डिलीवरी के बाद कई तरह की समस्याएं महिलाओं को हो जाती हैं। इसमें कमर दर्द, पीठ दर्द, नींद की कमी, थकान कमजोर आदि शामिल हैं। हालांकि, ये सब कॉमन समस्याएं हैं, जो धीरे-धीरे पर्याप्त रेस्ट करने के साथ-साथ ठीक हो जाती है। क्या आप जानते हैं कि कई बार डिलीवरी के बाद महिलाओं को पोस्टपार्ट ड्राई आई की दिक्कत हो जाती है। अब सवाल है कि यह कौन-सी परेशानी है? पोस्टपार्ट ड्राई आई क्यों होता है और इसके क्या-क्या कारण हो सकते हैं? पोस्टपार्ट ड्राई आई होने पर महिलाओं को क्या करना चाहिए? इस लेख में हम आपको पोस्टपार्ट ड्राई आई से जुड़ी तमाम जरूरी जानकारी दे रहे हैं। इस बारे में हमने Ojas Maxivision Eye Hospitals (Bandra & Kandivali) में Senior Consulting Ophthalmologist Cataract and Refractive Surgeon डॉ. अंकिता मूलचंदानी (नेत्र रोग), एमबीबीएस, डीएनबी, एफपीआरएस, एफआईसीओ (यूके) से बातचीत की।
क्या है पोस्टपार्ट ड्राई आई- What Is Postpartum Dry Eyes In Hindi
प्रसव के बाद कई महिलाओं को पोस्टपार्ट ड्राई आई की दिक्कत हो सकती है। हालांकि, जरूरी नहीं है कि हर मां को यह समस्या हो। लेकिन, डिलीवरी के बाद कुछ महिलाओं में यह परेशानी देखने को मिलती है। पोस्टपार्ट ड्राई आई होने पर आंखों में सूखापन हो जाता है, नजर कमजोर हो जाती है और कई बार ऐसा महसूस होता है कि आंखों में कुछ अटक गया है। ऐसी स्थिति में महिला बार-बार अपनी आंखों को मल रही होती है। इसके बावजूद समस्या का समाधान नहीं होता है।
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पोस्टपार्ट ड्राई आई के कारण- Causes Of Postpartum Dry Eyes In Hindi
हार्मोनल बदलावः पोस्टपार्ट ड्राई आई होने का मुख्य कारण है हार्मोनल बदलाव। कहने की जरूरत नहीं है कि डिलीवरी के बाद महिलाओं में हार्मोनल बदलाव बहुत ज्यादा होते हैं। इससे टियर प्रोडक्शन प्रभावित होता है। इसका मतलब है कि आंखों में जो आंसू बनते हैं, जिससे कि आंखों की नमी बनी रहती है, उसके प्रोडक्शर पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में आंखों की ड्राइनेस बढ़ने लगती है।
नींद की कमीः डिलीवरी के बाद महिलाओं को पर्याप्त रेस्ट चाहिए होता है। लेकिन, अक्सर देखने में आता है कि शिशु के जन्म के बाद मां पूरी नींद नहीं ले पाती हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि शिशु पूरी तरह अपनी मां पर निर्भर होता है। उसे फीड कराने से लेकर नहलाना-धुलाना और उसकी साफ-सफाई का पूरा जिम्मा मां पर होता है। ऐसे में मां को नींद की कमी से गुजरना पड़ता है। नतीजतन, पोस्टपार्ट ड्राई आई की समस्या हो जाती है।
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पोस्टपार्ट ड्राई आई के लक्षण- Symptoms Of Postpartum Dry Eyes In Hindi
- आंखों से धुंधला दिखना
- रोशनी के प्रति सेंसिटिविटी का बढ़ना
- आंखों में जलन
- आंखों में इचिंग
- आंखों में कुछ अटक गया जैसा महसूस होना
पोस्टपार्ट ड्राई आई का इलाज- Treatment Of Postpartum Dry Eyes In Hindi
अच्छी बात ये है कि पोस्टपार्ट ड्राई आई का इलाज संभव है और यह बहुत आसान है। जब पोस्टपार्ट ड्राई आई की समस्या बढ़ जाती है, तो इस स्थिति में डॉक्टर्स आंखों में नकली टियर्स का इस्तेमाल करते हैं या फिर आई ड्रॉप की मदद से आंखों की खोई हुई नमी को वापिस लाने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा, डिलीवरी के बाद महिलाओं को चाहिए कि वे स्क्रीन पर कम से कम समय बिताएं और अपनी आंखों को ज्यादा से ज्यादा रिलैक्स रखें। अगर कॉन्टैक लेंस पहनने की आदत है, तो कुछ दिनों के लिए इसे न पहनें। इसके बजाय चश्मा पहनना ज्यादा अच्छा विकल्प रहेगा।
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FAQ
सूखी आंखों के क्या कारण हैं?
आंखें तब ड्राई हो जाती हैं, जब इनमें पर्याप्त आंसू नहीं बन पाते हैं। आंखों में नमी का होना बहुत जरूरी है। इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं, जैसे बढ़ती उम्र, पर्यावरणीय कारक, स्वास्थ्य समस्याएं और लंबे समय तक किसी दवा पर निर्भर रहना।स्तनपान करते समय सूखी आंखों का इलाज कैसे करें?
अगर स्तनपान कराने वाली महिलाओं को ड्राई आई की समस्या हो सकती है। इसके लिए आई ड्रॉप का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा, डॉक्टर आपको सही ट्रीटमेंट बता सकते हैं।वह कौन सी बीमारी है जिससे आंखें सूख जाती हैं?
स्जोग्रेन सिंड्रोम, रूमेटाइड अर्थराइटिस, ल्यूपस और स्क्लेरोडर्मा कुछ ऐसी बीमारियां हैं, जिनमें ड्राई आई की दिक्कत हो सकती है।