिए और क्या है थैलेसीमिया की बीमारी?
क्या है थैलेसीमिया और क्यों जरूरी है? - What Is Thalassemia And Why Is It Important?
थैलेसीमिया में शरीर सामान्य मात्रा में हीमोग्लोबिन का उत्पादन ठीक से नहीं कर पाता है और इसके कारण शरीर के सभी हिस्सों में ठीक से ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है, साथ ही, शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी होने लगती है। थैलेसीमिया ब्लड से जुड़ी एक जेनेटिक बीमारी (genetic blood disorder) है, जिसमें जो माता-पिता से बच्चों को भी हो सकती है। ऐसे में शादी से पहले इस बीमारी की जांच करना जरूरी है, क्यों की सही समय पर इसकी जांच करना से भविष्य में होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं और बच्चों को होने वाले खतरे को रोकने में मदद मिल सकती है। बता दें, अगर दोनों पार्टनर इस बीमारी से पीड़ित हैं, तो आगे चलकर बच्चे को स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए डॉक्टर शादी से पहले थैलेसीमिया जैसी बीमारी की जांच कराने की सलाह देते हैं।
इसे भी पढ़ें: एक्टर जैकी श्रॉफ थैलेसीमिया के प्रति फैला रहे हैं जागरुकता, प्रेग्नेंसी से पहले दी इसकी जांच कराने की सलाह
बता दें, थैलेसीमिया 2 प्रकार की होती है, मेजर थैलेसीमिया और माइनर थैलेसीमिया। माइनर थैलेसीमिया एक हल्का प्रकार है, जिससे शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो सकती है। वहीं, मेजर थैलेसीमिया इस बीमारी का गंभीर प्रकार है, जिसमें शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी अधिक होती है। इसका टेस्ट ब्लड टेस्ट और जेनेटिक टेस्ट के जरिए होता है।
शादी से पहले थैलेसीमिया की जांच कराने के फायदे - Benefits Of Getting Tested For Thalassemia Before Marriage In Hindi
बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी
शादी से पहले थैलेसीमिया की जांच कराने से पता चलता है कि आगे चलकर बच्चे को थैलेसीमिया की बीमारी का खतरा है या नहीं। ऐसा करने से बच्चों को होने वाली स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से बचाव करने में मदद मिल सकती है।
टाइम से होता है इलाज
शादी से पहले थैलेसीमिया का टेस्ट कराने पर अगर दोनों में से किसी भी पार्टनर्स में थैलेसीमिया के जीन पाए जाते हैं, तो इस बीमारी का समय से इलाज कराया जा सकता है और डॉक्टर से सलाह ली जा सकती है।
इसे भी पढ़ें: शादी से पहले जरूर कराएं प्री-मेरिटल ब्लड टेस्ट, एक-दूसरे के लिए होगा फायदेमंद
परिवार के स्वास्थ्य की जानकारी
शादी से पहले थैलेसीमिया की जांच कराने से परिवार के अन्य सदस्यों को थैलेसीमिया की बीमारी होने के खतरे का पता चल सकता है।
शादी से पहले कराएं ये अन्य टेस्ट - Other Tests Done Before Marriage In Hindi
शादी से पहले थैलेसीमिया से पहले डायबिटीज, हार्ट, ब्लड ग्रुप कंपैटिबिलिटी, एनीमिया, ब्लड प्रेशर और हेपेटाइटिस बी और सी जैसे टेस्ट जरूर कराने चाहिए। इससे बीमारियों से समय से इलाज करने और आगे चलकर होने वाली समस्याओं से बचाव करने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष
शादी से पहले थैलेसीमिया की जांच करना बेहद जरूरी है। यह ब्लड से जुड़ी गंभीर जेनेटिक बीमारी है, जिसके कारण शरीर में रेड ब्लड सेल्स प्रभावित होती है। शादी से पहले थैलेसीमिया की जांच करने से पता चलता है कि आगे चलकर बच्चों को थैलेसीमिया होने का खतरा है या नहीं। इसके अलावा, इसकी जांच कराने से समय से उपचार मिल सकता है। अगर थैलेसीमिया की समस्या का पता चलता है, तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लें।
All Images Credit- Freepik