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मानसून के दौरान माइग्रेन की समस्या क्यों बढ़ जाती है? डॉक्टर से जानें कारण और उपाय

मानसून के मौसम में माइग्रेन की समस्या बढ़ जाती है। यहां जानिए, मानसून के दौरान माइग्रेन क्यों बढ़ जाता है?
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मानसून के दौरान माइग्रेन की समस्या क्यों बढ़ जाती है? डॉक्टर से जानें कारण और उपाय


मानसून की शुरुआत हो चुकी है और इसी के साथ भीषण गर्मी से भी राहत मिल रही है। बरसात का मौसम लोगों को काफी पसंद आता है लेकिन कुछ लोगों को इस मौसम में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मानसून का मौसम माइग्रेन की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि मानसून के दौरान माइग्रेन की समस्या ट्रिगर हो सकती है। दरअसल, मानसून के दौरान बदलते मौसम, बढ़ती नमी और तापमान में उतार-चढ़ाव माइग्रेन के दर्द को ट्रिगर कर सकते हैं, जिससे माइग्रेन के अटैक की संभावना बढ़ जाती है। माइग्रेन के कारण लोगों को रोजमर्रा के कामों को करने में भी परेशानी होने लगती है। इस लेख में डॉ. शौकत नजीर वानी, कंसल्टेंट, न्यूरोलॉजी विभाग, शारदा हॉस्पिटल, ग्रेटर नोएडा (Dr. Showkat Nazir Wani, Consultant , Department of Neurology at Sharda Hospital & Sharda Care, Greater Noida) मानसून में माइग्रेन ट्रिगर होने के कारण और इससे बचाव के तरीके बता रहे हैं।

मानसून के दौरान माइग्रेन क्यों बढ़ जाता है?

डॉक्टर ने बताया कि मानसून के दौरान हवा में नमी का स्तर बढ़ जाता है और तापमान में उतार-चढ़ाव होता है जो माइग्रेन ट्रिगर कर सकता है। जो व्यक्ति पहले से ही माइग्रेन से ग्रस्त हैं उनके लिए जब बरसात में हवा का दबाव बदलता है तो माइग्रेन की समस्या ट्रिगर हो सकती है, जिससे माइग्रेन के कारण होने वाला सिरदर्द बढ़ सकता है। इसके अलावा बारिश के मौसम में एलर्जी, अनियमित खानपान और पानी की कमी, तनाव और नींद की कमी भी माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती है। 

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माइग्रेन को कम करने के उपाय

मानसून के दौरान अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और इसके साथ ही अन्य तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं। जैसे कि आप नारियल पानी, हर्बल चाय और फलों का रस डाइट में शामिल कर सकते हैं। दरअसल, मानसून में नमी के कारण अक्सर लोग पानी पीना कम कर देते हैं, जिससे शरीर डिहाइड्रेटेड होने लगता है, ऐसे में जरूरी है कि आप शरीर को हाइड्रेटेड रखें। इस मौसम में खाने में लापरवाही सेहत पर भारी पड़ती है, ऐसे में जरूरी है कि आप हेल्दी और बैलेंस डाइट लें, इसके लिए फलों, सब्जियों और फाइबर से भरपूर फूड्स को अपने आहार में शामिल करें। रोजाना योग और मेडिटेशन का अभ्यास करें, इससे तनाव कम होता है और मानसिक शांति मिलती है। नियमित योग और मेडिटेशन का अभ्यास माइग्रेन के दर्द को कम करने में सहायक हो सकता है।

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1. मानसून में माइग्रेन से बचने के लिए रोजाना रात को 7-8 घंटे की नींद जरूर लें।

2. सिर और गर्दन की हल्की मसाज शरीर को रिलैक्स करती है और् माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद कर सकती है।

3. लैवेंडर और पेपरमिंट ऑयल की अरोमाथेरेपी भी माइग्रेन से राहत दिलाने का एक अच्छा तरीका है।

4. यदि माइग्रेन का दर्द ज्यादा हो रहा है और घरेलू उपायों से राहत नहीं मिल रही है, तो बिना देरी किए डॉक्टर से परामर्श करें। 

निष्कर्ष

मानसून का मौसम माइग्रेन के दर्द को बढ़ा सकता है, लेकिन सही देखभाल और उपायों से आप इसे कंट्रोल कर सकते हैं। लेकिन अगर माइग्रेन का दर्द गंभीर है तो डॉक्टर से सलाह लें।

All Images Credit- Freepik

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