ठंड के मौसम में अस्थमा के लक्षण बढ़ना एक आम समस्या है, खासकर बच्चों में। ठंड और प्रदूषण से अस्थमा के लक्षण बढ़ सकते हैं। बच्चों की इम्यूनिटी भी इस मौसम में कमजोर हो सकती है, जिससे वे ज्यादा प्रभावित होते हैं। अस्थमा, एक क्रॉनिक रोग है जो सांस की नलियों की सूजन और सिकुड़न के कारण सांस लेने में कठिनाई पैदा करता है। इसके लक्षणों में खांसी, सांस की तकलीफ, सीने में जकड़न, और घरघराहट शामिल होते हैं। ठंड में ये लक्षण और ज्यादा बढ़ सकते हैं। इस दौरान बच्चों को खास आहार की जरूरत होती है, जिससे उनकी इम्यूनिटी मजबूत हो और अस्थमा के लक्षण कम हो सकें। एक संतुलित और सही आहार उनके लिए न केवल अस्थमा की समस्या से निपटने में मदद करता है, बल्कि उनकी शारीरिक सेहत को भी बेहतर बनाता है। इस लेख हम कुछ डाइट टिप्स बताने जा रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके आप बच्चों में अस्थमा के लक्षणों को कंट्रोल कर सकते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने दिल्ली के होली फैमिली हॉस्पिटल की डाइटिशियन सना गिल से बात की।
1. फल और सब्जियों का सेवन बढ़ाएं- Increase Intake of Fruits and Vegetables
फल और सब्जियां विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होती हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाती हैं। विटामिन-सी, जो खट्टे फल जैसे संतरा, नींबू, और आंवला में पाया जाता है, अस्थमा के लक्षण को कम करने में मदद करता है। साथ ही, गहरे हरे रंग की सब्जियां जैसे पालक और ब्रोकोली एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं, जो शरीर को फिजिकल स्ट्रेस से बचाती हैं और फेफड़ों की सेहत को बनाए रखती हैं।
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2. डाइट में शामिल करें हेल्दी फैट्स- Include Healthy Fats in Diet
हेल्दी फैट्स जैसे कि ओमेगा-3 फैटी एसिड बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, खासकर अस्थमा के मरीजों के लिए। ओमेगा-3 फैटी एसिड फेफड़ों की सूजन को कम करने में मदद करते हैं और अस्थमा के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। आप अपने बच्चे की डाइट में फ्लैक्स सीड, चिया सीड, मछली जैसे सैल्मन और अखरोट शामिल कर सकते हैं।
3. बच्चे को हाइड्रेटेड रखें- Child Should Stay Hydrated
ठंड में पानी पीने की आदत कम हो जाती है, लेकिन अस्थमा के लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए हाइड्रेटेड रहना बहुत जरूरी है। सही मात्रा में पानी पीने से सांस की नलियों में सूजन कम होती है। बच्चों को गर्म पानी, सूप और ताजे फल का रस देने से भी हाइड्रेशन बनाए रखने में मदद मिलती है।
4. डायबिटीज से बचने वाले आहार दें- Diabetes Preventive Foods
अस्थमा से पीड़ित बच्चों के लिए डाइट में चीनी को कम सेवन करना जरूरी है, क्योंकि हाई ब्लड शुगर लेवल, अस्थमा के लक्षण को और बढ़ा सकता है। इसलिए, बच्चों को चीनी से भरपूर जंक फूड और मीठे पेय पदार्थों से बचाना चाहिए। ताजे फल, बिना चीनी के अनाज और साबुत अनाज जैसे ओट्स और क्विनोआ, अस्थमा को कंट्रोल करने में फायदमेंद हो सकते हैं।
5. डाइट में शामिल करें प्रोबायोटिक्स- Include Probiotics in Diet
प्रोबायोटिक्स, जो दही, छाछ आदि में पाए जाते हैं, अस्थमा और एलर्जी से लड़ने में मदद कर सकते हैं। ये पेट और आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं, जिससे इम्यूनिटी मजबूत होती है और सूजन कम होती है। दही और छाछ जैसे खाद्य पदार्थों को बच्चों की डाइट में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।
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