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पैरों में जलन या चींटी काटने जैसी समस्या क्यों होती है? आयुर्वेद एक्सपर्ट से जानें

आयुर्वेद में पैरों में जलन और चींटी काटने जैसी समस्या होने के पीछे कई कारण हो सकती हैं। आइए जानते हैं पैरों में जलन, आग लगने जैसा और चींटी काटने जैसी परेशानी होने के क्या कारण हैं?
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पैरों में जलन या चींटी काटने जैसी समस्या क्यों होती है? आयुर्वेद एक्सपर्ट से जानें


पैरों में जलन होना या चींदी काटने जैसा एहसास होना पैरों से जुड़ी एक आम समस्या है, जिसके होने के पीछे कई कारण शामिल हैं। पैरों में जलन की समस्या न सिर्फ शारीरिक परेशानी का कारण बनती है, बल्कि ये आपके डेली रूटीन के कामों को भी प्रभावित कर सकती है। पैरों में जलन या चींटी काटने जैसी समस्या होने पर आपको चलने में असुविधा हो सकती है, बैठे रहने पर भी आपको परेशानी हो सकती है। आयुर्वेद में पैरों में जलन और चींटी काटने जैसी समस्या होने के पीछे कई कारण हो सकती हैं। तो आइए रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानते हैं कि पैरों में आग लगने या चींटी काटने जैसी समस्या क्यों होती है? (What causes a burning sensation in the feet?)

पैरों में आग लगने या चींटी काटने की समस्या होने के कारण - Causes Of Burning Sensation In Feet Or Ant Bites in Hindi

आयुर्वेदाचार्य डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार, पैरों में आग लगने या चींटी काटने जैसी समस्या होने के पीछे कई कारण है, जिसमें-

1. नसों की कमजोरी

नसों में कमजोरी होने के कारण पैर में जलन या चींटी काटने जैसी समस्याएं बढ़ने लगती हैं। दरअसल, जब शरीर की नर्वस सिस्टम कमजोर होती है, तो वह पैरों तक सही तरीके से सिग्नल नहीं भेज पाती, जिससे जलन, दर्द या चींटी काटने जैसी समस्याएं होने लगती हैं। यह समस्या आमतौर पर बढ़ती उम्र में देखने को मिलती है, क्योंकि उम्र के साथ नसों की कार्यक्षमता में कमी आ सकती है। इसके अलावा, शारीरिक गतिविधियों की कमी के कारण भी लगातार एक ही स्थान पर बैठे रहने से भी नसें कमजोर हो सकती हैं, जिससे पैरों में जलन का एहसास हो सकताहै। आयुर्वेद के अनुसार, शरीर के वात और पित्त दोष के असंतुलन से भी नसों में कमजोरी हो सकती है।

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2. डायबिटीज के कारण

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जो पीड़ित के शरीर के अलग-अलग हिस्सों में ब्लड फ्लो को प्रभावित करती है। दरअसल, जब डायबिटीज के कारण ब्लड में शुगर लेवल लगातार बढ़ता रहता है तो यह नसों को डैमेज कर सकता है, जिसे डायबिटीक न्यूरोपैथी के रूप में जाना जाता है। डायबिटीज के कारण नसों में ब्लड फ्लो का सही न रहने के कारण नर्व सिस्टम प्रभावित रहता है। इससे पैरों में सेंसरी समस्याएं बढ़ जाती है और व्यक्ति को पैरों में जलन या चुभने की समस्या हो सकती है। आयुर्वेद में, इसे शरीर के अंदर पित्त और कफ दोष के असंतुलन से जोड़ा जाता है, जो ब्लड और नसों की क्वालिटी पर असर डालता है।

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3. कमर में झटका या स्पाइन पर दबाव

आयुर्वेद के अनुसार पैरों में चींटी काटने जैसा महसूस होना कमर में झटके या स्पाइन पर दबाव के कारण भी होता है। दरअसल, जब हमारी रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ता है तो वह नसों और नर्व सिस्टमों पर प्रभाव डालता है। आयुर्वेद के अनुसार, जब शरीर में वात दोष असंतुलित होता है, तो रीढ़ की हड्डी और नसों पर दबाव बनता है, जिससे पैरों में दर्द या जलन की समस्या महसूस हो सकती है। यह समस्या आमतौर पर लंबे समय तक बैठने, गलत तरीके से उठने-बैठने या फिर भारी सामान उठाने के कारण होती है, जो स्पाइन पर ज्यादा दबवा के कारण होता है।

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4. शरीर की तासीर का गर्म होना

आयुर्वेद के अनुसार शरीर की तासीर गर्म होने के कारण भी पैरों में जलन होना एक बड़ा कारण है। आयुर्वेद में शरीर की तासीर तीन हिस्सों में बांटी जाती है, जिसमें पित्त, वात और कफ शामिल है। जब पित्त का स्तर शरीर में बढ़ जाता है तो यह शरीर के अंदर गर्मी का कारण बन सकता है, जिससे पैरों में जलन हो सकती है। गर्म तासीर के कारण शरीर में ज्यादा पसीना आता है, जिससे स्किन पर जलन, खुजली और असुविधा हो सकती है। इसके अलावा, शरीर में ज्यादा गर्मी बढ़ने से ब्लड फ्लो प्रभावित होता है, जिससे पैरों में दर्द और जलन की समस्या हो सकती है।

निष्कर्ष

आयुर्वेद के अनुसार पैरों में जलन या चींटी काटने जैसी समस्याएं अलग-अलग कारणों से हो सकती हैं, जिनमें नसों की कमजोरी, डायबिटीज, स्पाइन पर दबाव, और शरीर की तासीर का गर्म होना शामिल हैं। आयुर्वेद में इन समस्याओं को ठीक करने के लिए हर्बल औषधियों, सही डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव की सलाह दी जाती है। अगर आपको भी ऐसी समस्या होती है तो आप आयुर्वेदिक डॉक्टर से कंसल्ट कर सकते हैं।
Image Credit: Freepik

FAQ

  • पैरों में जलन हो रही है तो क्या करना चाहिए?

    पैरों में जलन महसूस होने पर आप अपने पैरों को ठंडे पानी से धोएं, बर्फ की सिकाई करें या एप्सम सॉल्ट वाले पानी में पैर डुबोकर बैठ जाए।
  • पैरों में जलन किसकी कमी से होती है?

    पैरों में जलन की समस्या बर्निंग फीट सिंड्रोम के नाम से जाना जाता है। शरीर में विटामिन की कमी, खासकर विटामिन बी12 और बी6 की कमी पैरों में जलन का कारण बनती है। इसके अलावा, थायराइड की समस्या, डायबिटीज और खराब ब्लड सर्कुलेशन भी इस समस्या को बढ़ा सकती हैं।
  • पैरों की गर्मी कैसे निकाले?

    पैरों की गर्मी निकालने के लिए आप कुछ होम रेमेडीज अपना सकते हैं। आप ठंडे पानी में पैर डुबोकर बैठ सकते हैं, बर्फ की सिकाई कर सकते हैं या चंदन और गुलाब जल का लेप लगा सकते हैं। इसके अलावा, आरामदायक जूते पहनना और पैरों की मालिश करना भी फायदेमंद हो सकता है।

 

 

 

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