Ear pain in children causes: कान के दर्द से बच्चे काफी हद तक परेशान रहते हैं। बड़ी की तुलना बच्चों में यह दिक्कत ज्यादा होती है। लेकिन, कभी आपने सोचा है ऐसा क्यों? दरअसल, बच्चे नासमझी में कई सारी ऐसी चीजें कर लेते हैं जिसकी वजह से उनके कान में इंफेक्शन हो जाता है या फिर सूजन की समस्या होती है जिसकी वजह से भी उन्हें कानों में दर्द महसूस होता है। इसके अलावा भी बच्चों में कान दर्द की कई वजह है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इनके बारे में जानना और फिर डॉक्टर को दिखाकर जल्दी ट्रीटमेंट लेना भी जरूरी है। नहीं तो यह इंफेक्शन फैलकर कानों में फंगल इंफेक्शन की वजह बन सकता है। तो आइए Dr. Archana S, Consultant ENT, KIMS Hospitals, Thane से जानते हैं बच्चों के कान में दर्द क्यों होता है?
बच्चों के कान में दर्द क्यों होता है-Why do children have ear pain?
Dr. Archana S बताती हैं कि जैसे-जैसे मानसून करीब आ रहा है, कान से जुड़ी शिकायतों का ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है, खासकर बच्चों में। बच्चों में ऊपरी श्वसन संक्रमण विकसित होने की संभावना अधिक होती है क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो रही होती है। ऐसे में बच्चों में कान दर्द के सबसे आम कारण हैं:
-मध्य कान का संक्रमण (middle ear infection): यह ऊपरी श्वसन संक्रमण का परिणाम हो सकता है, जहां संक्रमण यूस्टेशियन ट्यूब के माध्यम से कान में फैलता है।
-कान की नली में सूजन (ear canal inflammation): किसी नुकीली वस्तु से कान की नली में चोट लगने के कारण कान की नली में संक्रमण और सूजन हो सकती है।
-बैरोट्रॉमा (barotrauma): स्विमिंग पूल में गोता लगाने पर पानी या फिर फ्लाइट में हवा के तेज दबाव की वजह से आपको कानों में दर्द हो सकता है।
इसे भी पढ़ें: कान दर्द से परेशान थी महिला, जांच में पता चला मकड़ी ने बना लिया जाला, डॉक्टर्स भी रह गए हैरान
दांत निकलने की वजह से भी बच्चों के कान में दर्द हो सकता है
बच्चों में लगातार दांत निकलने और दूध के दांत टूटने का प्रोसेस चलता रहता है। इसकी वजह सूजन रहती है और फिर यह दर्द कानों में महसूस होता है। यह बच्चों को समझ नहीं आता और इसलिए वे कान दर्द की शिकायत करते हैं। कभी-कभी एक सामान्य तंत्रिका आपूर्ति के कारण दांत निकलने से कान में दर्द हो सकता है। इसके अलावा यूस्टेशियन ट्यूब जो नाक और कान को जोड़ने वाली एक नली है, इसकी शिथिलता की वजह से कान दर्द हो सकता है। इसलिए एलर्जी, साइनस की समस्या, एडेनोइड जैसी नाक की कोई भी विकृति कान को प्रभावित करने वाले यूस्टेशियन ट्यूब के कार्य को प्रभावित करती है।
कान के दर्द की पहचान कैसे करें-How to identify ear pain?
बहुत छोटे बच्चों में कान के दर्द की पहचान करना जो बोल नहीं पाते, असली चुनौती है। माता-पिता को इसे समझने में मदद करने के लिए यह संकेत मददगार हो सकते हैं।
- -बच्चा लगातार कान को खींचता या छूता रहता है
- -बच्चा ठीक से दूध नहीं पीता
- -चिड़चिड़ापन और बेसुध होकर रोना
- -नींद में खलल
- -सुनने की समस्या
रोकथाम के उपाय-Prevention Tips in Hindi
- -नहाने या स्विमिंग के बाद, बाहरी कान की नली को तौलिए से धीरे से सुखाएं।
- -बच्चों को सिखाएं कि वे अपने कानों में रुई के फाहे, उंगलियां या खिलौने जैसी वस्तुएं न डालें।
- -अगर आपके बच्चे को एलर्जी है, तो कान की समस्याओं को कम करने के लिए दवा या इम्यूनोथेरेपी का उपयोग करें।
- -कान के संक्रमण को रोकने के लिए न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (PCV) जैसे टीकाकरण करवाएं।
इसके अलावा बच्चे को लगातार या गंभीर कान दर्द का अनुभव हो रहा हो तो सही ट्रीटमेंट के लिए बाल रोग विशेषज्ञ के पास जाएं। बाल रोग विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में एसिटामिनोफेन या इबुप्रोफेन का उपयोग करें। दर्द से राहत पाने के लिए प्रभावित कान पर गर्म सेंक लगाएं। अगर कान का दर्द बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण होता है, तो एंटीबायोटिक्स दी जा सकती हैं। कान की शिकायतें कभी-कभी बुखार, कान से पानी आना, कान में बजने की आवाज और कभी-कभी संतुलन की समस्याओं जैसे अन्य लक्षणों से भी जुड़ी हो सकती हैं। बच्चे को सहज महसूस कराएं और किसी भी अन्य संबंधित शिकायत पर नजर रखें। सही ट्रीटमेंट और प्रबंधन के लिए जल्द से जल्द ईएनटी विशेषज्ञ से मदद लें।
FAQ
कान में बहुत ज्यादा खुजली हो तो क्या करें?
कान में बहुत ज्यादा खुजली की वजह है गंदगी है जो कि कानों में खुजली का कारण बन सकती है। यह पसीना और फिर बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से भी हो सकता है। अगर आपने लगातार खुजली हो रही हो या फिर दिक्कत बढ़ जाए तो डॉक्टर को दिखा लें।कान में सरसों का तेल डालने से क्या होता है?
सरसों का तेल गर्म करके कान में डालने से कानों का दर्द और सूजन में कमी आती है। इसके अलावा यह एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर है जो कि कानों को आराम दिलाने में मददगार है।कानों के अंदर की गहराई को कैसे साफ करें?
कान की अंदर से सफाई करने के लिए कान की नली में मिनरल ऑयल, ग्लिसरीन या हाइड्रोजन पेरोक्साइड की कुछ बूंदें डालें। आप इसे आईड्रॉपर की मदद से डालें और फिर ईयरबड की मदद से साफ कर लें।