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मानसून में कौन-से आटे की रोटी खानी चाहिए? जानें, जिनसे मौसमी बीमारियों से होगा बचाव

मानसून में खान-पान का खास ख्याल रखना जरूरी होता है। आप इस मौसम में इन 3 तरह के आटे से बनी रोटियों का सेवन कर सकते हैं। 
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मानसून में कौन-से आटे की रोटी खानी चाहिए? जानें, जिनसे मौसमी बीमारियों से होगा बचाव


Which Flour Chapati is Good for Monsoon in Hindi:  मानसून का मौसम चल रहा है। इस मौसम में कभी ठंडक का एहसास होता है, तो कभी उमस और गर्मी परेशान करती है। आयुर्वेद के अनुसार, मानसून में उमस और गर्मी की वजह से शरीर में पित्त दोष बढ़ जाता है। इससे शरीर में जलन और गर्मी का अनुभव हो सकता है। पित्त दोष बढ़ने की वजह से कई अन्य गंभीर बीमारियां होने का जोखिम भी बढ़ जाता है। इसलिए इस मौसम में वात, पित्त और कफ को संतुलन में रखना बहुत जरूरी होता है। मानसून में स्वस्थ रहने के लिए फलों और सब्जियों का सेवन खूब किया जाता है। इसके साथ ही, रोटियों के लिए सही आटे का चुनाव करना भी बहुत जरूरी होता है। आइए, रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानते हैं मानसून में कौन-से आटे की रोटियां खानी चाहिए-

1. गेहूं के आटे की रोटी

अधिकतर घरों में गेहूं के आटे की रोटियां खाई जाती हैं। आप मानसून के मौसम में भी गेहूं के आटे की रोटी खा सकते हैं। गेहूं के आटे की तासीर ठंडी होती है। मानसून में शरीर की गर्मी को शांत करने के लिए आप गेहूं के आटे की रोटी खा सकते हैं। इसके अलावा, गेहूं में फाइबर भी अधिक होता है, जो पाचन-तंत्र के लिए बहुत जरूरी होता है। अगर आप गेहूं के आटे की रोटी ही खाते हैं, तो इसी का सेवन जारी रख सकते हैं।

2. जौ के आटे की रोटी

आयुर्वेद में जौ के आटे को बेहद फायदेमंद माना गया है। आप मानसून में जौ के आटे का सेवन कर सकते हैं। दरअसल, मानसून में पित्त दोष बढ़ जाता है। इससे शरीर में गर्मी बढ़ सकती है। इस मौसम में एसिडिटी, सीने में जलन और पेट में जलन जैसी समस्याएं महसूस हो सकती है। इस मौसम में जौ के आटे की रोटियों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। जौ की तासीर भी ठंडी होती है। इस आटे की रोटी खाने से शरीर को ठंडक मिलेगी। साथ ही, कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं भी दूर होंगी।

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jau ke atte ki roti

3. बाजरे के आटे की रोटी

बाजरा पोषक तत्वों से भरपूर होता है। आप मानसून में अपनी डाइट में बाजरे के आटे से बनी रोटी का सेवन कर सकते हैं। मानसून में बाजरा खाने से शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है। इस आटे की रोटी खाने से शरीर को ताकत मिलती है और शरीर में एनर्जी बनी रहती है। मानसून में आपको भी बाजरे के आटे की रोटियों का सेवन जरूर करना चाहिए। 

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मानसून में किसे कौन-से आटे की रोटी खानी चाहिए?

  • डॉ. श्रेय बताते हैं कि मानसून में गेहूं, जौ और बाजरे के आटे से बनी रोटियां खाना फायदेमंद हो सकता है। 
  • अगर कोई हेल्दी व्यक्ति है, तो वह 70 प्रतिशत गेहूं और 30 प्रतिशत जौ के आटे की रोटी खा सकता है।
  • वहीं, अगर किसी व्यक्ति का वजन अधिक है, तो वह 30 फीसदी गेहूं और 70 फीसदी जौ के आटे की रोटी खा सकता है। 
  • हालांकि, बाजरे के आटे की रोटियों का सेवन सभी लोग कर सकते हैं। 

आप भी बरसात के मौसम में गेहूं, जौ और बाजरे के आटे की रोटियां खा सकते हैं। इसके अलावा, आपको अपनी डाइट में फलों और सब्जियों का भी अधिक मात्रा में सेवन करना चाहिए। इससे आपके शरीर में ताकत भी बनी रहेगी। 

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