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पत्थरचट्टा के पत्ते का सेवन किन लोगों को नहीं करना चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें

पत्थरचट्टा के पते सेहत के लिए बेहद लाभकारी होते हैं लेकिन कुछ लोगों को इनका सेवन करने से बचना चाहिए। यहां जानिए, पत्थरचट्टा के पत्ते का सेवन किन लोगों को नहीं करना चाहिए? 
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पत्थरचट्टा के पत्ते का सेवन किन लोगों को नहीं करना चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें


पत्थरचट्टा के पत्तों को आयुर्वेद में एक विशेष स्थान दिया गया है और इसे कई बीमारियों के इलाज के लिए उपयोगी माना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, पत्थरचट्टा के पत्तों में प्राकृतिक औषधीय गुण होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने और घावों को भरने में मदद करते हैं। ये पत्ते विशेष रूप से घावों को भरने में कारगर माने जाते हैं। पत्थरचट्टा के पत्तों का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता है और इसे एक प्राकृतिक उपचार के रूप में देखा जाता है। पत्थरचट्टा में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करने और संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। हालांकि, पत्थरचट्टा के पत्ते सभी के लिए समान रूप से लाभकारी नहीं हो सकते। इस लेख में राम हंस चैरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानिए, पत्थरचट्टा के पत्तों का सेवन किन लोगों को नहीं करना चाहिए?

पत्थरचट्टा के पत्ते का सेवन किन लोगों को नहीं करना चाहिए - Who Should Avoid Patharchatta Leaves

पत्थरचट्टा के पत्तों का उपयोग पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है। इसके अनेक औषधीय गुण हैं, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं में फायदेमंद होते हैं। लेकिन आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा का मानना है कि हर किसी के लिए इन पत्तों का सेवन सुरक्षित नहीं है। यह लेख बताएगा कि किन लोगों को पत्थरचट्टा के पत्तों का सेवन करने से बचना चाहिए और इसके सेवन से जुड़े एहतियात।

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1. किडनी रोग से ग्रसित मरीज - Kidney Patients

आयुर्वेदिक डॉक्टर के अनुसार, किडनी से जुड़ी समस्याओं से ग्रसित लोगों को पत्थरचट्टा के पत्तों का सेवन नहीं करना चाहिए। जिन लोगों को किडनी में स्टोन है, उन्हें पत्थरचट्टा के पत्तों का सेवन करने से बचना चाहिए। यह पत्ते किडनी पर प्रभाव डाल सकते हैं और स्टोन की समस्या को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा यदि किसी को किडनी फेलियर या गुर्दों में पानी भरने जैसी समस्या है, तो पत्थरचट्टा के पत्तों का सेवन हानिकारक हो सकता है। इन मामलों में केवल डॉक्टर की सलाह पर ही इनका उपयोग करें।

Patharchatta Leaves

2. प्रेग्नेंट और स्तनपान कराने वाली महिलाएं - Pregnant and Lactating Women

आयुर्वेद में यह सुझाव दिया गया है कि गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली महिलाएं पत्थरचट्टा के पत्तों का सेवन करने से बचें। गर्भवती महिलाओं के लिए यह पत्ते गर्भाशय पर प्रभाव डाल सकते हैं, जिससे समस्या हो सकती हैं। इसके अलावा स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी इसके सेवन से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह दूध के जरिए शिशु को प्रभावित कर सकता है।

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3. एलर्जी या संवेदनशीलता - Allergies or Sensitivities

जिन लोगों को पत्थरचट्टा के पत्तों से एलर्जी या संवेदनशीलता होती है, उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए। यह त्वचा पर जलन, खुजली या अन्य एलर्जी रिएक्शन का कारण बन सकता है। यदि आपको इसका सेवन करने के बाद कोई असुविधा महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

डॉक्टर के अनुसार, पत्थरचट्टा का उपयोग किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए। यदि आप पहले से किसी बीमारी का इलाज करवा रहे हैं या दवाएं ले रहे हैं, तो पत्थरचट्टा के पत्तों का सेवन अन्य दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है।
डॉक्टर से परामर्श किए बिना इसे शामिल करना जोखिम भरा हो सकता है।

निष्कर्ष

आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से पत्थरचट्टा के पत्ते स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, लेकिन यह हर किसी के लिए सुरक्षित नहीं है। किडनी रोगियों, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं और एलर्जी से पीड़ित लोगों को इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। सही जानकारी और सावधानी के साथ पत्थरचट्टा का उपयोग करें और इसके औषधीय गुणों का लाभ उठाएं।

All Images Credit- Freepik

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