खाने में नमक की संतुलित मात्रा, स्वाद के लिए जरूरी है उतना ही यह शरीर के लिए भी जरूरी है। जहां नमक खाने में बढ़ा, आपको सेहत से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ज्यादा नमक खाने से शरीर में सूजन हो सकती है, आपकी किडनी को ज्यादा कामकरना पड़ सकता है और फिर दिल से जुड़ी बीमारियों का भी सामना करना पड़ सकता है जैसे कि हाई बीपी। अगर आप इन तमाम स्थितियों से बचना चाहते हैं तो आपको अपनी डाइट में सही नमक का सेवन, सही मात्रा में करनी चाहिए। इसी से जुड़ा एक सवाल आता है कि हाई बीपी के मरीजों के लिए किस नमक का सेवन ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा हमें इसे कितनी मात्रा में लेना चाहिए और अगर हम ज्यादा नमक का सेवन करते हैं तो यह बीपी कैसे बढ़ा सकती है? जानते हैं इस बारे में डॉ. अरविंद अग्रवाल, सीनियर कंसल्टेंट, इंटर्नल मेडिसिन, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली से।
हाई बीपी में कौन सा नमक खाना चाहिए-High bp me kaun sa namak khaye in hindi
डॉ. अरविंद अग्रवाल बताते हैं कि जहां तक नमक की बात है, हाई बीपी वाले लोगों को सामान्य किचन नमक की जगह कम सोडियम वाला नमक या हिमालयन रॉक साल्ट (गुलाबी नमक) का उपयोग करना चाहिए। यह नमक आम नमक की तुलना में सोडियम का स्तर कम होता है, जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
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हाई बीपी में क्यों चुनें सेंधा नमक-Why Sendha Namak is beneficial in high bp
हाई बीपी में सेंधा नमक चुनने की सबसे बड़ी वजह है इसमे सोडियम की मात्रा कम होना। दरअसल, सेंधा नमक की बड़ी क्रिस्टल संरचना का मतलब है कि आपको सामान्य टेबल नमक के बारीक दानों की तुलना में प्रति स्कूप कम सोडियम मिलता है। इसके अलावा सेंधा नमक में पोटेशियम होता है जो कि सोडियम के स्तर को संतुलित रखने वाला मिनरल है। यह ब्लड प्रेशर को निंयत्रित रखने में मदद करता है। इसके अलावा सेंधा नमक में मैग्नीशियम, जिंक और आयोडीन जैसे सूक्ष्म खनिज होते हैं, दिल के काम काज को बेहतर बनाने में मदद करते हैं और बीपी बैलेंस करते हैं।
हाई बीपी में कितनी मात्रा में सेंधा नमक लें-How much Sendha Namak in High bp
हाई बीपी में सोडियम की मात्रा को सीमित किया जाना चाहिए चाहे वो सेंधा नमक ही क्यों न हो। तो हाई बीपी के मरीजों को 1,500 से 2,000 मिलीग्राम से ज्यादा सोडियम का सेवन नहीं करना चाहिए। हालांकि सेंधा नमक नेचुरल है और आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल किया जाता है, फिर भी इसमें सोडियम की मात्रा होती है और ज्यादा मात्रा में इसका सेवन नुकसानदेह हो सकता है।
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ज्यादा नमक का सेवन बीपी कैसे बढ़ाता है-How salt increases bp?
नमक मुख्य रूप से पानी के जमाव के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ाता है, जिससे आपके ब्लड वेसेल्स में खून की मात्रा बढ़ जाती है और समय के साथ रक्त वाहिकाएं संकरी हो जाती हैं। इन संकरी रक्त वहिकाओं से ब्लड सर्कुलेट करने में दिल पर प्रेशर पड़ता है। इससे बीपी बढ़ने का खतरा ज्यादा है। इसके अलावा अतिरिक्त सोडियम आपके किडनी को अधिक पानी धारण करने के लिए मजबूर करता है, जिससे आपके शरीर में खून की मात्रा बढ़ जाती है और इस प्रकार वाहिकाओं की दीवारों पर दबाव बढ़ जाता है। समय के साथ, यह निरंतर उच्च दबाव धमनियों की दीवारों को मोटा कर सकता है, जिससे आंतरिक स्थान कम हो जाता है और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।
ध्यान देने वाली बात
हालांकि, सेंधा नमक टेबल नमक का एक बेहतर विकल्प हो सकता है, फिर भी इसमें सोडियम होता है। अधिक सेवन से हाई बीपी, डिहाइड्रेशन और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा जिन लोगों को थायराइड की समस्या है उन्हे सफेद नमक खाना चाहिए क्योंकि इसमें आयोडिन होता है। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि नमक का सेवन हमेशा सीमित मात्रा में ही किया जाए क्योंकि ज्यादा नमक ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है। इसलिए उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए आहार के साथ नियमित व्यायाम, तनाव कम करना और समय-समय पर ब्लड प्रेशर की जांच भी जरूरी है। इस तरह के संतुलित आहार से हाई बीपी को प्रभावी तरीके से मैनेज किया जा सकता है और दिल की सेहत भी बेहतर बनी रहती है।