Constipation in Women: आजकल के लाइफस्टाइल के चलते कब्ज आम समस्या बन चुकी है और कई बार समय पर इलाज न कराने से यह परमानेंट बीमारी की रूप ले लेती है। महिलाओं को कब्ज की समस्या काफी ज्यादा देखने को मिलती है। NCBI में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं पर किए गए कब्ज के अध्ययन में पाया गया है कि महिलाओं में 19.7% और युवाओं में 23.5% कब्ज पाया गया है। महिलाओं को कब्ज का क्या कारण होता है और कैसे इसे मैनेज कर सकते हैं, इस बारे में हमने फरीदाबाद के गैस्ट्रो लिवर पैंक्रियाज क्लीनिक के सीनियर गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. बीर सिंह सहरावत से बात की।
महिलाओं में कब्ज होने के कारण - Reasons of Constipation in Females in Hindi
डॉ. बीर सिंह कहते हैं, “अगर कोई महिला हफ्ते में तीन बार या इससे कम शौच जा रही हो और स्टूल पास करने में तकलीफ हो रही हो तो कब्ज की समस्या हो सकती है। महिलाओं को ये भी चेक रखना चाहिए कि स्टूल सूखा और कड़ा हो सकता है। इसके कई कारण हो सकते हैं।”
- फाइबर और पानी की कमी - शरीर में फाइबर और पानी की कमी होने के कारण भी कब्ज की समस्या हो सकती है। महिलाएं डाइट में अक्सर साबुत अनाज, फल, सब्जियां नहीं लेती, जिससे महिलाओं को स्टूल पास करना मुश्किल हो जाता है।
- हार्मोनल बदलाव और पीरियड्स - महिलाओं को पीरियड्स के दौरान, प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज के समय कब्ज की समस्या देखने को मिलती है। इस समय एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स में बदलाव होते हैं। इससे महिला का पाचन धीमा हो जाता है।
- बच्चों के बाद लाइफस्टाइल में बदलाव - बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं की फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है। कसरत न करना, नींद की कमी और स्ट्रेस के कारण कब्ज की समस्या बढ़ा जाती है।
- थायरॉइड या डायबिटिज की बीमारियां - कई बार महिलाएं थायरॉइड या फिर डायबिटीज के कारण कब्ज की समस्या से जूझती हैं।
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कब्ज मैनेज करने के उपाय - Home Remedies for Constipation in Women in Hindi
डॉ. बीर कहते हैं कि महिलाएं इन तरीकों को अपनाकर कब्ज की समस्या से छुटकारा पा सकती हैं।
- फाइबर युक्त आहार - महिलाओं को अपनी डाइट में अमरूद, नाशपाती, बबूबोशा, सलाद, हरी सब्जियां लेनी चाहिए। जिन महिलाओं को कब्ज की बहुत ज्यादा समस्या है, वे इसबगोल भी ले सकती हैं। फाइबर की मदद से स्टूल नरम होता है और आंतें ठीक होती है।
- प्रचुर मात्रा में पानी पिएं - महिलाओं को कम से कम 2.5 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए। अगर सुबह उठकर गुनगुना पानी पिया जाए, तो कब्ज की समस्या से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है।
- रेग्लुर कसरत करना - महिलाओं को नियम बना लेना चाहिए कि दिन में कम से कम 20 से 25 मिनट तक टहलना चाहिए।
- स्ट्रेस कम रखें - स्ट्रेस का सीधा असर पाचन पर पड़ता है। अगर जीवन में स्ट्रेस बहुत ज्यादा है तो मेडिटेशन, प्राणायाम और योग से स्ट्रेस को मैनेज करना चाहिए।
इस परेशानी में डॉक्टर से जरूर मिलें - When to See a Doctor in Hindi
डॉ. बीर सिंह कहते हैं कि अगर लाइफस्टाइल में बदलाव करने के बावजूद भी कब्ज की समस्या खत्म न हो, तो बिना देर किए डॉक्टर से जरूर सलाह लें। अगर लगातार ये लक्षण दिखें, तो सतर्क रहें।
- एक हफ्ते से ज्यादा समय से कब्ज हो
- पेट में सूजन या दर्द
- स्टूल में खून आना
- वजन तेजी से घटना
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निष्कर्ष
डॉ, बीर सिंह कहते हैं कि कब्ज की समस्या को अनदेखा नहीं करना चाहिए, खासतौर पर महिलाओं को और समय रहते पहचान करके इलाज कराना बहुत जरूरी है। अगर कब्ज का इलाज न किया जाए, तो ये समस्या गंभीर हो सकती है, इसलिए डॉक्टर से सलाह लेकर नियमित रूप से दवाइयां शुरू करनी चाहिए।