गर्भावस्था एक ऐसी स्थिति है, जो एक महिला के लिए सबसे सुखदायक और दुखदायक दोनों बन सकती है। जी हां, एम मां बनने का एहसास, जो कि एक महिला अपनी गर्भावस्था से महसूस करने लगती है, वह उसके जीवन के सबसे बड़े सुखों में से एक है। वहीं, यह अवस्था ऐसी है, जिसमें एक गर्भवती महिला और उसके परिवार को उसका विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इस समय महिला को खुद को और आने वाले बच्चे को कई गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए सर्तक रहने की जरूरत भी होती है। क्या आप जानते हैं कि गर्भवती महिलाओं में उनकी गर्भावस्था के दौरान हर्निया का खतरा हो सकता है? शायद नहीं...लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट मानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में हर्निया का खतरा बढ़ सकता है।
हर्निया क्या है?
हर्निया एक ऐसी स्थिति है, जो तब होती है जब शरीर के एक आंतरिक अंग का एक हिस्सा मांसपेशी या ऊतक में किसी छेद के माध्यम से अंदर का अंग उभरकर बाहर आने लगता है, उसे हर्निया कहते हैं। हर्निया आमतौर पर पेट और कमर के आसपास होता है।
गर्भावस्था और हर्निया
हेल्थ एक्सर्पट मानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान महिलओं में हर्निया का खतरा बढ़ जात है। यदि कोई गर्भवती महिला हर्निया से पीडि़त हो जाती है, तो समय पर इलाज जरूरी है, अन्यथा स्थिति घातक हो सकती है। इसके कारण कई गंभीर जटिलताएं पैदा हो सकती हैं।
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गर्भवती महिलाओं में क्यों बढ़ता है हर्निया का खतरा?
यदि आप सोच रहे हैं कि गर्भावस्था में हर्निया का खतरा बढ़ने की वजह क्या है, तो इसका जवाब यहां हैं। गर्भावस्था के दौरान पेट पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है। ऐसे में जब गर्भावस्था के दौरान महिला का पेट बढ़ता है, तो खिंचाव होता है जो कि पेट की दीवारों पर दबाव डाल सकता है। इसके बाद छोटे छेद जैसे नाभी चिंताजनक हो सकती है।
हर्निया में आप अपनी नाभी या बेली बटन के चारों ओर एक छोटी सी गांठ और कमर को नोटिस करेंगे। गर्भावस्था के दौरान हर्निया माँ के लिए बहुत असुविधा का कारण बन सकता है, लेकिन यह आपके बच्चे के लिए समस्याग्रस्त नहीं है।
गर्भावस्था में हर्निया के जोखिम कारक
ऐसा नहीं है कि हर गर्भवती महिला को हर्निया का खतरा होता है। लेकिन कुछ महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान हर्निया का खतरा अधिक हो सकता है, जिसके जोखिम कारक यहां नीचे दिए गए हैं:
- मोटापा
- एक से अधिक प्रेगनेंसी
- पहली प्रेगनेंसी में सर्जरी या पेट की सर्जरी
- गर्भावस्था के समय भारी वस्तुओं को उठाना
- परिवार के इतिहास
- देर से गर्भावस्था
- गर्भावस्था के दौरान कब्ज
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गर्भावस्था में हर्निया के लक्षण
- पेट के आसापास उभार या गांठ
- मतली और उल्टी के साथ तेज दर्द
- मल त्याग में परेशानी
- हंसते या खांसते समय दर्द महसूस होना
गर्भावस्था में हर्निया का इलाज
गर्भावस्था के दौरान हर्निया के इलाज के लिए डॉक्टर आपको पेट की बेल्ट पहनने की सलाह दे सकता है, जिससे आपके पेट को सहारा मिल सके। इसके अलावा, आप कुछ हल्के व्यायाम कर सकते हैं। जिनके लिए डॉक्टर या योगा ट्रेनर की सलाह लें। इसके अलावा, यदि हर्निया में सुधार नहीं होता है, तो इसका आखिरी उपाय सर्जरी है।
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