अनियमित माहवारी क्‍या है, इसके लक्षण और बचने के उपाय।

कहीं आपके पीरियड्स अनियमित तो नहीं? क्या आप जानती हैं अनियमित पीरियड्स या अनियमित महावारी क्या हैं?यह एक ऐसी समस्या है जिसका सामना बहुत सी महिलाएं या लड़कियां करती हैं। आइए जानते हैं इस समस्या के कारण और उपचार।
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अनियमित माहवारी क्‍या है, इसके लक्षण और बचने के उपाय।


देखा गया है कि महावारी में अनियमितता का सामना अधिकांश महिलाओं या लड़कियों को करना पड़ता है। लेकिन वे खुद इस समस्या से अनजान होती हैं। मासिक धर्म की शुरुआत (Starting your periods), महावारी चक्र के चरण (periods cycle), महावारी की उम्र (Age of Periods) और मासिक की समस्याओं (Menstrual Problems) के बारे में पता ही नहीं होता। इस समस्या के विषय में कम जानकारी होने का एक कारण शर्म और झिझक भी है। जो मां अपनी बेटी को बताते समय महसूस करती हैं या बेटी अपनी मां से पूछते हुए।

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महावारी का जल्दी-जल्दी होना, बहुत देर से होना, या काफी दर्द भरा होना, इन कारणों का हर महिला या लड़की को मालूम होना जरूरी है।

अधिक रक्तस्राव (heavy bleeding) या खून के थक्के (blood clot) आने पर डॉक्टर से सलाह लें। ये ऐसी समस्याएं होती हैं, जिनको अनदेखा करना उचित नहीं। आइए जानते हैं कारण और उपचार।

अनियमित महावारी के कारण (Reasons)

  • जब आप बहुत अधिक मानसिक तनाव में रहती हैं या फिर आपको स्ट्रेस व चिंता बहुत अधिक रहती है। 
  • जब आप बहुत अधिक व्यायाम करतीं हैं। 
  • जब आपके हार्मोन्स असंतुलित हो गए हों। 
  • इनके अनियमित होने का एक कारण पीसीओडी व पीसीओएस भी होता है। 
  • जब आप एक हेल्दी डाइट की बजाए जंक फूड ज्यादा खाती हों।

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महावारी नियमित करने के टिप्स (Healthy Tips)

अपने भोजन पर ध्यान दें (Examine your diet)

बहुत कम खाना या बहुत ज्यादा खाना आपके शरीर पर प्रभाव डाल सकता है। यदि आपको सही मात्रा में पोषक तत्त्व नहीं मिलते हैं तो आपके शरीर की वह ग्लैंड जो आपके हार्मोन्स को नियंत्रित रखती है उस पर असर पड़ता है। जिससे आपका मासिक अनियमित हो जाते हैं।

कम कार्ब्स वाले भोजन न खाएं (Skip the low-carb diet)

यदि आपके शरीर में कार्ब्स की मात्रा कम है तो आपके पीरियड्स अनियमित होने के साथ साथ छूट भी सकते हैं। इसके अलावा कार्ब्स की कमी से थायरॉयड भी हो सकता है। इसलिए आप अपने भोजन में कार्ब्स की मात्रा पर ध्यान जरूर दें। 

हाई फाइबर डाइट न लें (Say no to high-fiber diet)

फाइबर की मात्रा से आपके इजेस्ट्रोंन व प्रोजेस्ट्रॉन की एकाग्रता (concentration) कम होती है। यह हार्मोन्स हमारे प्रजनन प्रणाली (reproductive system) पर भी असर डालते हैं। इसलिए ज्यादा फाइबर खाने से ओवुलेशन पर फ़र्क पड़ता है। जिससे हमारे पीरियड्स अनियमित या लेट हो जाते हैं। 

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अनानानास व पपीता खाएं (Enjoy Pineapple & Papaya)

पपीता व अनानास खाने से आपके पीरियड्स नियमित हो सकते हैं। इनमे कैरोटीन व ब्रोमेलेन नामक पोषक तत्व (nutrients) होते हैं जो आपके इजेस्ट्रोन लेवल को स्थिर रखते हैं और लाल रक्त कोशिकाएं (red blood cells) व सफेद रक्त कोशिकाएं (white blood cells) को बनाते हैं। ये दोनों ही बहुत लाभदायक फल है और इनको अपनी डाइट में अवश्य शामिल करना चाहिए। 

दालचीनी खाएं (Use Cinnamon)

दालचीनी से आपका इंसुलिन लेवल नियंत्रित होता है। जिससे आपकी महावारी व हार्मोन्स पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है। दालचीनी से महावारी के दौरान होने वाले दर्द में भी राहत मिलती है। जिन महिलाओं को पीसीओ की वजह से अनियमत महावारी आती है ,दालचीनी खाना उनकी महावारी को नियमित करने में मददगार सिद्ध हो सकती है।

हल्दी खाएं (Use Turmeric)

हल्दी में करक्यूमिन होता है ।जिसके ढेर सारे स्वास्थ्य लाभ होते हैं। हल्दी से आपकी महावारी नियमित होने में भी सहायता मिलती है। अपने खाने में हल्दी जरूर शामिल करें। हल्दी के अन्य लाभ भी होते हैं। जैसे यह महावारी के दौरान आपके मूड स्विंग को भी ठीक रखने में सहायक है। 

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