What is Abhyanga Massage in Hindi: मालिश या मसाज, आयुर्वेदिक चिकित्सा के प्रमुख भागों में से एक है। आयुर्वेद के अनुसार शरीर और अंगों को स्वस्थ रखने के लिए मसाज की जरूरत होती है। आयुर्वेद में कई तरह की मसाज थेरेपी उपलब्ध हैं। इसमें अभ्यंग भी एक मसाज थेरेपी है, जिसमें कई तरह की जड़ी-बूटियों से बने तेल (Abhyanga Massage Oil) का उपयोग किया जाता है। अभ्यंग मसाज के लिए सबसे पहले तेल को गर्म किया जाता है। फिर सिर की त्वचा से लेकर पैरों के तलवों तक तेल लगाकर मालिश की जाती है। अभ्यंग मसाज करने से शरीर को कई फायदे (Abhyanga Massage Benefits in Hindi) मिलते हैं। इससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। इस थेरेपी को लेने से मन शांत और बॉडी रिलैक्स होती है। वैसे तो कोई भी व्यक्ति अभ्यंग मसाज थेरेपिस्ट से करवा सकता है या घर पर खुद कर सकता है। लेकिन कुछ स्थितियों में अभ्यंग मसाज करवाने से बचना चाहिए। आइए, रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. श्रेय शर्मा से जानते हैं अभ्यंग मसाज कब नहीं करवाना चाहिए (When You Should Avoid Abhyanga Massage in Hindi)-
अभ्यंग मसाज कब नहीं करवाना चाहिए?- Abhyanga Massage Kab Nahi Karna Chahiye
1. सर्जरी के तुरंत बाद
अगर आपकी हाल ही में कोई सर्जरी हुई है, तो इस स्थिति में अभ्यंग मसाज (Abhyanga Massage in Hindi) करवाने से बचें। सर्जरी के तुरंत बाद अभ्यंग मसाज नहीं करवाना चाहिए। सर्जरी के बाद मसाज करवाने से शरीर में सूजन और संक्रमण का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए कोई भी सर्जरी के बाद मसाज न करवाएं।
2. सिरदर्द या माइग्रेन
अगर आपको अक्सर ही सिरदर्द या माइग्रेन का दर्द रहता है, तो इस स्थिति में भी अभ्यंग मसाज नहीं करवाना चाहिए। सिरदर्द या माइग्रेन होने पर आयुर्वेदिक एक्सपर्ट शिरोधारा थेरेपी लेने की सलाह दे सकते हैं। अभ्यंग मसाज करवाने से माइग्रेन की समस्या ट्रिगर हो सकती है। इससे आपकी समस्या बढ़ सकती है। इसलिए सिरदर्द वाले लोगों को सिर्फ एक्सपर्ट की राय पर ही अभ्यंग मसाज लेनी चाहिए।
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3. खाना खाने के तुरंत बाद
खाना खाने के तुरंत बाद अभ्यंग मसाज करवाने से बचें। आप इस मसाज को खाना खाने के 3-4 घंटे बाद करवा सकते हैं। या फिर खाना खाने से पहले करवा सकते हैं।
4. पीरियड्स के दौरान
मासिक धर्म चक्र यानी पीरियड्स के दौरान भी अभ्यंग मसाज करवाने से बचना चाहिए। आपको पीरियड्स के पहले 3 दिनों में भूलकर भी अभ्यंग नहीं करवाना चाहिए। वहीं, जिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग होती है, उन्हें एक्सपर्ट की राय पर ही इस मसाज को करवाना चाहिए।
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5. प्रेग्नेंसी
अगर आप गर्भवती हैं, तो इस स्थिति में अभ्यंग मसाज बिलकुल न करवाएं। क्योंकि, गर्भावस्था की कुछ स्थितियों में मसाज करवाने से गर्भस्थ शिशु को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान एक्सपर्ट की सलाह के अनुसार ही अभ्यंग मसाज करवाना चाहिए।
सर्जरी के बाद, पीरियड्स के दौरान, प्रेग्नेंसी में, सिरदर्द या माइग्रेन होने पर और खाना खाने के तुरंत बाद जैसी स्थिति में अभ्यंग मसाज बिलकुल नहीं करना चाहिए।