
आज की तेज रफ्तार भरी जिंदगी में हमारे पास खाना खाने के लिए भी दो पल सुकून के होना मुश्किल हो गया है। ऑफिस में जल्दी लंच करके अपने काम को पूरा करने की होड़ तो घर पर भी जल्दी-जल्दी खाना खत्म करने की जल्दबाजी। जल्दी-जल्दी खाना खाना हमारी सेहत के लिए हानिकारक माना जाता है और धीरे-धीरे खाना चबाकर (dheere dheere khana khane se kya hota hai) खाना सेहत के लिए काफी लाभकारी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि धीरे-धीरे खाना खाने से पाचन क्रिया बेहतर रहती है। आइए आज के इस लेख में दिल्ली की क्लिनिकल डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट रक्षिता मेहरा से जानते हैं कि धीरे-धीरे भोजन करना पाचन के लिए क्यों अच्छा होता है?
क्या धीरे-धीरे खाने से पाचन में मदद मिलती है?
न्यूट्रिशनिस्ट रक्षिता मेहरा का कहना है कि, धीरे-धीरे खाना चबाकर खाना हमारे पाचन स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। आइए जानते बैं ये पाचन में कैसे मदद (dheere dheere khana khane ke fayde) करता है-
1. पाचन में फायदेमंद
धीरे-धीरे खाना खाने से हमें हर निवाले को अच्छे से चबाने का समय मिलता है। खाना चबाने के दौरान हमारी लार खाने के साथ मिलती है, जिसमें कई तरह के पाचक एंजाइम होते हैं, जो खाने में मौजूद कार्बोहाइड्रेट को तोड़ने में मदद करती है। ऐसे में अगर हम खाना जल्दी-जल्दी खाते हैं और चबाने की प्रक्रिया पर ध्यान नहीं देते हैं तो भोजन की पाचन प्रक्रिया सही तरह से नहीं हो पाती है। ऐसे में इसका सीधा प्रभाव हमारे पेट और आंतों पर पड़ता है क्योंकि अधपचा खाना सीधे हमारे पेट में चला जाता है।
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2. पेट पर कम दबाव पड़ता है
धीरे-धीरे खाना खाने से भोजन छोटे-छोटे टुकड़ों में बदल जाता है, जिससे पेट को उसे पचाने में कम मेहनत करनी पड़ती है। इससे आपके पेट में गैस, अपच, पेट दर्द और सूजन जैसी समस्याएं कम होती हैं। बता दें कि जब आप खाने को अच्छी तरह चबाकर खाते हैं तो ये लार के साथ मिलकर आसानी से आंतों से गुजरता है और पच जाता है।
3. पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण
धीरे-धीरे खाना चबाकर खाने से वो आसानी से पच जाता है, इससे शरीर को भोजन से पोषक तत्वों को आसानी से अवशोषित करने में मदद मिलती है। अगर खाना अधपचा पेट में जाता है तो आंतों को उसी सही तरह से तोड़ने और उसमें से विटामिन, मिनरल्स और जरूरी पोषक तत्वों को निकालने में समस्या होती है, जिससे हेल्दी डाइट लेने के बाद भी आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
4. ज्यादा खाने से बचते हैं
हमारा पेट भर गया है या नहीं, इसका सिग्नल हमारा दिमाग देता है। ऐसे में जब हम जल्दी-जल्दी खाते हैं तो दिमाग कंफ्यूज हो जाता है, जिससे पेट भरने का सिग्नल देर से देता है, जिससे हम जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं और ओवरइटिंग कर सकते है। ज्यादा खाना खाने से न सिर्फ पाचन में गड़बड़ी होती है, बल्कि ये मोटापा या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है। धीरे-धीरे खाना खाने से हमारे दिमाग को सही सिग्नल मिलता है, जिससे हम जरूरत से ज्यादा खाने से बचते हैं।
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5. एसिड रिफ्लक्स से राहत
जल्दी-जल्दी खाना खाने से कई लोगों को एसिड रिफ्लक्स, गैस्ट्रिक एसिडिटी और सीने में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं, क्योंकि बिना चबाए खाना पेट में जाकर एसिड का कारण बन सकता है। इसलिए, धीरे खाने और अच्छे से चबाने से पेट में एसिड का स्तर संतुलित रहता है, जिससे इन समस्याओं को होने से रोका जा सकता है।
निष्कर्ष
धीरे-धीरे भोजन करने से न सिर्फ आप कम खाते हैं, बल्कि उस खाने को पचाने में मदद मिलती है। जल्दी-जल्दी भोजन करना आपके पाचन के साथ-साथ संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है, जबकि धीरे-धीरे खाना खाने से आप ओवरईटिंग, गैस, अपच, एसिडिटी आदि जैसी स्वास्थ्य समस्याओं से बचते हैं और हेल्दी वजन बनाए रखने में भी मदद मिलती है।
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FAQ
कम खाना खाने के क्या फायदे हैं?
कम खाना खाने से वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है, दिल की बीमारियों और डायबिटीज का जोखिम कम होता है और पाचन में सुधार होता है। इसलिए, जब आप कम खाते हैं तो शरीर को एनर्जी को बनाए रखने में मदद मिलती है, जिससे आप ज्यादा एक्टिव और एनर्जेटिक महसूस करते हैं।चलना भोजन के पाचन में कैसे मदद करता है?
खाने को पचाने के लिए चलना काफी मददगार होता है क्योंकि ये पेट और आंतों में ब्लड फ्लो और गतिशीलता को बढ़ाकर पाचन तंत्र को बढ़ावा देता है। यह प्रक्रिया भोजन को पाचन तंत्र से बढ़ाती है, जिससे ब्लोटिंग, गैस और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।खाना धीरे-धीरे खाने से क्या होता है?
खाना धीरे-धीरे खाने से पाचन क्रिया बेहतर होती है, वजन कंट्रोल में रहता है और पेट देर तक भरा हुआ महसूस होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि धीरे-धीरे खाना खाने से भोजन के छोटे-छोटे टुकड़े हो जाते हैं, जिससे पेट को खाना पचाना आसान हो जाता है और दिमाग को पेट भरने के संकेत मिलने का सही समय मिल जाता है।
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Oct 23, 2025 08:46 IST
Published By : Katyayani Tiwari