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गर्मियों में लहसुन खाना हो सकता है नुकसानदायक, जानें किसे नहीं करना चाहिए सेवन

लहसुन का उपयोग भारतीय खाने में होता है इसके अलावा आजकल लोग चाइनीज फूड भी खाना काफी पसंद करते हैं जिसमें लहसुन ज्यादा मात्रा में उपयोग किया जाता है। यहां जानिए, गर्मियों में लहसुन किसे नहीं खाना चाहिए?
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गर्मियों में लहसुन खाना हो सकता है नुकसानदायक, जानें किसे नहीं करना चाहिए सेवन


लहसुन भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा है, इसकी तेज महक और तीखा स्वाद न सिर्फ खाने का जायका बढ़ाता है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी इसे बेहद खास बनाते हैं। लहसुन का इस्तेमाल दाल में तड़का लगाने से लेकर सब्जी, चटनी और यहां तक कि चाइनीज फूड जैसे मंचूरियन, फ्राइड राइस और नूडल्स में भी किया जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि लहसुन जितना फायदेमंद होता है, उतना ही नुकसानदायक भी हो सकता है अगर इसे गलत मौसम या गलत शरीर प्रकृति में खाया जाए? खासतौर पर जिन लोगों को पहले से पाचन या पित्त संबंधी दिक्कत है, उन्हें गर्मियों में लहसुन से परहेज करना चाहिए। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानिए, गर्मियों में लहसुन किसे नहीं खाना चाहिए?

गर्मियों में लहसुन किसे नहीं खाना चाहिए? - Who Should Not Consume Garlic In Summer

आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा बताते हैं कि लहसुन का स्वभाव गर्म (garlic hot or cold for the body) होता है और इसका स्वाद कटु (तीखा) व तिक्त (कड़वा) होता है। यह पाचन को तेज करने, वात-कफ को संतुलित करने और इम्यूनिटी बढ़ाने वाला माना जाता है। लेकिन ग्रीष्म और वर्षा ऋतु में जब पित्त दोष पहले से ही प्रबल होता है, तब लहसुन जैसे गर्म तासीर वाले पदार्थ का अधिक या कच्चा सेवन शरीर में पित्त को और अधिक बढ़ा सकता है। कच्चा लहसुन अधिक तीव्र होता है और गर्मियों में इसे खाना शरीर में तुरंत पित्त वृद्धि कर सकता है। इससे मुंह में छाले, सीने में जलन, पसीने में बदबू और पेट में भारीपन जैसे लक्षण उभर सकते हैं। विशेषकर गर्म वातावरण में कच्चा लहसुन शरीर की जलन बढ़ाता है।

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  • जिन्हें एसिडिटी या गैस की समस्या होती है उन्हें इस मौसम में लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए। लहसुन पाचन अग्नि को बहुत तीव्र कर देता है, जिससे अम्लपित्त (एसिडिटी) की समस्या बढ़ सकती है।
  • ब्लीडिंग पाइल्स या बवासीर से ग्रस्त लोग इसका सेवन बिलकुल न करें। लहसुन की गर्म प्रकृति ब्लीडिंग को बढ़ा सकती है।
  • नाक से खून आने की समस्या में भी इसका सेवन बिलकुल न करें। इस स्थिति में लहसुन का सेवन पूरी तरह निषेध है।
  • त्वचा रोग वाले व्यक्तियों को गर्म मौसम में लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए। गर्म तासीर होने के कारण यह पित्त को बढ़ाकर खुजली, एलर्जी, फोड़े-फुंसी जैसी समस्याएं बढ़ा सकता है।
  • गर्भवती महिलाएं भी लहसुन का सेवन गर्मी में न करें। विशेष रूप से पहली तिमाही में लहसुन के अधिक सेवन से बचना चाहिए क्योंकि यह गर्भाशय में गर्मी पैदा कर सकता है।

लहसुन का सेवन गर्मियों में कैसे करें?

यदि आप लहसुन का स्वाद पसंद करते हैं और इसे पूरी तरह से छोड़ना नहीं चाहते, तो आप इसका सीमित मात्रा में सेवन कर सकते हैं।

Who Should Not Consume Garlic

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  • भोजन में तड़के के रूप में 1-2 कली लहसुन का प्रयोग किया जा सकता है।
  • लहसुन को घी में भूनकर उपयोग करें ताकि इसकी गर्मी थोड़ी संतुलित हो सके।

आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा कहते हैं कि किसी भी भोजन का मौसम, शरीर की प्रकृति (वात, पित्त, कफ) और व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार सेवन करना चाहिए। जो चीज सर्दियों में लाभ देती है, वही गर्मियों में हानि भी पहुंचा सकती है।

निष्कर्ष

लहसुन एक औषधीय गुणों से भरपूर फूड है, लेकिन इसका सही मौसम और मात्रा में सेवन जरूरी है। ग्रीष्म ऋतु में यदि आपको पहले से कोई पित्तवर्धक समस्या है तो लहसुन से दूरी बनाना ही बेहतर होगा। हालांकि सामान्य और स्वस्थ व्यक्ति सीमित मात्रा में पका हुआ लहसुन ले सकते हैं। सबसे जरूरी बात यह है कि किसी भी चीज को आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से समझकर और शरीर की प्रकृति के अनुसार अपनाना चाहिए।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • लहसुन कब नहीं खाना चाहिए?

    आयुर्वेद के अनुसार लहसुन की प्रकृति गर्म होती है, इसलिए इसे गर्मियों और वर्षा ऋतु में अधिक मात्रा में नहीं खाना चाहिए। खासकर जिन लोगों को पित्त दोष, एसिडिटी, बवासीर, त्वचा पर एलर्जी या रक्तपित्त की समस्या होती है, उन्हें लहसुन से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा, प्रेग्नेंसी, स्तनपान के दौरान और सर्जरी से पहले भी लहसुन का सेवन सीमित करना चाहिए क्योंकि यह रक्त को पतला करता है। लहसुन का सेवन मौसम, शरीर की प्रकृति और स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखकर ही करना चाहिए।
  • लहसुन कितना खाना चाहिए?

    लहसुन का सेवन सीमित मात्रा में करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। एक स्वस्थ व्यक्ति को दिनभर में 1 से 2 कली लहसुन पकी हुई अवस्था में खानी चाहिए। कच्चे लहसुन का सेवन सीमित मात्रा में ही करें, क्योंकि अधिक मात्रा में इसका सेवन पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है और जलन, गैस या एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। विशेषकर गर्मियों के मौसम में लहसुन की मात्रा और प्रकृति का विशेष ध्यान रखें। यदि किसी को कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो लहसुन खाने से पहले चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
  • लहसुन ज्यादा खाने के नुकसान?

    लहसुन का अत्यधिक सेवन शरीर पर गलत प्रभाव डाल सकता है। खासकर गर्मियों में अधिक मात्रा में लहसुन खाने से पित्त दोष बढ़ सकता है, जिससे एसिडिटी, सीने में जलन, नाक से खून आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, ज्यादा लहसुन खाने से पाचन तंत्र पर दबाव, गैस, डायरिया, पेट दर्द, और मुंह से दुर्गंध की समस्या भी हो सकती है। लहसुन में रक्त को पतला करने वाले गुण होते हैं, जिससे ब्लीडिंग डिसऑर्डर वाले लोगों को खतरा हो सकता है। इसलिए लहसुन का सेवन हमेशा सीमित मात्रा में और संतुलित रूप से करना चाहिए।

 

 

 

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