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बच्‍चों के व्यवहार और एकाग्रता में सुधार के ल‍िए फायदेमंद है सेंसरी डाइट, जानें इसके बारे में

सेंसरी डाइट बच्चों के लिए विशेष गतिविधियों का प्लान है, जो उनकी इंद्रियों को संतुलित कर एकाग्रता बढ़ाता है और मोटर स्किल्स को डेवलप करता है।
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बच्‍चों के व्यवहार और एकाग्रता में सुधार के ल‍िए फायदेमंद है सेंसरी डाइट, जानें इसके बारे में


बच्‍चों का शारीरिक, मानसिक और भावनात्‍मक विकास उनके आसपास के माहौल और उनके अनुभवों पर निर्भर करता है। इनमें उनकी इंद्रियों का सही तरीके से काम करना बेहद अहम भूमिका निभाता है। बच्चों की इंद्रियां उन्हें दुनिया को समझने, नई चीजें सीखने और अपने अनुभवों को बेहतर तरीके से व्यक्त करने में मदद करती हैं। कई बार, कुछ बच्चों को अपनी इंद्रियों को सही ढंग से समझने और कंट्रोल करने में परेशानी होती है, जिसे सेंसरी प्रोसेसिंग डिसऑर्डर कहा जाता है। ऐसी स्थिति में, सेंसरी डाइट एक असरदार उपाय है। यह बच्चों को उनकी इंद्रियों की मदद से संतुलन देता है। इस लेख में जानेंगे क‍ि सेंसरी डाइट आख‍िर क्‍या है और बच्‍चों के ल‍िए यह कैसे फायदेमंद है। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।

सेंसरी डाइट क्या है?- What is Sensory Diet

सेंसरी डाइट बच्चों की सेहत के लिए तैयार एक विशेष प्रकार का गतिविधियों और अनुभवों का ग्रुप है, जो उनकी इंद्रियों को संतुलित और एक्‍ट‍िव करने के लिए डिजाइन किया जाता है। इसमें पांच प्रमुख इंद्रियों (देखना, सुनना, छूना, सूंघना और स्‍वाद) के अलावा दो अन्य इंद्रियां- संतुलन की भावना और शरीर की स्‍थ‍ित‍ि की समझ को भी शामिल किया जाता है। सेंसरी डाइट को बच्चों की जरूरतों के अनुसार विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया जाता है। यह गतिविधियों का एक नियमित प्लान होता है, जो बच्चों की एनर्जी, ध्यान और भावनात्मक स्थिरता को बनाए रखने में मदद करता है। इससे बच्‍चों में एकाग्रता की कमी दूर होती है।

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सेंसरी डाइट बच्चों के लिए क्यों फायदेमंद है?- Benefits of Sensory Diet For Children

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एकाग्रता में सुधार होता है

जिन बच्चों को पढ़ाई या किसी खास काम में ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत होती है, सेंसरी डाइट उनके द‍िमाग को एक्‍ट‍िव करने में मदद करती है। यह उनके सोचने और सीखने की क्षमता को बेहतर बनाती है।

इंद्रियां एक्‍ट‍िव होती हैं

कुछ बच्चों को विशेष आवाज, गंध या स्पर्श से परेशानी होती है। सेंसरी डाइट उनकी इंद्रियों को इनपर धीरे-धीरे काबू करने में मदद करती है।

एनर्जी का संतुलन

सेंसरी डाइट का इस्‍तेमाल बच्चों की एनर्जी को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। जो बच्चे ज्यादा एक्टिव होते हैं, उनके लिए शांत गतिविधियां दी जाती हैं, जबकि कम एक्‍ट‍िव बच्चों को ऊर्जा बढ़ाने वाली गतिविधियों में शामिल किया जाता है।

मोटर स्किल्स का विकास

सेंसरी डाइट में, खेल और गतिविधियां, बच्चों की मोटर स्किल्स को मजबूत करती हैं। उदाहरण के लिए, गिट्टी पकड़ने जैसे छोटे काम, फाइन मोटर स्किल्स को और झूला झूलने जैसे काम ग्रॉस मोटर स्किल्स को सुधारते हैं।

आत्मविश्वास बढ़ता है

यह डाइट बच्चों के आत्मविश्वास को मजबूत बनाती है। जब बच्चे अपनी इंद्रियों को कंट्रोल करना सीखते हैं, तो वे स्‍ट्रेस और गुस्से जैसे नकारात्मक भावों से बेहतर तरीके से निपटते हैं।

सेंसरी डाइट कैसे तैयार की जाती है?- How Sensory Diet is Prepared

सेंसरी डाइट को बच्चे की जरूरतों, उम्र और पसंद के अनुसार व्यक्तिगत रूप से तैयार किया जाता है। यह प्लान बच्चों के लिए उनके दिनभर की गतिविधियों के साथ म‍िक्‍स किया जाता है, ताकि यह उनके रूटीन का हिस्सा बन सके। इसमें कई एक्‍ट‍िव‍िटीज शाम‍िल होती हैं-

  • ध्यान (मेडिटेशन) करना
  • झूला झूलना
  • हाथों से गीली मिट्टी या रेत में खेलना
  • बबल रैप तोड़ना
  • धीमा संगीत सुनना
  • रोलर स्केटिंग करना
  • बक्से उठाना और रखना
  • गद्देदार कुर्सी पर कूदना
  • रेत, मिट्टी, या चावल में हाथ डालकर चीजें ढूंढना
  • रंग-बिरंगे पैटर्न को देखना
  • अलग-अलग सुगंध वाले चीजों को सूंघना
  • मीठे, खट्टे, नमकीन, और कड़वे स्वादों की पहचान करना

सेंसरी डाइट के ल‍िए एक्‍सपर्ट की राय जरूर लें

  • सेंसरी डाइट हमेशा एक ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट या विशेषज्ञ की सलाह से शुरू की जानी चाहिए।
  • विशेषज्ञ बच्चे के सेंसरी प्रोफाइल को चेक करते हैं और उनकी जरूरतों को समझते हुए सेंसरी डाइट तैयार करते हैं।

सेंसरी डाइट एक असरदार उपाय है जो बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास को संतुलित करने में मदद करता है। यह न केवल उनके सीखने और समझने की क्षमता को सुधारता है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाता है।

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