आपने देखा होगा कि बारिश के दिनों में स्किन से जुड़ी प्रॉब्लम बढ़ जाती है। वैसे भी मानसून अपने आप में कई तरह की परेशानियों को बढ़ाने के जिम्मेदार होता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे बहुत ज्यादा पसीना आना, लंबे समय तक बारिश के पानी में भीगे रहना आदि। अगर आपको पहले से ही स्किन प्रॉब्लम है, जैसे स्किन रैशेज तो इनकी कंडीशन भी बिगड़ जाती है। यहां तक कि बारिश की वजह से स्किन से जुड़ी जो प्रॉब्ल पहले सही है, वह भी प्रभावित होता है। तो क्या इन दिनों एक्जिमा जैसी स्किन कंडीशन भी बढ़ जाती है? राजौरी गार्डन स्थित कॉस्मेटिक स्किन क्लिनिक की कॉस्मेटोलॉजिस्ट और त्वचा रोग विशेषज्ञ, डॉ. करुणा मल्होत्रा से जानते हैं इसके क्या-क्या कारण हो सकते हैं और जानते हैं इसे मैनेज करने के कुछ टिप्स के बारे में।
बारिश के दिनों में एक्जिमा क्यों बढ़ जाता है?- Does Eczema Flare Up In Rain
बारिश के दिनां में एक्जिमा बढ़ने के पीछे कई तरह के कारण जिम्मेदार हैं, इन्हें जानने के लिए इस लेख को आगे पढ़ें-
क्या पसीने की वजह से एक्जिमा बढ़ता है?
यह सच है कि एक्जिमा की कंडीशन बरसात के दिनों में बढ़ जाती है। इसका एक कारण बरसात के दिनों में अधिक पसीना आना भी माना जाता है। असल में मानसून के दिनों में उमस बहुत ज्यादा होती है। उमस की वजह से स्किन में चिपचिपापन बढ़ने लगता है, जो बहुत ज्यादा पसीना आने का कारण बन सकता है। चिपचिपेपन के कारण हमारी स्किन पोर्स ब्लॉक हो जाती है, स्किन इरिटेशन होने लगती है। ऐसे एक्जिमा भी बढ़ने लगता है।
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क्या स्किन की केयर न करने से एक्जिमा बढ़ता है
बरसात के दिनों में स्किन को स्पेशल केयर की जरूरत होती है। लेकिन, अक्सर लोग ऐसा नहीं कर पाते हैं। कभी टाइम की कमी की वजह से तो कभी प्रॉपर इंफॉर्मेशन नहीं होने की वजह से ऐसी दिक्कतें आती हैं। जब कि इन दिनों अपनी स्किन की अच्छी केयर नहीं करते हैं, तो एक्जिम जैसी स्किन कंडीशन भी बिगड़ जाती है। यहां तक कि कभी-कभी इंफ्लेमेशन और सूजन भी देखने को मिलती है।
क्या इरिटेंट की वजह से बढ़ता है एक्जिमा
बरसात के दिनों में पल्यूटेंट की संख्या भी बढ़ जाती है। इन दिनों आपने देखा होगा कि अस्थमा के मरीजों को भी दिक्कतें ज्याद होती है। ऐसा इसलिए होता क्योंकि हवा में नमी के साथ-साथ पल्यूटेंट और एलर्जेन की संख्या में बढ़ोत्तरी होने लगती है। इसमें डस्ट, पोलन और बैक्टीरिया शामिल हैं। आप हमारी स्किन इसके संपर्क में आती है, तो स्किन से जुड़ी प्रॉब्लम ट्रिगर हो जाती है। वहीं, अगर किसी को पहले से ही एक्जिमा जैसी स्किन प्रॉब्लम है, तो उसमें बढ़ोत्तरी देखने को मिलती है।
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क्या टेंप्रचर से बिगड़ता है एक्जिमा
मानसून की वजह से ओवर ऑल टेंप्रचर में गिरावट आने लगती है। हालांकि, तपती गर्मी से राहत मिलती है। लेकिन, तापमान में गिरावट के बावजूद उमस बढ़ जाती है। इससे पसीना ज्यादा आता है। यह एक्जिमा के लक्षणों को बढ़ाने का काम करता है।
बरसात में एक्जिमा को कैसे मैनेज करें?- Eczema Ke Gharelu Upay
- बरसात के दिनों में ह्यूमीडिटी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में त्वचा का चिपचिपापन भी बढ़ता है। इसलिए, इन दिनों कम मॉइस्चराइजर का उपयोग करें।
- बरसात में एक्जिमा के लक्षणों में कमी करने के लिए जरूरी है कि आप गुनगुने पानी से नहाएं। इससे स्किन प्रॉब्लम से राहत मिलती है।
- बरसात में एक्जिमा की परेशानी से बचने के लिए केमिकल युक्त प्रोडक्ट से बचें।
- बरसात में ऐसे कपड़े पहनें, जो स्किन फ्रेंडली हों। टाइट या खराब फैब्रिक के कपड़े अपने एक्जिमा को बढ़ा सकते हैं।
- एक्जिमा के मरीजां को बरसात के दिनों में भी सनस्क्रीन जरूर लगाना चाहिए। इससे स्किन प्रोटेक्ट होती है।
FAQ
क्या बारिश से एक्जिमा शुरू हो सकता है?
बारिश के दिनों में उमस बढ़ जाती है, त्वचा अक्सर गीली रहती है, जिससे एक्जिमा की समस्या बढ़ सकती है। इसके अलावा, बरसात के दिनों में लोग पानी भी कम पीते हैं, जिसका नेगेटिव असर स्किन पर पड़ता है।एक्जिमा से कौन सा अंग प्रभावित होता है?
एक्जिमा स्किन को प्रभावित करती है। एक्जिमा की वजह से त्वचा में खुजली, छाल, पपड़ी बनना और संक्रमण जैसे घाव हो सकते हैं। एक्जिमा की वजह से स्किन खुरदुरी भी हो जाती है।बारिश के मौसम में खुजली क्यों होती है?
बारिश में मौसम में बढ़ती उमस की वजह से पसीना ज्यादा आता है। अगर समय-समय पर अपनी स्किन की क्लीनिंग न की जाए, तो ऐसे में स्किन में फंगस और बैक्टीरिया हो सकते हैं। ऐसे में खुजली, रैशेज की समस्या होने लगती है।