पीरियड्स कभी-कभी देर से आते हैं। ज्यादातर महिलाएं इसे सामान्य समझती हैं और इसको लेकर ज्यादा चिंता नहीं करती हैं। हालांकि, ज्यादातर मलिहाएं यह भी जानती हैं कि अगर लंबे समय तक पीरियड्स नहीं आते हैं या देरी से आते हैं, तो यह सही संकेत नहीं है। इस तरह की स्थिति होने पर आवश्यक है कि अपनी हेल्थ और शरीर में नजर आ रहे अन्य संकेतों की ओर ध्यान दिया जाए। ऐसा इसलिए, क्योंकि बार-बार पीरियड्स का देरी से आना सही नहीं है। अब सवाल उठता है कि अगर अक्सर पीरियड्स देरी से आते हैं, तो फिर डॉक्टर के पास जाने का सही समय क्या हो सकता है? यह जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें। इस बारे में हमने Mumma's Blessing IVF और वृंदावन स्थित Birthing Paradise की Medical Director and IVF Specialist डॉ. शोभा गुप्ता से बात की।
पीरियड्स देरी से आने पर डॉक्टर के पास कब जाएं?- When Should I See A Doctor For A Late Period
एक-दो हफ्ते तक पीरियड्स न आने पर
अगर आपके पीरियड्स एक-दो हफ्तों से ज्यादा लेट होते हैं, तो इसकी अनदेखी न करें। एनसीबीआई के अनुसार 21 से 35 दिनों का पीरियड साइकिल होता है। अगर आपके पीरियड्स इस साइकिल के बीच नियमित रूप से आते हैं, तो इसका मतलब है कि आप बिल्कुल स्वस्थ हैं, लेकिन अगर पीरियड्स दो-दो हफ्तों तक लेट होते हैं, तो यह सही संकेत नहीं है। इसका मतलब है कि आपको डॉक्टर के पास जाना है।
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लगातर कई पीरियड्स मिस करने पर
पीरियड्स हर महीने आने चाहिए। स्वस्थ होने की यह निशानी है। अगर आपके पीरियड्स लगातार तीन महीनों तक मिस हो रहे हैं, तो यह सही नहीं है। असल में यह सेकेंडरी एमेनोरिया की निशानी है। इसका मतलब होता है कि पीरियड्स धीरे-धीरे बंद हो रहे हैं, लेकिन आपके साथ ऐसा क्यों हो रहा है, इस बारे में जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है।
प्रेग्नेंसी होने पर
अगर आप सेक्सुअली एक्टिव हैं और अचानक पीरियड्स बंद हो गए हैं। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप अपनी प्रेग्नेंसी चेक करें। हालांकि, इसके साथ-साथ आपको कई अन्य लक्षण भी दिख सकते हैं, जैसे चक्कर आना, उल्टी होना और मूड स्विंग होना आदि।
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आईयूडी लगे होने पर
कई महिलाएं असमय प्रेग्नेंसी से बचने के लिए महिलाएं आईयूडी का उपयोग करती हैं। हालांकि, आईयूडी लगे होने के बावजूद महिलाओं को रेगुलर पीरियड्स होने चाहिए। अगर किसी महिला के साथ ऐसा नहीं होता है, तो यह संकेत सही नहीं है। यह एक्टोपिक प्रेग्नेंसी की ओर इशारा कर सकता है।
मेडिकल कंडीशंस
कई बार पीरियड्स बार-बार मिस होने का कारण मेडिकल कंडीशन होते हैं। आमतौर पर हार्मोनल बदलाव के कारण पसीओएस, थायराइड संबंधी बीमारी हो सकती है। ये सभी कंडीशंस पीरियड्स मिस होने के कारण हो सकते हैं। अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है, तो अपनी जांच करवाना न भूलें।
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निष्कर्ष
बार-बार पीरियड्स मिस होना सही नहीं है। इसका नेगेटिव असर महिलाओं की रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर पड़ सकता है और भविष्य में महिलाओं को कंसीव करने में भी परेशानी आ सकती है। इसलिए, अगर किसी महिला को पीरियड्स संबंधी समस्या बनी रहती है, तो उन्हें इसकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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Sep 18, 2025 08:07 IST
Published By : मीरा टैगोर