Doctor Verified

कैंसर का जोखिम कम करने के लिए पुरुष जरूर करवाएं ये 5 टेस्ट

कैंसर रोगों की पहचान समय से पहले होने से इलाज प्रक्रिया में सरल हो जाती है। आगे जानते हैं पुरुषों को कैंसर की जांच के लिए क्या टेस्ट करवाने चाहिए?
  • SHARE
  • FOLLOW
कैंसर का जोखिम कम करने के लिए पुरुष जरूर करवाएं ये 5 टेस्ट


Cancer Tests For Men: कैंसर एक गंभीर रोग है, जिसके कई कारण होते हैं। इसका मुख्य कारण डीएनए में हुए बदलाव की वजह से कोशिकाएं तेजी से निर्मित होने लगती हैं। इसके अलावा भी कैंसर कई कारणों से हो सकता है। कैंसर का इलाज उसके प्रभावित अंग और उसकी गंभीरता (स्टेज) के आधार पर तय किया जाता है। डॉक्टर के अनुसार समय रहते यदि कैंसर की पहचान कर ली जाए, तो इसका इलाज किया जा सकता है। कैंसर के अंतिम स्टेज में इलाज करने में कई तरह की जटिलताएं सामने आ सकती हैं। ऐसे में महिला व पुरुषों को समय-समय पर कैंसर की जांच करानी चाहिए। इस लेख में हम डॉ. कौशल किशोर यादव, सीनियर कंसल्टेंट, सर्जिकल ओन्कोलॉजी, नारायणा अस्पताल से जानते हैं कि पुरुषों को कैंसर की जांच के लिए किस तरह के टेस्ट कराने चाहिए। 

पुरुषों में कैंसर की जांच के लिए महत्वपूर्ण टेस्ट 

1. प्रॉस्टेट स्पेसिफिक एंटीजन (PSA) टेस्ट

प्रॉस्टेट कैंसर पुरुषों में सबसे आम कैंसरों में से एक है। PSA Blood Test प्रॉस्टेट ग्लैंड द्वारा उत्पन्न प्रोटीन का लेवल को मापता है। हाई PSA लेवल प्रॉस्टेट कैंसर का संकेत हो सकता है। यह टेस्ट शुरुआती चरणों में प्रॉस्टेट कैंसर का पता लगाने में सहायक हो सकता है, जिससे उपचार अधिक प्रभावी हो सकता है।

2. कोलोनोस्कोपी

Colonoscopy एक ऐसा टेस्ट है, जो कोलन और रेक्टम (मलाशय) के अंदर की जांच करता है। यह कोलोन कैंसर और अन्य समस्याओं का पता लगाने में मदद करता है। कोलोनोस्कोपी के माध्यम से डॉक्टर पॉलिप्स, ट्यूमर और उन अन्य समस्याओं को देख सकते हैं, जो कोलोन कैंसर के शुरुआती संकेत हो सकती हैं। इस प्रक्रिया में एक लंबी, लचीली ट्यूब का उपयोग किया जाता है, जिसके अंत में एक कैमरा होता है। यह ट्यूब कोलन और रेक्टम के अंदर डाली जाती है ताकि डॉक्टर अंदर देख सकें।

cancer test for mens

3. लो डोज कंप्यूटेड टोमोग्राफी (LDCT)

ज्यादातर धूम्रपान करने वाले लोगों को फेफड़ों का कैंसर होने की संभावना अधिक होती है, ऐसे में डॉक्टर लो डोज कंप्यूटेड टोमोग्राफी करने की सलाह दे सकते हैं। यह टेस्ट सीटी स्कैन की तरह होता है, जो फेफड़ों की इमेज निकालता है। LDCT फेफड़ों के कैंसर का पता लगाने में सहायक होता है, विशेष रूप से शुरुआती चरणों रोग की जांच कर इलाज शुरु किया जा सकता है। 

4. फेकल ऑकल्ट ब्लड टेस्ट (FOBT)

FOBT एक ऐसा टेस्ट है जो मल (Stool) में रक्त का पता लगाता है। यह कोलोन और रेक्टल कैंसर का प्रारंभिक संकेत हो सकता है। मल में रक्त कोलोन कैंसर का संकेत हो सकता है, और शुरुआती चरणों में पता चलने पर उपचार आसानी से किया जा सकता है। इसके लिए मरीज को अपने मल के सैंपल को लैब में जांच के लिए भेजना होता है।

5. टेस्टिकुलर सेल्फ-एग्जामिनेशन (TSE)

वृषण (Testicles) कैंसर युवाओं में एक आम कैंसर है। TSE एक सरल स्व-परीक्षण है, जो वृषण में गांठ या असामान्यताएं का पता लगाने में मदद करता है। वृषण कैंसर का शुरुआती चरणों में पता लगाने पर उपचार आसानी से किया जा सकता है। नियमित TSE करने से पुरुष अपने शरीर में बदलावों का जल्दी पता लगा सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: ओरल कैंसर की जांच कैसे होती है? जानें डॉक्टर से

Medical Tests To Detect Cancer In Men: कैंसर का शुरुआती पता चलना उपचार की अवधि को कम कर सकता है और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाता है। पुरुषों में आम कैंसरों को प्रारंभिक स्टेज में पता लगाने में ऊपर बताए टेस्ट सहायक हो सकते हैं। यदि टेस्ट के रिजल्ट पॉजीटिव आते हैं, तो डॉक्टर इलाज शुरु कर सकते हैं। 

 

Read Next

Recurrent Breast Cancer: आखिर बार-बार क्यों होता है ब्रेस्ट कैंसर? जानें इसके लक्षण और कारण

Disclaimer