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Tingling in Legs: गर्मियों में पैरों में जलन क्यों होती है? जानें इसके कारण

Tingling in Legs: पैरों में जलन कई कारणों से हो सकती है। डायबिटीज इसका एक मुख्य कारण हो सकता है। जानें, पैरों में जलन क्यों होती है-
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Tingling in Legs: गर्मियों में पैरों में जलन क्यों होती है? जानें इसके कारण

Tingling in Legs in Hindi: पैरों में दर्द और कमजोरी का अनुभव होना बेहद आम है। हर व्यक्ति अपनी जिंदगी में दर्द का अनुभव जरूर करता है। हालांकि, पैरों से जुड़ी कुछ ऐसी समस्याएं भी हैं, जिससे कुछ ही लोगों को जूझना पड़ता है। इसमें पैरों में जलन भी एक है। पैरों में जलन होना, व्यक्ति की दिनचर्या को पूरी तरह से प्रभावित कर सकता है। दरअसल, पैरों में जलन की वजह से व्यक्ति न तो सही से चल पाता है और न ही वह अपने रोजमर्रा के काम कर पाता है। इसकी वजह से पैरों में दर्द और झुनझुनी का भी अनुभव हो सकता है। वैसे तो पैरों में जलन किसी भी मौसम में हो सकती है। लेकिन कुछ लोगों को गर्मियों में पैरों में जलन का अनुभव ज्यादा होता है। इसका मुख्य कारण गर्मी होती है। जब शरीर में गर्मी बढ़ती है, तो हाथ-पैरों में जलन हो सकती है। आइए, फैमिली फिजिशियन ऑफ इंडिया के जनरल फिजिशियन डॉ. रमन कुमार से जानते हैं पैरों में जलन क्यों होती है।

पैरों में जलन क्यों होती है?- Tingling in Legs Causes in Hindi

1. डायबिटीज 

डायबिटीज पैरों में जलन का एक कारण हो सकता है। अगर आपको डायबिटीज रोग है, तो आपको पैरों में जलन हो सकती है। दरअसल, डायबिटीज से पीड़ित कुछ लोगों में तंत्रिका क्षति हो सकती है। इसे डायबिटीज न्यूरोपैथी के रूप में जाना जाता है। डायबिटीज न्यूरोपैथी होने पर व्यक्ति को पैरों में जलन, सुन्नपन, दर्द और कमजोरी जैसा अनुभव हो सकता है। अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए, तो यह जलन शरीर के अन्य हिस्सों तक पहुंच सकती है।

2. टार्सल टनल सिंड्रोम

टार्सल टनल सिंड्रोम वाले लोग भी पैरों में जलन की शिकायत कर सकते हैं। आपको बता दें कि यह सिंड्रोम तब होता है, जब पैर के नीचे और टखने के अंदर तक जाने वाली तंत्रिका दब जाती है या क्षतिग्रस्त हो जाती है, तो इस स्थिति में पैरों में जलन हो सकती है। टार्सल टनल सिंड्रोम वाले लोगों को पैरों में झुनझुनी और सुन्नता भी हो सकती है।

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3. मल्टीपल स्क्लेरोसिस

मल्टीपल स्क्लेरोसिस वाले लोग पैरों में जलन का अनुभव कर सकते हैं। यह एक ऑटोइम्यून स्थिति है, जो मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को प्रभावित करती है। इससे पीड़ित लोगों को पैरों या शरीर के एक हिस्से में सुन्नता भी हो सकती है। कुछ मामलों में मरीजों को शारीरिक कार्यों को करने में भी तकलीफ हो सकती है।

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4. पीठ के निचले हिस्से की समस्याएं

अगर आपको पीठ के निचले हिस्से से जुड़ी कोई समस्या जैसे-साइटिका या स्लिप डिस्क की दिक्कत है, तो पैरों में जलन की समस्या का अनुभव हो सकता है। दरअसल, साइटिका या स्लिप डिस्क की वजह से तंत्रिका क्षतिग्रस्त हो सकती है। ऐसे में पैरों में दर्द, सुन्नपन, झुनझुनी और जलन हो सकती है।

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5. पीएडी

पीएडी की वजह से भी पैरों में जलन या झुनझुनी महसूस हो सकती है। दरअसल, पीएडी की वजह से पैर, हाथ और पेट में परिधीय रक्त धमनियां (Peripheral Blood Artery) संकीर्ण हो जाती हैं। इसकी वजह से रक्त प्रवाह कम हो जाता है। इसकी वजह से व्यक्ति को दर्द, ऐंठन, सुन्नपन और कमजोरी का अनुभव हो सकता है।

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