Expert

PCOS के कारण बढ़ी पेट की चर्बी को कम करेंगे ये 5 योगासन, जानें करने का तरीका

Yoga Asanas To Reduce PCOS Belly Fat: PCOS में हार्मोनल अंसुलन के कारण बेली फैट बढ़ना आम बात है। इस बेली फैट को कम करने के लिए आप अपने रूटीन में योगासन शामिल कर सकते हैं। 
  • SHARE
  • FOLLOW
PCOS के कारण बढ़ी पेट की चर्बी को कम करेंगे ये 5 योगासन, जानें करने का तरीका


Yoga Asanas To Reduce PCOS Belly Fat: बेली फैट महिलाओं में मोटापे के साथ होने वाली एक आम समस्या है। पेट की बढ़ी हुई चर्बी महिलाओं के लुक्स को बिगाड़ सकती हैं, इतना ही नहीं बेली फैट महिलाओं में कई बीमारियों का संकेत होता है। महिलाओं में पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) के कारण भी बेली फैट बढ़ने की समस्या बढ़ जाती है। PCOS में महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल असंतुलन होते हैं, जिसकी वजह से इंसुलिन और कोर्टिसोल जैसे हार्मोन बढ़ जाते हैं। शरीर में इन हार्मोन्स के बढ़ने के कारण इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या बढ़ जाता है, जिससे आपके पेट के आसपास चर्बी जमा (PCOS Belly Fat) होने लगती है। ऐसे में PCOS के कारण निकले बेली फैट को कम करने के लिए कुछ योगासन अपने फिजिकल रूटीन में (how to reduce pcos belly fat) शामिल कर सकते हैं। तो आइए दिल्ली के उत्तम नगर में स्थित योग जंक्शन के योग थेरेपिस्ट प्रवीण गौतम से जानते हैं PCOS बेली फैट कम करने के लिए कौन-से योग करें?

PCOS बेली फैट कम करने के लिए योगासन - Yoga Poses to Reduce PCOS Belly Fat in Hindi

1. परिव्रत उत्जातासन - Revolved Side Angle Pose

PCOS के कारण बढ़ी पेट की चर्बी कम करने के लिए आप परिव्रत उत्जातासन का अभ्यास कर सकती हैं। यह आसन आपके पेट की मांसपेशियों को खींचता है, पाचन में सुधार करता है और ब्लोटिंग की समस्या को कम करने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए अपने पैरों को हिप्स की चौड़ाई से अलग करके खड़े हो जाएं। फिर अपने शरीर को एक तरफ घुमाएं, अपने हाथों को फैलाएं और 30 सेकेंड तक इस पोजिशन में रुके रहे। इसके बाद ये पूरी प्रक्रिया अपने शरीर के दूसरी ओर भी घुमाएं।

इसे भी पढ़ें: PCOS में मेडिटेरेनियन डाइट फॉलो करने से सेहत को मिलते हैं ये 4 फायदे

2. धनुरासन - Bow Pose

धनुरासन का अभ्यास आपके PCOS बेली फैट को कम करने में मदद कर सकता है। इस योग को रोजाना करने से पेट की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है, लचीलापन बढ़ता है और पेट की चर्बी कम होती है। इस आसन को करने के लिए आप अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाए, फिर अपने घुटनों को मोड़ें और अपने धड़ और पैरों को जमीन से ऊपर उठाएं, इसके बाद अपने हाथ को सीधा रखें और 30 सेकेंड तक इस पॉजीशन में बनी रहे।

3. परिव्रत अंजनेयासन - Revolved Crescent Pose

परिव्रत अंजनेयासन भी पीसीओएस के कारण निकली पेट की चर्बी को अंदर करने में मदद कर सकता है। यह मुद्रा पेट की मांसपेशियों को लक्षित करने, लचीलेपन को बढ़ाने और तनाव को कम करने में मदद करता है। इस आसन को आप लंज पोजीशन में शुरू करें, फिर अपने पूरे शरीर को एक तरफ मोड़ें, अपने पीछे वाले घुटने से जमीन को छूते हुए, 30 सेकेंड तक इस पॉजीशन में रुकें रहे और फिर दूसरी तरह भी यह पूरी मुद्रा दोहराएं।

PCOS Belly Fat

4. मंडुकासन - Frog Pose

पेट की चर्बी को कम करने के लिए जरूरी है कि आप अपनी शारीरिक गतिविधियों में मंडुकासन शामिल करें। यह आसन आपके पेट की मांसपेशियों को लक्षित करने, पाचन में सुधार करने और ब्लोटिंग की समस्या को दूर करने में मदद कर सकता है। इस आसन को करने के लिए आप अपने पैरों को चौड़ा करके जमीन पर बैठ जाएं, फिर अपने हाथों को जमीन पर रखें और धड़ को जमीन से ऊपर उठाकर 30 सेकेंड तक इस पॉजीशन में बने रहे।

इसे भी पढ़ें: सर्दियों में PCOS को बैलेंस करना क्यों आसान हो जाता है? जानें एक्सपर्ट से

5. उर्ध्व मुख श्वानासन - Upward-Facing Dog Pose

उर्ध्व मुख श्वानासन का नियमित अभ्यास आपके पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है, मुद्रा में सुधार करता है और पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए आप अपने हाथों को कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाए, फिर अपनी हथेलियों को जमीन पर दबाते हुए अपने धड़ और पैरों को जमीन से ऊपर उठाकर 30 सेकेंड तक रुक जाएं।

निष्कर्ष

PCOS के कारण निकली पेट की चर्बी को कम करने के लिए आप नियमित रूप से इन योगासनों को अपने फिटनेस रूटीन में शामिल कर सकते हैं। लेकिन, इन योगासनों को अभ्यास करते समय आप अपने शरीर की सुनें और किसीभी तरह की समस्या या असुविधा महसूस होने पर ब्रेक लें। इसके साथ ही, अपने खानपान और स्वस्थ लाइफस्टाइल पर भी फोकस करें।
Image Credit: Freepik

Read Next

पतला होने के बावजूद निकल आया है पेट तो रोज करें ये 3 योगासन, जल्‍द द‍िखेगा असर

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version