महिलाओं में होर्मोनल गड़बड़ियों बहुत आम है और टीनएज की उम्र से ही ये लड़कियां में शुरू हो जाती है। होर्मोनल असंतुलन के कारण महिलाओं में मूड स्विंग्स, एंग्जायटी और कई सारी परेशानियां होने लगती हैं। ये तब और खराब हो जाता है जब ये हार्मोनल गड़बड़ियां पीरियड्स और गर्भावस्था के दौरान बढ़ जाती हैं और ये शारीरिक और मानसिक परेशानियां पैदा करती हैं। बॉलीवुड अभिनेत्री रकुल प्रीत सिंह ने हाल ही में बताया कि वो भी हार्मोनल मुद्दों से जूझ रही थीं और इसके लिए उन्होंने सीड साइकलिंग (Seed Cycling) की मदद ली। रकुल प्रीत ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर सीड साइकलिंग के बारे में पोस्ट किया है और बताया कि ये कैसे फासदेमंद है। आइए हम भी जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
सीड साइकिलिंग क्या है (What Is Seed Cycling)?
सीड साइकलिंग में चार अलग-अलग बीजों की मदद से होर्मोनल गड़बड़ियों को ठीक करने की जरूरत होती है। ये आपके मासिक धर्म चक्र के अनुसार, एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन के बीच एक स्वस्थ संतुलन को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। कद्दू और फ्लेक्स बीज का संयोजन आपके पीरियड्स को संतुलित करने में मदद करते हैं, तो सूरजमुखी और तिल का मिश्रण मूड स्विंग्स को ठीक करने में मदद करते हैं। इसके लिए आप मुख्य रूप से इन 4 बीजों का सेवन कर सकते हैं। जैसे कि
- -कद्दू
- -फ्लेक्स
- -तिल
- -सूरजमुखी
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सीड साइकिलिंग कैसे काम करता है (Does Seed Cycling Help Balance Hormones)?
बीज पोषक तत्वों से भरे होते हैं और नियमित रूप से इनका सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। सीड साइकलिंग से आपके हार्मोन अधिक खुश और स्वस्थ रहते हैं, जो आपको मूड स्विंग्स से बचाए रख सकता है। जैसे कि
- - फ्लेक्स सीड और कद्दू के बीज एस्ट्रोजेन के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करता है।
- -सूरजमुखी के बीज और तिल का कॉम्बो एंटरोडिओल के माध्यम से शरीर में प्रोजेस्टेरोन के स्तर को संतुलित करता है।
- - साथ ये चारों एक यौगिक है, जो एस्ट्रोजेन चयापचय के साथ हस्तक्षेप करता है।
सैद्धांतिक रूप से समझा जाए, तो बीज साइकिलिंग जरूरत के आधार पर एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के उत्पादन को बढ़ाकर या प्राकृतिक हार्मोनल परिवर्तनों को संतुलित करता है। यह आपके शरीर में हार्मोनल संतुलन को ठीक रखने में भी मदद करता है।
सीड साइकिलिंग के फायदे (Benefits of Seed Cycling)?
1.पोषक तत्वों से भरपूर हैं ये बीज
बीज चक्र के दावों का समर्थन करने के लिए वैसे तो सबूत अपर्याप्त है, जिसमें आपके आहार में सन, कद्दू, तिल और सूरजमुखी के बीज शामिल हैं, जो अभी भी अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका है। ये सभी चार बीज फाइबर, मैंगनीज, मैग्नीशियम, तांबा, थायमिन, विटामिन ई और स्वस्थ वसा में समृद्ध हैं। ये पोषक तत्व शरीर में अलग-अलग तरह की भूमिका निभाते हैं और सारे सिस्टम को ठीक करने में मदद करते हैं।
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2.कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को ठीक करता है
फ्लेक्स सीड, तिल और सूरजमुखी के बीज का सेवन उच्च कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करता है। ये हृदय रोग के जोखिम कारकों में सुधार करता है। वहीं फ्लेक्स सीड बेहतर रक्त शर्करा नियंत्रण के साथ जुड़े हुए हैं, जबकि कद्दू के बीज का तेल प्रोस्टेट और मूत्र विकारों में मदद कर सकता है।
इन सब को छोड़ दें, तो ये बीज मसल्स बिल्डिंग में भी मददगार है। वहीं महिलाओं की बात करें, तो महिलाओं की शारीरिक संरचना जटिल होती है। शोध कहते हैं कि करीब 50 फीसदी महिलाओं में हार्मोन्स के असंतुलन का असर उनके जीवन पर पड़ता है। पीरियड्स की शुरुआत, गर्भावस्था व मेनोपॉज की स्थिति में हार्मोन के असंतुलन से कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में ट्राई करें ये सीड साइकिलिंग का फॉर्मूला।
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